सिद्धू का ऐलान: अमृतसर हादसे में अनाथ हुए बच्चों की जिम्मेदारी उठाएंगे

जनता जनार्दन संवाददाता , Oct 22, 2018, 18:40 pm IST
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सिद्धू का ऐलान: अमृतसर हादसे में अनाथ हुए बच्चों की जिम्मेदारी उठाएंगे दिल्ली: दशहरे के दिन हुए अमृतसर में हुए ट्रेन हादसे के बाद आरोपों की मार झेल रहे पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिद्धू ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऐलान किया है कि जो बच्चे अनाथ हुए हैं उनकी जिम्मेदारी वह उठाएंगे. सिद्धू ने ताउम्र उन परिवारों का खर्च उठाने की बात की है जिन परिवारों में अब कोई कमाने वाला नहीं बचा. सिद्धू ने कहा कि उन्होंने जिंदगी में एक वादा किया था कि गुरु की धरती अमृतसर से ही चुनाव लड़ेंगे और आज दूसरा वादा कर रहे हैं कि अब अनाथ हुए परिवारों का पालन वो करेंगे.

सिद्धू ने कहा कि रेलवे को जांच करने की नहीं क्लिनचिट देने की जल्दी थी. उनके साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने आरोप लगाया कि रेलवे ने सबूतों को नष्ट कर दिया है. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि जोड़ा फाटक से 200 मीटर दूर दशहरा मनाया जा रहा था, यह गेटमैन को क्यों नहीं दिखा? 10 मिनट पहले वहां से गुजरी एक ट्रेन धीमी रफ्तार से निकल सकती है तो दूसरी क्यों नहीं? ड्राइवर को किस बात की जल्दी थी? वह इतनी स्पीड में क्यों भागे जा रहा था? इमरजेंसी ब्रेक किस तरह लगाए गए कि ट्रेन रुकी ही नहीं ?

इस सवाल पर कि जिन परिवारों के लोग मारे गए हैं उनका अब क्या होगा, पंजाब कांग्रेस सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि उनकी जिम्मेदारी मैं लेता हूं. जो बच्चे अनाथ हो गए हैं उन्हें पढ़ाने की जिम्मेदारी मेरी है. जिन परिवारों में कोई कमाने वाला नहीं रह गया है उसके परिवार में हर दिन चूल्हा जलेगा इसका वचन देता हूं. उन्होंने कहा कि अमृतसर मेरी धर्मपत्नी की और मेरी कर्मभूमि है. यह लोगों का प्यार है जिसने हमें इस मुकाम पर पहुंचाया है. सिद्धू ने कहा कि गुरु की धरती पर वह वचन देते हैं किसी भी परिवार के सामने रोजी रोटी का संकट पैदा नहीं होने देंगे.


पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा कि प्रार्थना सभा बीत जाने के बाद वह प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर सिंह बादल के सवालों का जवाब देंगे. जाखड़ ने कहा कि केंद्र सरकार पर तरस आता है कि वह बुलेट ट्रेन चलाने की बात करती है लेकिन डीएयू भी नहीं चला पा रही है. जाखड़ ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर की सरकार ने भी मारे गए लोगों के परिजनों को नौकरी देने की बात की है. सरकार इस बात की जांच कर रही है कि योग्यता को देखते हुए किसको कौन सी नौकरी दी जाए. उन्होंने प्रकाश सिंह बादल के इस ज्ञान पर भी सवाल उठाए कि सिटिंग जज किसी जांच कमेटी की अध्यक्षता कर सकता है. उन्होंने कहा कि जितना उन्हें जानकारी है सिटिंग जज किसी जांच कमेटी का अध्यक्ष हो ही नहीं सकता. बता दें कि बादल ने इस हादसे की जांच पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के जज से कराने की मांग की थी.

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