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जय बाबा कीनाराम: गुरु पूर्णिमा के दिन दो वर्षों के बाद मिला भक्तों को अघोराचार्य बाबा सिद्धार्थ गौतम राम जी का दर्शन

जय बाबा कीनाराम: गुरु पूर्णिमा के दिन दो वर्षों के बाद मिला भक्तों को अघोराचार्य बाबा सिद्धार्थ गौतम राम जी का दर्शन
वाराणसी: विश्व-विख्यात अघोरपीठ बाबा कीनाराम स्थल, रविन्द्रपुरी में गुरू-पूर्णिमा का पर्व अनुयायियों द्वारा पूरे हर्षोल्लास  के साथ मनाया गया । गौरतलब है कि काशी में  गुरूपूर्णिमा का पर्व, अभूतपूर्व श्रद्धा-भक्ति के साथ, हमेशा से ही, मनाया जाता रहा है । इस नगर में गुरू-शिष्य परम्परा की रौनक हर जगह देखने को मिलती है , लेकिन औघड़/अघोरी परंपरा का विश्व-विख्यात अघोरपीठ "बाबा कीनाराम स्थल" पर  नज़ारा कुछ अलग ही होता है ।  दो वर्ष की कठिन प्रतीक्षा के बाद  इस वर्ष गुरूपूर्णिमा के पावन पर्व पर, भक्तों की, अपने गुरु के चरण वंदना और दर्शन की मनोकामना पूर्ण  हो पाई । अघोरपीठ पर भक्तोंजनों ने पूरी श्रद्धा और भाव के साथ गुरु शिष्य का पावन पर्व मनाया । इस अवसर पर अघोर परंपरा के मुखिया और इस स्थान के वर्तमान पीठाधीश्वर, अघोराचार्य महाराजश्री बाबा सिद्धार्थ गौतम राम जी का दर्शन पाकर हज़ारों भक्तों के चेहरे पर खुशी की लहर देखी गई.
 
वाराणसी के शिवाला स्थित, इस गुरूपीठ में, 13 जुलाई को गुरूपूर्णिमा के अवसर पर  देश-विदेश के हज़ारों श्रद्धालूओं ने अपने गुरू, अघोराचार्य बाबा सिद्धार्थ गौतम राम जी, का दर्शन किया । इस अवसर भक्तों ने अपनी मनोकामना पूरी करने के लिए विश्व विख्यात 'क्रीं-कुण्ड' में डुबकी लगाई ।  गुरुपूर्णिमा के पावन पर्व पर बाबा कीनाराम आश्रम के साथ-साथ रविन्द्रपुरी कालोनी भी  मेले जैसे माहौल में सजी-संवरी दिखाई पड़ी । इस अवसर जहाँ एक तरफ बच्चों को खिलौने और विभिन्न प्रकार की मिठाइयाँ आकर्षित कर रही थी वहीं दूसरी तरफ महिलाओं को रंगबिरंगी श्रृंगार सामग्री की दुकानें बरबस अपनी ओर खींच रहे थे.
 
विदित हो कि पिछले दो वर्षों से कोरोना के कारण बाबा कीनाराम स्थल में गुरु पूर्णिमा नहीं मनाया जा रहा था  जिस कारण  किसी भी प्रकार का आयोजन नहीं हुआ था। मगर इस साल गुरु कृपा से गुरु पूर्णिमा मनाने के लिए स्थितियाँ सामान्य हो गयी थी । भक्तों के आग्रह को देखते हुए अघोर पीठ के पीठाधीश्वर अघोराचार्य बाबा सिदार्थ गौतम राम जी ने गुरु पूर्णिमा मनाने की अनुमति दे दी । 
 
इस बार गुरु पूर्णिमा पर गुरु के प्रत्यक्ष दर्शन पूजन के लिए आस पास व दूर दराज से आने वाले श्रद्धालुओं ने पूरे उत्साह और भक्तिभाव से बाबा का दर्शन किया।
इस अवसर पर कीनाराम स्थल शिवाला पर  प्रातः कालीन आरती के उपरान्त श्रमदान एवं सफाई का कार्यक्रम तथा प्रभातफेरी निकली गयी । प्रातः 8 बजे से पूज्य पीठाधीश्वर जी द्वारा समस्त अघोरेश्वर की समाधियों का विधिवत पूजन एवं दर्शन किया गया । प्रातः 9.30 बजे से श्रद्धालुओं द्वारा पूज्य पीठाधीश्वर बाबा सिद्धार्थ गौतम राम जी का दर्शन-पूजन कर आशीर्वाद लिया गया।
 
दोपहर 12 बजे से प्रसाद वितरण का कार्यक्रम चला जिसे श्रद्धालुजनों ने श्रद्धा भाव से ग्रहण किया |
'बाबा कीनाराम स्थल' आज गुरुभक्ति के साथ-साथ हर-हर महादेव के जयघोष से गुंजायमान रहा। इस अवसर संध्याकालीन गोष्ठी व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन निरस्त कर दिया गया । हालाँकि भक्तों का मार्गदर्शन करने के लिए, बाबा सिद्धार्थ गौतम राम जी का, समाज व राष्ट्र के नाम, एक संदेश प्रसारित किया गया ।  
 
भक्तों के नाम अपने संदेश में अघोराचार्य महाराजश्री ने अपने संदेश में कहा कि "समाज आज विकट परिस्थितियों से गुज़र रहा है, ऐसे में सर्वत्र विश्वबंधुत्व की भावना ज़रुरत है । आपसी भाई चारे को बरक़रार रखने के लिये हमें आपस में प्रेम की भावना विकसित करनी होगी । अघोराचार्य न कहा कि वसुधैव कुटुंकम की भावना से ही संसार में शांति का वातावरण पैदा होगा और जनसमुदाय सुख शांति की कामना करने में सक्षम होगा.
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