फिलीस्तीन की सदस्यता,यूएऩ की मुसीबत !
जनता जनार्दन संवाददाता ,
Nov 01, 2011, 14:11 pm IST
Keywords: United Nations Secretary General Ban Ki - Moon UNESCO Palestinians Americans Israelis संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून यूनेस्को फिलीस्तीन अमेरिका इजरायल
संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) में फिलीस्तीन को सदस्य का दर्जा मिलने से संगठन के लिए धन की समस्या पैदा हो सकती है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, मून ने सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "जैसा कि आप पहले से जानते हैं, इस कदम से कई देशों द्वारा उपलब्ध कराई जाने वाली वित्तीय सहायता पर असर पड़ सकता है।" मून ने कहा, "यह सदस्य देशों का निर्णय है। लेकिन संयुक्त राष्ट्र के महासचिव के रूप में मुझे संयुक्त राष्ट्र के सदस्यों का ध्यान इस सच्चाई की ओर आकृष्ट करना है।" ज्ञात हो कि यूनेस्को ने सोमवार को फिलीस्तीन की सदस्यता के पक्ष में वोट दिया। जबकि फिलीस्तीन को संयुक्त राष्ट्र की पूर्ण सदस्यता के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में चर्चा जारी है। इसके साथ ही यूनेस्को फिलीस्तीन को शामिल करने वाली संयुक्त राष्ट्र की पहली संस्था बन गई। मतदान के दौरान फिलीस्तीन के पक्ष में 107 देशों ने मतदान किया, 14 ने विरोध में मतदान किया, जबकि 52 देश मतदान के समय अनुपस्थित रहे। अमेरिका और इजरायल ने यूनेस्को के इस कदम के खिलाफ आवाज बुलंद की है। इजरायल और फिलीस्तीन के बीच द्विपक्षीय वार्ता पूरी होने से पहले फिलीस्तीन को सदस्यता प्रदान करने के यूनेस्को के इस कदम के खिलाफ अमेरिका ने इस संगठन को अपना वित्तीय योगदान बंद करने के निर्णय की सोमवार को घोषणा कर दी। मून ने कहा, "संयुक्त राष्ट्र की पूरी व्यवस्था को अनवरत राजनीतिक और वित्तीय मदद सुनिश्चित कराना सदस्य देशों का काम है। लिहाजा हमें यूनेस्को के वित्तीय संसाधनों के संरक्षण के व्यावहारिक समाधान के लिए काम करने की आवश्यकता होगी।" |
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