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इजरायल में नेतन्याहू सरकार के खिलाफ अब तक के इतिहास का सबसे बड़ा प्रदर्शन

जनता जनार्दन डेस्क , Mar 19, 2023, 16:58 pm IST
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इजरायल में नेतन्याहू सरकार के खिलाफ अब तक के इतिहास का सबसे बड़ा प्रदर्शन तेल अवीवः इजरायल  में अब तक का सबसे बड़ा प्रदर्शन जारी है. बेंजामिन नेतन्याहू सरकार के खिलाफ प्रदर्शन 10वें हफ्ते भी होता रहा. इस विरोध प्रदर्शन में करीब 5 लाख लोग सरकार के फैसले के खिलाफ सड़कों पर उतरे और कहा कि ये निर्णय इजरायल को तानाशाही की ओर ले जाएगा.

इस प्रदर्शन में इजरायली नागरिकों को सेना के कुछ जवानों का भी साथ मिलता दिख रहा है. हाल ही में, विरोध जताते हुए इजरायली वायुसेना के कर्मियों ने ट्रेनिंग डे पर ड्यूटी पर आने से मना कर दिया था. दरअसल, बेंजामिन नेतन्याहू सरकार न्यायपालिका में बदलाव करना चाहती है और प्रदर्शनकारी इसे लोकतंत्र को खतरा बता रहे हैं. इजरायल में इसका जबरदस्त विरोध हो रहा है.

जान लें कि इजरायल में बेंजामिन नेतन्याहू की सरकार एक ऐसा कानून बनाने जा रही है, जिसकी मदद से संसद में साधारण बहुमत होने पर ही सरकार सुप्रीम कोर्ट के फैसले के पलट सकेगी. इसी के चलते लोग इस कानून को इजरायल की डेमोक्रेसी को खतरा बता रहे हैं.

बता दें कि पिछले 10 हफ्तों से लगातार इजरायल में प्रदर्शन हो रहे हैं. इजरायली लोग सरकार के फैसले का विरोध कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि ये इजरायल के बेसिक लॉ पर हमला है. अगर ये कानून पास होता है तो न्यायपालिका की ताकत कम हो जाएगी और सरकार में बैठे लोग मनमाने फैसले लेने लगेंगे.

गौरतलब है कि हाल ही में इजरायल के तेल अवीव शहर में करीब 1 लाख प्रदर्शनकारियों में विरोध प्रदर्शन किया. जान लें कि कुल 90 लाख तो इजरायल की जनसंख्या ही है. तेल अवीव के अलावा भी देश के कई अन्य शहरों में प्रदर्शन देखने को मिले. बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतरे.

इजरायल में हो रहे प्रदर्शन में शामिल एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि मैं इसलिए विरोध कर रहा हूं क्योंकि बेंजामिन सरकार तानाशाही कर रही है. नया कानून इजरायल के लोकतंत्र पर सीधा हमला है. हमें इसे रोकना होगा. हमें इजरायल में तानाशाही नहीं चाहिए.

इजरायल के जस्टिस मिनिस्टर यारिव लेविन ने कहा कि 2 अप्रैल तक संसद सत्र खत्म होने से पहले न्यायपालिका में सुधार वाले कानून को पास करा लिया जाएगा. दिलचस्प बात है कि प्रदर्शनकारियों को सेना के कुछ जवानों का भी साथ मिल रहा है. कुछ ने ड्यूटी पर आने से मना कर दिया है.
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