किष्किंधा, जहां पहली बार श्री राम से मिले थे भक्त हनुमान, यात्रा दिवस 44
जनता जनार्दन विशेष संवाददाता ,
Mar 25, 2017, 7:20 am IST
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अयोध्याः तुंगभद्रा के किनारे कर्नाटक के कोपल जिले में हम्पी में ऋष्यमूक पर्वत है. यहीं पर त्रेतायुग में दो पक्षों के बीच अमिट मैत्री संबंध स्थापित हुआ था, जिसने भारतीय इतिहास को एक नयी दिशा दी. श्री राम वन गमन पथ यात्रा 2017 आज उन्हीं स्थानों पर है, जहां से चली रामजी और सुग्रीवजी की मैत्री की मिसाल अब तक दी जाती है. दो पीड़ित पक्षों ने एक दूसरे को सहयोग देकर मित्रता के एक नए अध्याय का श्रीगणेश किया. यहां से कुछ आगे चल कर हमें प्राचीन किष्किंधा के अवशेष और वर्तमान किष्किंधा नरेश के महल के दर्शन होते हैं. सुनें संपूर्ण यात्रा वृतांतः |