चार महीने में राम मंदिर का निर्माण होने वाला: अमित शाह
जनता जनार्दन संवाददाता ,
Jan 12, 2020, 21:18 pm IST
Keywords: Amit Shah Rammandir Amit Shah Amit Shah Views Rammandir And Amit Shah Amit Shah Home Minister Home Town Amit Amit Shah Home Mnister नागरिकता संशोधन कानून
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर पक्ष और विपक्ष में राय बंटी है. इस बीच गृह मंत्री और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने सीएए के समर्थन में मध्य प्रदेश के जबलपुर में पार्टी की सभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी, पश्चमि बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत अन्य विपक्षी नेताओं को आड़े हाथों लिया. अमित शाह ने विपक्षी दलों पर सीएए को लेकर गुमराह करने का आरोप लगाया. साथ ही उन्होंने राम मंदिर और जवाहर लाल यूनिवर्सिटी (जेएनयू) को लेकर भी प्रतिक्रिया दी.
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, ''राम जन्मभूमि पर मंदिर बनना चाहिए या नहीं बनना चाहिए?...कपिल सिब्बल कांग्रेस के वकील कहते हैं कि राम मंदिर नहीं बनना चाहिए. सिब्बल भाई जितना दम हो रोक लो चार महीने में आसमान को छूता हुआ राम मंदिर का निर्माण होने वाला है.''
उन्होंने जेएनयू को लेकर दावा किया कि ''जेएनयू में कुछ लड़कों ने भारत विरोधी नारे लगाए, उन्होंने नारे लगाए 'भारत तेरे टुकड़े हो एक हजार, इंशाल्लाह इंशाल्लाह'. उनको जेल में डालना चाहिए या नहीं डालना चाहिए? जो देश विरोधी नारे लगाएगा उसका स्थान जेल की सलाखों के पीछे होगा.'' CAA को लेकर अमित शाह का बयान- गृहमंत्री ने कहा, ''जब देश का बंटवारा हुआ और कांग्रेस पार्टी ने देश का बंटवारा धर्म के आधार पर किया. बंटवारे के समय पूर्वी और पश्चिमी पाकिस्तान से हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध, पारसी और ईसाइ को भारत आना था, मगर उस समय स्थिति सही नहीं होने के कारण वहां वो रह गए.''
उन्होंने आगे कहा, ''हमारे देश के सभी नेताओं ने आश्वासन दिया कि आप अभी वहां रह जाइए और आप जब भी कभी भारत आएंगे तो आपका स्वागत किया जाएगा, भारत आपको नागरिकता देगा.''
अमित शाह ने कहा, ''कांग्रेस वालों कान खोल कर सुन लो, जितना विरोध करना है करो, ये सारे लोगों को नागरिकता देकर ही हम दम लेंगे. भारत पर जितना अधिकार मेरा और आपका है, उतना ही अधिकार पाकिस्तान से आए हुए शरणार्थियों का है. वो भारत के बेटा-बेटी हैं, वो हमारे भाई हैं.'' |
क्या आप कोरोना संकट में केंद्र व राज्य सरकारों की कोशिशों से संतुष्ट हैं? |
|
हां
|
|
नहीं
|
|
बताना मुश्किल
|
|
|