राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर संवादः भारत को वैश्विक ज्ञान की महाशक्ति बनाने की प्रतिबद्धता
जनता जनार्दन संवाददाता ,
Jan 21, 2021, 20:17 pm IST
Keywords: Neharu Centre London National Education Policy Education Policy NBT नेहरू सांस्कृतिक केंद्र नई शिक्षा नीति 2020 राष्ट्रीय शिक्षा नीति राष्ट्रीय पुस्तक न्यास
लंदन: नेहरू सांस्कृतिक केंद्र, लंदन ने राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत के साथ नोडल एजेंसी के रूप में नई शिक्षा नीति 2020- एनईपी आउटरीच पर एक संवाद का आयोजन किया.
इस अवसर पर अपनी बात रखते हुए शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि हमारे प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में, नई शिक्षा नीति 2020 को एक भविष्यवादी मानसिकता के साथ लागू किया गया है, जिससे चुनौतियों को अवसरों में बदल दिया गया है। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 के माध्यम से हम सब भारत को एक ‘वैश्विक ज्ञान की महाशक्ति’ के रूप में स्थापित करने हेतु प्रतिबद्ध भी हैं और सक्षम भी. माननीय मंत्री ने कहा, हम शिक्षा को बदलने और गंभीर रूप से सोचने और समस्याओं को हल करने, रचनात्मक और बहु-विषयक होने और कैसे नवाचार करने और उपन्यास में नई सामग्री को अवशोषित करने के तरीके के बारे में सीखने पर महत्वपूर्ण जोर डाल रहे हैं. शिक्षा को अधिक अनुभवात्मक, समग्र, एकीकृत, पूछताछ-संचालित, खोज-उन्मुख, चर्चा-आधारित, लचीला और सुखद बनाने के लिए विकसित करने की उम्मीद है. भारतीय सांस्कृतिक सम्बंध परिषद (ICCR) के अध्यक्ष विनय सहस्रबुद्धे ने अपनी प्रारंभिक टिप्पणी में कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 माननीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रस्तुत सबसे बड़े सुधारों में से एक है. लॉर्ड जो जॉनसन ने एनईपी-2020 की उस नीति के रूप में सराहना की जो भारत को एक वैश्विक ज्ञान महाशक्ति के रूप में बदलने का कार्य करेगी। प्रारंभिक वर्षों, शिक्षकों, सार्वभौमिक संख्या और साक्षरता आदि जैसे अपने मजबूत पक्ष पर जोर देते हुए, उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि एनईपी-2020 के बारे में रोमांचक तथ्य यह है कि यह मूल्यांकन के स्वरूप को योगात्मक से सूत्र में बदलने का प्रस्ताव रखता है, उच्च क्रम के कौशल जैसे महत्वपूर्ण सोच, विश्लेषण और वैचारिक स्पष्टता का परीक्षण करता है. माननीय लॉर्ड जो जॉनसन तथा डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने एनईपी-2020 के विभिन्न प्रावधानों, जैसे शिक्षक प्रशिक्षण, भारत में शीर्ष 100 विदेशी विश्वविद्यालयों में प्रवेश और भारतीय महामहिम शिक्षा में एक संवाद पर भी महत्वपूर्ण चर्चा की. इस आकर्षक और ज्ञानवर्धक कार्यक्रम का संचालन अमीश त्रिपाठी, मंत्री (संस्कृति), भारतीय उच्चायोग, यूके और निदेशक, नेहरू केंद्र द्वारा किया गया था. |
क्या आप कोरोना संकट में केंद्र व राज्य सरकारों की कोशिशों से संतुष्ट हैं? |
|
हां
|
|
नहीं
|
|
बताना मुश्किल
|
|
|