देश भर में गणेशोत्सव की धूम

देश भर में गणेशोत्सव की धूम

मुम्बई/हैदराबाद/चेन्नई: मुम्बई में आज गणेश चतुर्थी के अवसर पर पहली आरती और स्थापन पूजा के साथ 10 दिवसीय गणेशोत्सव की शुरुआत हो गई। यहां गणेशोत्सव के लिए भारी सुरक्षा व्यवस्था की गई है।

लाखों मुम्बईवासी गणेश चतुर्थी की तैयारियों के लिए बुधवार पूरी रात जागते रहे और उन्होंने अपने त्योहार को अनूठा बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

विभिन्न सार्वजनिक स्थलों, हाउसिंग परिसरों व घरों में भगवान गणेश की विशालकाय, मध्यम आकार की व छोटी प्रतिमाएं लगाई गईं।

पिछले सप्ताह से अब तक करीब 250,000 गणेश प्रतिमाएं खरीदी गई हैं।

मुम्बई, तटीय कोंकण क्षेत्र व पुणे में यह उत्सव विशेष धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया जाता है।

मुम्बई ब्रह्मभूमि सार्वजनिक गणेशोत्सव समाव्या समिति (बीएसजीएसएस) के अध्यक्ष नरेश दहिभावकर ने बताया कि करीब 12,500 पंजीकृत संगठन, 40,000 निजी आवासीय परिसर महाराष्ट्र के इस सबसे लोकप्रिय पर्व को मनाने के लिए तैयार हैं। इस अवसर पर घरेलू और विदेशी पर्यटक भी मुम्बई की ओर आकर्षित होते हैं।

वैसे ज्यादातर विशालकाय गणेश प्रतिमाएं विभिन्न पंडालों में पिछले सप्ताह ही लगा दी गई थीं और गुरुवार को इनका अनावरण हुआ। गणेश की छोटी प्रतिमाएं लोगों ने बुधवार शाम ही खरीदीं।

कहीं-कहीं तो पंडालों में प्रतिमाओं के साथ किसी खास विषय को लेकर एक पूरी पृष्ठभूमि तैयार की गई है।

इधर हैदराबाद में  भी 'गणपति बप्पा मोरया' जयकारों के बीच गणेश चतुर्थी का त्योहार काफी धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस मौके पर सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं।

गणेशोत्सव के मौके पर विशेषतौर पर तैयार किए गए पूजा पंडालों में श्रद्धालु भगवान गणेश का दर्शन करने पहुंच रहे हैं।

भाग्यनगर गणेश उत्सव समिति के अनुसार 10 दिनों तक चलने वाले इस त्योहार में केवल हैदराबाद में ही लगभग 50,000 मूर्तियां रखी गईं हैं।

इनके अलावा घरों और विभिन्न अपार्टमेंटों में भी बहुत सारी मूर्तियां रखी गई हैं।

राज्यापल ई.एस.एल. नरसिम्हन और उनकी पत्नी राजभवन के निकट खरियताबाद में रखी गई बड़ी मूर्ति के सामने पूजा अर्चना की।

गौरतलब है कि खरियताबाद में वर्ष 1954 में पहली बार भगवान गणेश की मूर्ति रखी गई थी और यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जमा होती है।

इस वर्ष आयोजन समिति की ओर से 52 फुट ऊंची मूर्ति रखी गई है, जो पिछले साल से दो फुट ऊंची हैं।

आयोजनकर्ताओं के अनुसार 100 कामगारों ने मिलकर इस मूर्ति को तैयार किया है, जिसकी लागत 30 लाख रुपये आई है।

ट्रकों और छोटे वाहनों पर सैकड़ों मूर्तियों को ले जाते देखा गया। मूर्तियों को सजाने के लिए लोग गेंदे के फूल, हरी पत्तियों और पूजा के सामान की खरीददारी कर रहे थे।

गणेश चतुर्थी के मद्देनजर सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। संवेदनशील इलाके में पुराने शहर में विशेषरूप से 15,000 पुलिसकर्मियों एवं अधसैनिक बलों की तैनाती की गई है।

हैदराबाद के पुलिस आयुक्त ए.के.खान ने लोगों से अपील की है इस तरह के अवसरों पर वे अफवाहों पर ध्यान न दें।

उन्होंने बताया कि 257 अति संवदेनशील और 534 संवदेशील जगहों को चिन्हित किया गया है।

उधर चेन्नई के तमिलनाडु में भी आज को गणेश चतुर्थी का त्योहार काफी धूमधाम से मनाया जा रहा है। भगवान गणेश की पूजा अर्चना करने हजारों श्रद्धालु मंदिरों में पहुंच रहे हैं। राज्य में गणेश चतुर्थी को विनायक चुतर्थी के रूप में मनाया जाता है।

इस त्योहार के मौके पर श्रद्धालुओं ने भगवान गणेश की विशेष पूजा अर्चना की।

विशेष व्यंजन 'कोझाकट्टाई' को भगवान गणेश का मुख्य आहार माना जाता है। सड़क किनारे दुकानों पर विनायक या गणेश की मूर्तियां बेची जा रही हैं।

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