यूपी में ब्राह्मणों की सुनवाई नहीं कर रही है योगी सरकार: कांग्रेस नेता
जनता जनार्दन संवाददाता ,
Nov 19, 2019, 20:11 pm IST
Keywords: Congress Up Congress Up BJP Politics In Bjp UP Politics State Politics Congress Congress Party कांग्रेस कांग्रेस के नेता
दिल्ली: कांग्रेस के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद यूपी में नई राजनीति शुरू कर रहे हैं. इस नई राजनीति के तहत जितिन ने आज प्रदेश में 'चेतना यात्रा' शुरू की. जितिन ने बताया कि इसके जरिये योगी सरकार की खराब कानून-व्यवस्था को घेरने की रणनीति रहेगी. इसमें दिलचस्प बात ये है कि जितिन प्रसाद अपनी चेतना यात्रा के जरिए 'ब्राह्मण' कार्ड खेलने जा रहे हैं. जितिन अगले कुछ दिनों में अपनी यात्रा के दौरान उन सभी जिलों का दौरा करेंगे जहां पिछले दो महीनों में लगभग आधे दर्जन ब्राह्मणों की हत्या हुई है. जितिन मैनपुरी से यात्रा की शुरुआत करेंगे. जिसके बाद कन्नौज, झांसी, मेरठ, लखनऊ, लखीमपुर, अमेठी और बस्ती का भी दौरा करेंगे. हाल ही में मैनपुरी के एक छात्रावास में एक छात्रा की हत्या हो गयी थी.
गौरतलब है कि जितिन के पिता जितेंद्र प्रसाद उत्तर प्रदेश के ब्राह्मणों के बड़े नेता माने जाते थे, हाल ही में यूपी कांग्रेस में प्रभारी प्रियंका गांधी ने बड़ा फेरबदल किया है. जिसमें जितिन प्रसाद, प्रमोद तिवारी जैसे कई ब्राह्मण नेताओं को अलग-अलग कमेटी में जगह दी गयी है. ये माना जा रहा है कि जितिन अपने पिता के नक्शे कदम पर बढ़ते हुए उत्तर प्रदेश में ब्राह्मणों के बड़े नेता के रूप में उभरना चाहते हैं. यही वजह है कि जितिन अब ब्राह्मणों से जुड़े मुद्दे लगातार उठा रहे हैं. जानकारों का मानना है कि योगी सरकार को उत्तर प्रदेश में प्रचंड बहुमत दिलाने में ब्राह्मण समाज का बड़ा योगदान था. उत्तर प्रदेश कांग्रेस के कई ब्राह्मण नेताओं का मानना है कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार जाने के बाद से पिछले तीन दशक में राजनैतिक रूप से ब्राह्मणों को पार्टी ने सम्मान नहीं दिया. इसके साथ ही गैर कांग्रेसी दलों ने ब्राह्मण समाज का उपयोग अपने सत्ता लाभ के लिए किया लेकिन ब्राह्मण समाज को लीडरशिप नहीं दी. सामाजिक-राजनैतिक रूप से केवल उत्तर प्रदेश ही नहीं देश के अन्य भागों में भी यह देखने में आया है कि ब्राह्मण जाति का अस्तित्व और सम्मान सिर्फ कांग्रेस की सरकारों में ही रहा. बहरहाल उत्तर प्रदेश कांग्रेस के कई ब्राह्मण नेता जो पार्टी संगठन से लेकर चुनावी राजनीति तक हासिए पर चले गए हैं उन्हें लगता है कि ब्राह्मण समाज अगर उनके पीछे आ खड़ा हो तो उससे ना सिर्फ पार्टी का भला होगा बल्कि उनकी राजनीति भी वापस चल पड़ेगी. |
क्या आप कोरोना संकट में केंद्र व राज्य सरकारों की कोशिशों से संतुष्ट हैं? |
|
हां
|
|
नहीं
|
|
बताना मुश्किल
|
|
|