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EC पहुंचे 22 विपक्षी दल, काउंटिंग से पहले VVPAT पर्चियां EVM से मिलाने की मांग की

जनता जनार्दन संवाददाता , May 21, 2019, 19:20 pm IST
Keywords: Election Commission   Loksabha Poll 2019   Oppostion Leaders   एग्जिट पोल   
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EC पहुंचे 22 विपक्षी दल, काउंटिंग से पहले VVPAT पर्चियां EVM से मिलाने की मांग की

दिल्ली: देश भर के तमाम एग्जिट पोल में एनडीए को मिलते बहुमत के बीच आज 22 विपक्षी दलों ने ईवीएम में गड़बड़ी के मुद्दे पर चुनाव आयोग से मुलाकात की. इस मुलाकात में विपक्षी पार्टियों ने वीवीएटी की पर्चियों की पहले मिलान की मांग की. इसके साथ ही सभी दलों ने आयोग के सामने देश के तमाम हिस्सों से ईवीएम को लेकर आ रही खबरों को लेकर आयोग के सामने बात रखी. विपक्षी पार्टियों ने आयोग के सामने मांग रखी कि एक विधानसभा में जिन पांच वीवीपीएटी की पर्चियों का मिलान होना है, उन्हें काउंटिंग से पहले गिना जाए.

मुलाकात के बाद कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा, ''आज हमने दो तीन चीजें बताई हैं, सुप्रीम कोर्ट ने अनुमति दी है कि हर विधानसभा में रैंडम पांच ईवीएम की मशीनों के जो वीवीपीएटी स्लिप गिननी चाहिए. लेकिन चुनाव आयोग ने जो आदेश निकाला है उसमें कहा है कि पहले काउंटिंग हो जाए उसके बाद वीवपीएटी की पर्ची को गिनेंगे. हमने आयोग ने कहा है कि आप एक विधानसभा जो पांच वीवीपीएटी की पर्चियों का मिलान करेंगे वो सबसे पहले गिनो. अगर उसमें गलती होगी तो आपको उस विधानसभा की सभी वीवीपीएटी की पर्चियों को गिनना चाहिए नहीं तो इसका बाद में कोई फायदा नहीं. आयोग ने हमने कहा कि वो दोबारा बैठेंगे और इसके बारे में फैसला लेंगे.''

सुप्रीम कोर्ट ने आज अपने फैसले में क्या कहा?
सुप्रीम कोर्ट ने आज वीवीपीएटी मशीनों की पर्ची की ईवीएम के साथ 100% मिलान वाली वाली याचिका खारिज कर दी. जस्टिस अरूण मिश्र की अगुवाई वाली बेंच ने याचिका पर सुनवाई से इंकार कर दिया. यह याचिका चेन्नई के एक गैर सरकारी संगठन 'टेक फार आल' की ओर से दायर की गयी थी. जस्टिस अरूण मिश्र ने कहा, ''हम चीफ जस्टिस के आदेश की अवहेलना नहीं कर सकते हैं..... यह बकवास है. यह याचिका खारिज की जाती है.'' सुप्रीम कोर्ट ने आठ अप्रैल को अपने फैसले में निर्वाचन आयोग को मतगणना के दिन प्रत्येक विधानसभा के पांच मतदान केंद्रों के ईवीएम और वीवीपैट का मिलान करने का निर्देश दिया था.

विपक्ष ईवीएम में गड़बड़ी के आरोप लगा रहा है
बता दें कि पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर आरोप लगाया कि EVM बदले जा रहे हैं. महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट किया, ''ईवीएम बदलने की खबरें लगातार आ रही हैं, लेकिन अभी तक चुनाव आयोग की तरफ से कोई सफाई नहीं दी गई है. उन्होंने कहा कि जिस तरह एग्जिट पोल के बाद इस तरह की लहर बनाने की कोशिश हो रही है, ये एक तरह से दूसरे बालाकोट की तैयारी है.''

आम आदमी पार्टी ने भी ईवीएम में गड़ब़ड़ी की आशंका जताई. आप नेता संजय सिंह ने कहा, '' ईवीएम में गड़बड़ियां सामने आ रही हैं. इस लिए ही लगता है कि एग्जिट पोल कहीं किसी गेम प्लान का तो हिस्सा नहीं है. क्योंकि आज पूरे देश में ईवीएम बदले जाने की खबरें आ रही हैं. मुझे लगता है कि चुनाव आयोग को इसका संज्ञान लेना चाहिए और सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.''


ईवीएम पर विपक्ष के सवाल पर नकवी-नीतीश का पलटवार
विपक्ष के EVM पर सवाल को लेकर कैबिनेट मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और बिहार के CM नीतीश कुमार ने निशाना साधा. नीतीश कुमार ने कहा, ''आज NDA की सरकार है जबकि NDA की सरकार नहीं थी तब EVM आया था. कहां ऐसी बात है. ऐसा कुछ नहीं है, कोई नई बात नहीं है. विपक्ष हारने लगता है तो कहने लगता है कि चुनाव में गड़बड़ी हुई है. ऐसी बात बोलने से पता चलता है कि विपक्ष परेशानी में है और नर्वस है.'' वहीं मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, '' EVM विलाप मंडली की दिक्कत ये है कि उनको जमीनी हकीकत का एहसास हो चुका है. जमीन खिसक चुकी है उनकी और जब जमीन खिसक जाती है तो इसी तरह की भूमिका बनाई जाती है.''


निर्वाचन आयोग ने विपक्ष की शिकायतों पर क्या कहा?
विपक्षी दलों की ओर से ईवीएम पर उठाए जा रहे सवालों पर निर्वाचन आयोग ने सफाई दी है. निर्वाचन अधिकारी ब्रह्मदेव राम तिवार ने कहा, ''कुछ जगह से रिजर्व EVM लाई जा रही थीं उनको भी लाने में थोड़ी देरी हुई तो कुछ लोगों ने आरोप लगाया कि EVM का ट्रॉन्सपोर्टेशन हो रहा है. जबकि ऐसा कोई मामला नहीं था. मामले को बातचीत के माध्यम से सुलझा लिया गया था. जिस EVM में पोलिंग हो चुकी है, उनको प्रत्याशियों या उनके एजेंट, और आब्जर्बर की उपस्थिति में सीलबंद करके स्ट्रांग रुम में पूरी सुरक्षा में रखा गया है. जो EVM खाली हैं ( जिनमें मतदान नहीं हुआ है) उनके संबंध में भी पूरे प्रोटोकाल का अनुपालन किया जा रहा है.''

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