Saturday, 20 April 2024  |   जनता जनार्दन को बुकमार्क बनाएं
आपका स्वागत [लॉग इन ] / [पंजीकरण]   
 

रामपुर में सपा की हार पर भड़के आजम खान

जनता जनार्दन संवाददाता , Jun 26, 2022, 19:45 pm IST
Keywords: Rampur   रामपुर   सपा   आजम खान   Rampur By Election Result 2022   राजनीति   रामपुर लोकसभा उपचुनाव  
फ़ॉन्ट साइज :
रामपुर में सपा की हार पर भड़के आजम खान उत्तर प्रदेश के रामपुर में लोकसभा उपचुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) की हार पर आजम खान ने भाजपा पर सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है. सपा के वरिष्ठ नेता और विधायक आजम खान ने कहा कि सत्तारूढ़ भाजपा सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग कर रही है. यही कारण है कि रामपुर की जनता की जीत हार में बदल गई. आजम ने रविवार को दावा किया कि कोई अंतरराष्ट्रीय संस्था ईमानदारी से चुनाव कराए और अगर उनका उम्मीदवार हार जाए, तो वह राजनीति छोड़ देंगे.

आजम ने रामपुर लोकसभा उपचुनाव में सपा प्रत्याशी आसिम राजा की भाजपा उम्मीदवार घनश्याम लोधी के हाथों 42 हजार से अधिक मतों से पराजय के बाद संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ भाजपा ने सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करके रामपुर की जनता की जीत को हार में बदल दिया.

उन्होंने रामपुर में भाजपा प्रत्याशी की जीत को लोकतंत्र की हार करार देते हुए कहा 'बहुत अच्छी बात है, वह (भाजपा) जीत गए, लेकिन यह जीत नहीं है उनकी. इसी तरह तो उन्होंने उत्तर प्रदेश की सरकार भी बना ली है और मैं शर्म व एहसास दिलाना चाहूंगा उन तमाम ताकतों को, जो लोकतंत्र को कमजोर कर रही हैं, अपने छोटे-छोटे फायदों के लिए.' आजम ने यह भी कहा कि कोई अंतरराष्ट्रीय संस्था आए और यहां चुनाव कराने की जिम्मेदारी ले.

उन्होंने कहा कि ईमानदारी से चुनाव हो जाए. मैं कहता हूं अंतरराष्ट्रीय न्यायालय आये. वह यहां चुनाव कराए. खुले मैदान में चुनाव हो जाए. अगर हम हार गए तो राजनीति का मैदान हमेशा के लिए छोड़ देंगे. सपा नेता ने कहा के भाजपा पर लोकतंत्र को बचाने की ज्यादा बड़ी जिम्मेदारी थी लेकिन उसने उसे नहीं निभाया.

गौरतलब है कि रामपुर लोकसभा उपचुनाव के रविवार को घोषित परिणामों में भाजपा प्रत्याशी घनश्याम लोधी ने सपा उम्मीदवार आसिम राजा को 42192 मतों से पराजित किया. यह सीट आजम खान के ही विधानसभा के लिए चुने जाने के बाद लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने के कारण रिक्त हुई थी.
वोट दें

क्या आप कोरोना संकट में केंद्र व राज्य सरकारों की कोशिशों से संतुष्ट हैं?

हां
नहीं
बताना मुश्किल