लोक भरोसे के प्रहरी हैं चार्टर्ड एकांउटेंटः आईसीएआई के प्लेटिनम जयंती समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद
जनता जनार्दन संवाददाता ,
Jul 02, 2018, 16:14 pm IST
Keywords: President Ram Nath Kovind ICAI platinum jubilee Institute of Chartered Accountants of India ICAI Taxation system GST राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भारतीय सनदी लेखाकार संस्थान आईसीएआई प्लेटिनम जयंती समारोह चार्टर्ड एकाउंटेंट
नई दिल्लीः राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भारतीय सनदी लेखाकार संस्थान (आईसीएआई) के प्लेटिनम जयंती समारोह को संबोधित किया। इस मौके पर कोविंद ने चार्टर्ड एकाउंटेंट को लोक भरोसे का प्रहरी बताया।
चार्टर्ड एकाउंटेंट के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सफेदपोश अपराध होते हैं तो यह सवाल उठाना स्वाभाविक है कि बैलेंस शीट की आडिटिंग करने वालों ने अपना कर्तव्य सही ढंग से निभाया या नहीं। बढ़ते सफेदपोश अपराधों और बैंक धोखाधड़ी मामलों के बीच उन्होंने कहा कि समझदारी भरी कर योजना, कर भुगतान से बचने और कर चोरी के बीच स्पष्ट अंतर रेखा है जो इन चीजों को अलग करती है और चार्टर्ड एकाउंटेंट उस ‘स्पष्ट रेखा’ के ‘सरंक्षक’ हैं। कोविंद ने चार्टर्ड एकाउंटेंट को करदाताओं व कराधान प्रणाली का सहयोगी तथा लोक भरोसे का प्रहरी बताते हुए कहा कि किसी भी मामले में ‘कर प्रणाली उतनी ही जटिल है जितना आप उसे बनाना चाहते हैं।’ बैंक घोटालों, बड़े कर्जदारों के भागने तथा प्रवर्तकों द्वारा धन के गबन की घटनाओं का जिक्र करते हुए कोविंद ने इसे ‘विश्वास भंग’ का नमूना बताया। उन्होंने कहा कि सफेदपोश अपराधों का एक परिणाम टूटे हुए दिल और टूटा हुआ भरोसा भी होता है। उन्होंने कहा कि जब इस तरह का घटनाक्रम होता है तो आत्मविश्लेषण की जरूरत होती है। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे मौकों पर यह पूछना उचित होगा कि बैलेंस सीट को आडिट करने की जिम्मेदारी रखने वालों ने अपनी ड्यूटी ठीक से निभाई या फिर उन्होंने खेदजनक स्थिति पैदा की है।’’ राष्ट्रपति ने निष्पक्ष कर प्रणाली के अनुपालन पर जोर देते हुए कहा कि इसका आशय सरकार को राजस्व देने से कहीं अधिक है। |
क्या आप कोरोना संकट में केंद्र व राज्य सरकारों की कोशिशों से संतुष्ट हैं? |
|
हां
|
|
नहीं
|
|
बताना मुश्किल
|
|
|