चाणक्य के अनुसार इन 3 आदतों से बचना चाहिए, नहीं तो होती है धन हानि
जनता जनार्दन संवाददाता ,
Jan 08, 2021, 16:40 pm IST
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चाणक्य के अनुसार भौतिक जीवन में धन सभी प्रकार के सुखों का कारक है. इसीलिए लोग धन प्राप्त करने के लिए सात समंदर पार भी जाने के लिए भी तैयार रहते हैं. चाणक्य नीति भी कहती है कि व्यापार में वही व्यापारी सफल होता है जो जोखिम उठाने के लिए तैयार रहता है. इसके लिए चाणक्य सात समुद्र पार भी जाने के लिए कहते हैं. क्योंकि साहसी व्यापारी को सीमाओं में बंधकर नहीं रहना चाहिए. इसका अर्थ ये है कि सफल व्यापारी वही है जो कहीं भी व्यापार के लिए तैयार रहे. लेकिन इसके साथ साथ कुछ बातों का भी ध्यान रखना चाहिए. चाणक्य मानते हैं कि व्यक्ति में आत्म विश्वास तभी आता है जब उसमें अच्छी आदतें हों. अच्छी आदतें व्यक्ति को साहसी और निडर बनाती हैं. वहीं जिन लोगों के भीतर कुछ भी गलत आदतें होती हैं उनका मनोबल कमजोर रहता है, वे हर कार्य को बहुत डर-डरकर और संकोच से करते हैं. इसलिए व्यक्ति को गलत आदतों से दूर रहना चाहिए. जीवन में यदि सफल होना है तो इन गलत आदतों से हमेशा दूर रहने का प्रयास करना चाहिए- कभी किसी चीज का लोभ न करें झूठ न बोलें निंदा रस से दूर रहें |
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