ज्यादा देर गुस्से में रहना हो सकता है हानिकारक

जनता जनार्दन संवाददाता , Aug 12, 2020, 12:31 pm IST
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ज्यादा देर गुस्से में रहना हो सकता है हानिकारक

अक्सर आपने लोगों को यह कहते सुना होगा कि गुस्सा करना दिमाग और शरीर के लिए नुकसानदायक होता है. कुछ लोगों को बात-बात पर गुस्सा आता है. और तुरंत शांत भी हो जाता है. ऐसे लोग दिनभर में न जाने कितनी छोटी छोटी बातों पर गुस्सा करते हैं लेकिन शाम ढ़लने के साथ उनका गुस्सा भी गायब हो जाता है. कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो गुस्से को मन में रखते हुए खींचते रहते हैं. गुस्से के कारण खुद भी तनाव में रहते हैं और दूसरों को भी परेशान करते हैं. कई दिनों तक उस बात को सोचते रहते हैं.


अगर आप भी ऐसा करते हैं तो ये आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है. लंबे समय तक गुस्सा करना या गुस्से को दबाए रखना आपके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है. गुस्सा हमारे दिमाग और फिर शरीर को प्रभावित करता है. हमारा दिमाग और शरीर एक दूसरे से जुड़े हैं, इसलिए इनका एक-दूसरे पर भी असर पड़ता है. तो अगर आप अपने और अपने प्रियजनों के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं तो आपको गुस्सा नहीं करना चाहिए. अगर गुस्सा आए भी तो उसे भूलकर आगे बढ़ना चाहिए, नही तो ये गुस्सा जहर की तरह आपके तन मन को प्रभावित करेगा.
गुस्से का तन-मन पर असर
ये हम सभी जानते हैं कि गुस्सा करना स्वास्थ के लिए कितना हानिकारक है लेकिन फिर भी रोजमर्रा की जिंदगी में बहुत बार ऐसा होता है जब हमें किसी दूसरी बात या काम पर गुस्सा आने लगता है. लेकिन सोचिए जिंदगी में गलतियां किससे नहीं होती. अगर आपको किसी बात का बुरा लग भी रहा है तो गुस्सा जता कर शांत हो जाने में भलाई है. अगर आपने गुस्से को मन में रखा और उसे खींचते रहे तो इससे आपके स्वास्थ्य पर असर पड़ने लगेगा. कई रिसर्च में ये पाया गया है कि जो लोग बहुत ज्यादा गुस्सा करते हैं या फिर गुस्से को मन में दबाए रखते हैं,  ऐसे लोग तनाव में रहते हैं. जिसका स्वास्थ्य पर कई तरह से विपरीत असर पड़ता है. हम भावनात्मक रुप से जैसा महसूस करते हैं शारीरिक रूप से भी वैसा ही महसूस होने लगता है आइये जानते हैं कि गुस्सा करने से शरीर पर क्या असर पड़ता है.


गुस्सा करने से शरीर पर क्या असर पड़ता है?


1 लंबे समय तक गुस्सा करने से तनाव बढ़ता है
2 गुस्सा करने वाले लोगों का ब्लड प्रेशर अक्सर हाई हो जाता है
3 मन में गुस्सा दबाए रहने से हार्ट पर भी असर पड़ता है
4 ऐसे लोगों की रोग प्रतिरोधक कमजोर हो जाती है
5 ऐसे लोगों के दूसरों के साथ रिश्ते सही नहीं रहते
6 रिश्ते खराब होने की वजह से ऐसे लोग भावनात्मक रूप से कमजोर हो जाते हैं
7 धीरे धीरे ऐसे लोग हर बात को लेकर नकारात्मक हो जाते हैं
8 ऐसे लोग जल्दी ड्रिप्रेशन में चले जाते हैं


लंबे समय तक गुस्सा करने से खुद को कैसे रोकें?
1- सबसे पहला तरका है आप गुस्से को मन में रखने के बजाय निकाल फेंको. अगर आपको किसी से परेशानी है या कोई बात अच्छी नहीं लगी तो उसे कह दो, ऐसा करने से मन हल्का हो जाता है.
2 -आप किसी भी स्थिति से भागने के बजाय उसका सामना करो. खुद को कमजोर या पीड़ित मत समझो. मुश्किल भरा वक्त भी जिंदगी का हिस्सा है.
3-कभी भी गलतफहमी के चलते मन में क्रोध नहीं पालना चाहिए. बात की सच्चाई जानने की कोशिश करें और सकारात्मकता के साथ आगे बढ़ें.
4- गलतियों के लिए क्षमा करने की भावना अपने अंदर पैदा करें. गलतियां सबसे  होती हैं आपसे भी और दूसरों से भी. इसलिए बात को लंबे समय तक न खींचें.
5-दूसरों की एक्शन से खुद को प्रभावित होने से रोकें. जिंदगी में खुश रहने को और तरीके खोजें. अपना ध्यान गुस्से से हटाने की कोशिश करें.

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