मणिपुर में असम राइफल्स के जवानों पर हुए हमले की जिम्मेदारी PLA ने ली

जनता जनार्दन संवाददाता , Nov 15, 2021, 18:43 pm IST
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मणिपुर में असम राइफल्स के जवानों पर हुए हमले की जिम्मेदारी PLA ने ली नई दिल्ली: बीते शनिवार यानी 13 नवंबर को सेना के काफिले पर घात लगाकर हुए उग्रवादी हमले की जिम्मेदारी मणिपुर में सक्रिय Peoples Liberation Army  ने ली है. पीएलए के हमले में असम राइफल्स के एक कर्नल समेत कुल 7 लोगों की मौत हुई थी. सूत्रों के मुताबिक सेना के काफिले पर हुए हमले में 15 से ज्यादा PLA के काडर शामिल थे जिन्होंने काफिले पर IED विस्फोट कर फायरिंग की.

सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक नॉर्थ ईस्ट को अशांत करने की बड़ी साजिश रची जा रही है और उग्रवादियों के पास चीन के बने हथियार और गोला बारूद बड़ी मात्रा में पहुंच रहे हैं. जानकारों के मुताबिक उग्रवादी गुट PLA की चीन की सेना से काफी नजदीकियां हैं. केंद्रीय सुरक्षा में तैनात एक अधिकारी के मुताबिक PLA के पास 600-700 के करीब हथियार बंद उग्रवादी हैं. भारत- म्यांमार से सटे म्यांमार के इलाकों में उनके कैम्प हैं. जब भी इन गुटों पर सेना कार्रवाई करती है सभी म्यांमार के सीमा में दाखिल हो जाते हैं.

म्यांमार-चीन सीमा के नजदीक रुइली (Ruili) में छुपे उग्रवादी गुट (ULFA) का सरगना परेश बरुआ (Paresh Baruah) की मदद से चीनी हथियार उत्तर पूर्व के उग्रवादी गुटों तक पहुंचाए जा रहे हैं. जी मीडिया को मिली जानकारी के मुताबिक PLA के म्यांमार में  यांगून (Yangon), Mandalay, Sagaing में हेड क्वार्टर हैं. उग्रवादी गुट म्यांमार और चीन से सटे म्यांमार के Wa इलाके से ऑपरेट करता है. चीन से मिले हथियारों की खेप को उत्तर पूर्व में लगातार सप्लाई करने के साथ साथ उग्रवादी गुटों में युवाओं की भर्ती में भी ये गुट शामिल है.
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