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खराब मौसम के कारण रुकी अमरनाथ यात्रा

खराब मौसम के कारण रुकी अमरनाथ यात्रा जम्मूः भारी बारिश के कारण अमरनाथ यात्रा कुछ समय के लिए रोकी गई थी। इस दौरान श्रद्धालुओं को बालटाल और पहलगाम के नन वैन कैंप में रुकने को कहा गया। अब मौसम सामान्य होने पर उन्हें आगे बढ़ने की अनुमति दी गई है। गंदरबल के एसएसपी फयाज अहमद का कहना है कि मौसम की स्थित में अब सुधार हो चुका है। तीर्थयात्रा बोर्ड ने तीर्थयात्रियों को आगो बढ़ने के निर्देश दे दिए हैं।

इससे पहले श्रद्धा और जोश से भरा अमरनाथ यात्रियों का पहला जत्था बम-बम भोले के जयकारे लगाता हुआ बुधवार देर शाम बालटाल और पहलगाम बेस कैंप पहुंचा। दोनों बेस कैंप में पहुंचने पर यात्रियों का फूल सौंपकर स्वागत किया गया। इससे पहले जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से 109 वाहनों में लगभग तीन हजार यात्रियों के जत्थे को पूजा-अर्चना व आरती के साथ भोर में रवाना किया गया।

देश के विभिन्न हिस्सों से आए श्रद्धालुओं का जोश आधार शिविर से रवाना होने के वक्त देखते ही बन रहा था। आधिकारिक रूप से श्री अमरनाथ यात्रा 28 जून से शुरू होगी और इसी दिन श्री अमरनाथ की पवित्र गुफा पर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को बाबा बर्फानी के पवित्र हिमलिंग के पहले दर्शन होंगे। पूरे यात्रा मार्ग में सुरक्षा के अब तक के सबसे व्यापक प्रबंध किए गए हैं। यात्रा मार्ग पर ड्रोन से निगरानी रखी जा रही है।  

जम्मू से पहले जत्थे में पहलगाम मार्ग के लिए 1904 और बालटाल मार्ग के लिए 1091 श्रद्धालु कड़ी सुरक्षा में रवाना हुए। कुल 36 बसों और 25 हल्के वाहनों में पहलगाम मार्ग के लिए रवाना हुए 1904 शिव भक्तों में 1554 पुरुष, 330 महिलाएं और 20 बच्चे शामिल हैं। वहीं, बालटाल मार्ग के लिए रवाना हुए कुल 1091 यात्री 21 बसों और 27 हल्के वाहनों व पांच मोटर साइकिल पर रवाना हुए। इनमें 780 पुरुष, 190 महिलाएं, एक बच्चा और 120 साधु शामिल हैं।

बुधवार भोर लगभग साढ़े चार बजे राज्यपाल के सलाहकारों बीबी व्यास व के विजय कुमार ने जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रह्मण्यम भी इस दौरान उपस्थित थे। व्यास ने कहा कि यात्रा को सुचारु तथा सकुशल संपन्न कराने के लिए विभिन्न विभागों ने आपसी समन्वय के साथ बेहतर प्रबंध किए हैं।

विजय कुमार ने कहा कि यात्रियों की सुविधाओं का पूरा ख्याल रखा गया है। साथ ही ट्रैफिक भी सुचारु रखने के प्रयास किए गए हैं। नेकां विधायक देवेंद्र सिंह राणा व भाजपा एमएलसी विक्रम रंधावा ने श्रद्धालुओं को पवित्र यात्रा के लिए मुबारकबाद दी। ज्ञात हो कि यात्रा का समापन 26 अगस्त को होगा। वर्ष 2017 में 2.60 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा के दरबार में मत्था टेका था।

40 हजार जवान लगे हैं सुरक्षा में

यात्रा को सकुशल संपन्न कराने के लिए पुलिस, पैरामिलिट्री, एनडीआरएफ व सेना के 40 हजार जवानों को सुरक्षा में लगाया गया है। पहली बार यात्रा में शामिल होने वाले सभी वाहनों की ट्रैकिंग की जा रही है। इसके लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी (आरएफ) टैग वाहनों पर लगाए गए हैं ताकि उनकी लोकेशन पता चलती रहे।

सीआरपीएफ का मोटरसाइकिल दस्ता भी सुरक्षा में सक्रिय रहा। सीआरपीएफ की रोड ओपनिंग पार्टी को भी सुबह से ही सक्रिय रखा जा रहा है ताकि अवांछनीय तत्वों की ओर से यदि आईईडी बिछाया गया हो तो उसे निष्क्रिय किया जा सके। आईजी जम्मू एसडी सिंह जमवाल ने बताया कि यात्रा की सुरक्षा की मुकम्मल व्यवस्था की गई है। यात्रियों को डरने की किसी प्रकार की जरूरत नहीं है।

बाबा अमरनाथ यात्रा के आधार शिविर भगवती नगर में देश प्रेम हिलोरे मार रहा था। मौका था यात्रियों के पहले जत्थे की रवानगी का। यात्रा पर रवाना होने से पहले भगवती नगर कैंपस में श्रद्धालुओं ने खूब शान से तिरंगा लहराया।

भारत माता की जय के नारे लगाए। युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक में जबर्दस्त उत्साह देखने को मिल रहा था। श्रद्धालुओं का कहना था कि बाबा ने अपने दर पर बुलाया है तो फिर किस बात का डर। न आतंकी से डरेंगे और न ही पत्थरबाजों से। हर हाल में बाबा के दर्शन करेंगे।

राममाधव व निर्मल ने लगाई हाजिरी

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव राममाधव व विधानसभा अध्यक्ष डा. निर्मल सिंह ने बुधवार को बाबा बर्फानी के दरबार में मत्था टेका। दर्शन करने के बाद राममाधव ने कहा कि राज्यपाल एनएन वोहरा के नेतृत्व में प्रशासन ने अमरनाथ यात्रा के लिए बेहतरीन प्रबंध किए हैं। इस बार पवित्र गुफा तक इंटरनेट की सुविधा भी दी गई है।

भारी बारिश के कारण अमरनाथ यात्रा कुछ समय के लिए रोकी गई थी। इस दौरान श्रद्धालुओं को बालटाल और पहलगाम के नन वैन कैंप में रुकने को कहा गया। अब मौसम सामान्य होने पर उन्हें आगे बढ़ने की अनुमति दी गई है। गंदरबल के एसएसपी फयाज अहमद का कहना है कि मौसम की स्थित में अब सुधार हो चुका है। तीर्थयात्रा बोर्ड ने तीर्थयात्रियों को आगो बढ़ने के निर्देश दे दिए हैं।

इससे पहले श्रद्धा और जोश से भरा अमरनाथ यात्रियों का पहला जत्था बम-बम भोले के जयकारे लगाता हुआ बुधवार देर शाम बालटाल और पहलगाम बेस कैंप पहुंचा। दोनों बेस कैंप में पहुंचने पर यात्रियों का फूल सौंपकर स्वागत किया गया। इससे पहले जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से 109 वाहनों में लगभग तीन हजार यात्रियों के जत्थे को पूजा-अर्चना व आरती के साथ भोर में रवाना किया गया।

देश के विभिन्न हिस्सों से आए श्रद्धालुओं का जोश आधार शिविर से रवाना होने के वक्त देखते ही बन रहा था। आधिकारिक रूप से श्री अमरनाथ यात्रा 28 जून से शुरू होगी और इसी दिन श्री अमरनाथ की पवित्र गुफा पर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को बाबा बर्फानी के पवित्र हिमलिंग के पहले दर्शन होंगे। पूरे यात्रा मार्ग में सुरक्षा के अब तक के सबसे व्यापक प्रबंध किए गए हैं। यात्रा मार्ग पर ड्रोन से निगरानी रखी जा रही है।  

जम्मू से पहले जत्थे में पहलगाम मार्ग के लिए 1904 और बालटाल मार्ग के लिए 1091 श्रद्धालु कड़ी सुरक्षा में रवाना हुए। कुल 36 बसों और 25 हल्के वाहनों में पहलगाम मार्ग के लिए रवाना हुए 1904 शिव भक्तों में 1554 पुरुष, 330 महिलाएं और 20 बच्चे शामिल हैं। वहीं, बालटाल मार्ग के लिए रवाना हुए कुल 1091 यात्री 21 बसों और 27 हल्के वाहनों व पांच मोटर साइकिल पर रवाना हुए। इनमें 780 पुरुष, 190 महिलाएं, एक बच्चा और 120 साधु शामिल हैं।

बुधवार भोर लगभग साढ़े चार बजे राज्यपाल के सलाहकारों बीबी व्यास व के विजय कुमार ने जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रह्मण्यम भी इस दौरान उपस्थित थे। व्यास ने कहा कि यात्रा को सुचारु तथा सकुशल संपन्न कराने के लिए विभिन्न विभागों ने आपसी समन्वय के साथ बेहतर प्रबंध किए हैं।

विजय कुमार ने कहा कि यात्रियों की सुविधाओं का पूरा ख्याल रखा गया है। साथ ही ट्रैफिक भी सुचारु रखने के प्रयास किए गए हैं। नेकां विधायक देवेंद्र सिंह राणा व भाजपा एमएलसी विक्रम रंधावा ने श्रद्धालुओं को पवित्र यात्रा के लिए मुबारकबाद दी। ज्ञात हो कि यात्रा का समापन 26 अगस्त को होगा। वर्ष 2017 में 2.60 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा के दरबार में मत्था टेका था।

यात्रा को सकुशल संपन्न कराने के लिए पुलिस, पैरामिलिट्री, एनडीआरएफ व सेना के 40 हजार जवानों को सुरक्षा में लगाया गया है। पहली बार यात्रा में शामिल होने वाले सभी वाहनों की ट्रैकिंग की जा रही है। इसके लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी (आरएफ) टैग वाहनों पर लगाए गए हैं ताकि उनकी लोकेशन पता चलती रहे।

सीआरपीएफ का मोटरसाइकिल दस्ता भी सुरक्षा में सक्रिय रहा। सीआरपीएफ की रोड ओपनिंग पार्टी को भी सुबह से ही सक्रिय रखा जा रहा है ताकि अवांछनीय तत्वों की ओर से यदि आईईडी बिछाया गया हो तो उसे निष्क्रिय किया जा सके। आईजी जम्मू एसडी सिंह जमवाल ने बताया कि यात्रा की सुरक्षा की मुकम्मल व्यवस्था की गई है। यात्रियों को डरने की किसी प्रकार की जरूरत नहीं है।
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