Saturday, 20 April 2024  |   जनता जनार्दन को बुकमार्क बनाएं
आपका स्वागत [लॉग इन ] / [पंजीकरण]   
 

फीफा विश्व कप 2018: स्वीडन बनाम दक्षिण कोरिया; एंड्रियास के एकलौते गोल से स्वीडन ग्रुप एफ में आगे

फीफा विश्व कप 2018: स्वीडन बनाम दक्षिण कोरिया; एंड्रियास के एकलौते गोल से स्वीडन ग्रुप एफ में आगे	मॉस्कोः वीडियो रेफरल की सहायता से मिली पेनल्टी पर गोल करके स्वीडन ने सोमवार को फीफा विश्व कप में ग्रुप एफ के पहले मैच में साउथ कोरिया को 1- 0 से हरा दिया. स्वीडन के लिए अनुभवी कप्तान एंड्रियास ग्रैनक्विस्ट ने एकमात्र गोल किया.

विक्टर क्लासेन को साउथ कोरिया के स्थानापन्न खिलाड़ी मिन वू किम ने 62वें मिनट में बाधा पहुंचाई. जोरदार अपील के बावजूद अल सल्वाडोर के रेफरी जोएल एगुइलार ने पेनल्टी नहीं दी, लेकिन वीडियो सहायता के बाद उन्होंने पेनल्टी का इशारा किया.

इससे पहले फ्रांस और पेरू को भी वीडियो रेफरल पर पेनल्टी मिल चुकी है. स्वीडन की टीम पिछले दो संस्करणों से गायब रहने के बाद स्टार खिलाड़ी ज्लातान इब्राहिमोविक के बगैर अपनी किस्मत आजमाने उतरी थी और जीत के साथ आगाज करने में सफल रही.

एशियाई देशों में साउथ कोरिया एकमात्र ऐसी टीम है, जिसने 2002 में विश्व कप में सेमीफाइनल तक का सफर तय किया है. लेकिन साल 2014 विश्व कप में उसका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा और इस कारण वह ग्रुप स्तर से आगे नहीं बढ़ पाई.

हालांकि दोनों टीमों में से अगर कोई भी अगले दौर में पहुंचती है तो यह काफी हैरानी भरा परिणाम होगा, लेकिन स्वीडन की शुरुआती मैच में जीत उसका मनोबल बढ़ाने में महत्वपूर्ण साबित होगी. पिछले 12 वर्षों में स्वीडन की टीम पहली बार विश्व कप फाइनल्स में पहुंची है.

कोरिया को छठे मिनट में फ्रीकिक से गोल करने का मौका मिला था. सोन के शॉट को किम शिन वुक ने हेडर से गोल पोस्ट तक पहुंचाने की कोशिश की, लेकिन वह नेट से बहुत दूर चली गई और कोरिया की टीम खाता खोलने का मौका चूक गई.

एंड्रियास ग्रैनक्विस्ट और मार्कस बर्ग बीच अच्छे तालमेल से स्वीडन ने मैच का अभी तक का सबसे अच्छा मूव बनाया. लेकिन कोरिया के सेंटर बैक ने पेनाल्टी एरिया में इस मूव को रोक दिया. जेनी एंडरसन ने एक दिन पहले कहा था कि उनकी टीम ने पिछले कुछ दिनों में कड़ी मेहनत की है ताकि वो गोल करने के मौके बना सकें

पहले हाफ में स्वीडन का पलड़ा भारी रहा. गेंद पर कब्जा भी अधिकतर समय स्वीडन का रहा. गोल करने के ज्यादा मौके भी उसने बनाए. इसमें कोई शक नहीं वो भाग्यहीन रहे कि गोल करने में सफल नहीं रहे. लेकिन इसमें कोई शक नहीं कि उन्होंने आक्रमण में विविधता के लिए काफी मेहनत की है. उनका डिफेंस हमेशा की तरह मजबूत दिखा

दूसरे हाफ में काफी समय तक संघर्ष करने के बाद स्वीडन के डिफेंस को भेदते हुए गोल पोस्ट के करीब पहुंचे कू जा चियोल ने 51वें मिनट में हेडर से फुटबॉल को निशाने तक पहुंचाने का जोर लगाया, लेकिन वह नेट के बाहरी हिस्से से टकरा गई और साउथ कोरिया खाता खोलने से चूक गई.

स्वीडन ने पूरे मैच में आक्रामक फुटबॉल खेली, लेकिन यह हैरानी की बात है कि उसका गोल पेनल्टी पर हुआ. साउथ कोरिया के आक्रमण में कोई दम नजर नहीं आया.

विक्टर क्लासेन 63वें मिनट में फुटबॉल पर किक मारने की कोशिश में थे, जब साउथ कोरिया के किम ने फुटबॉल की पहुंच से दूर होने के बावजूद गलत तरीके से क्लासेन को रोकने की कोशिश की. इस पर स्वीडन ने पेनल्टी की मांग की. वीएआर देखने के बाद स्वीडन को पेनल्टी पर गोल करने का अवसर मिला और कप्तान ग्रैंक्विस्ट ने शानदार शॉट मारकर स्वीडन का खाता खोला.ग्रैंक्विस्ट 2002 में हेनरिक लार्सेन के बाद विश्व कप में पेनल्टी पर गोल करने वाले पहले स्वीडिश खिलाड़ी हैं.

कोरिया को 90वें मिनट में बराबरी का मौका मिला, लेकिन हवांग ही चान का हेडर बाहर से निकल गया. इसके अलावा कोरिया की फारवर्ड लाइन कोई भी ऐसा मौका नहीं बना सकी जिसे कहा जा सके कि ये गोल करने का साफ मौका था. सोन और हवांग लगातार व्यस्त रहे लेकिन टीम को कोई लाभ नहीं हुआ.

इस जीत के बाद स्वीडन अपने ग्रुप में मेक्सिको के साथ शीर्ष पर है, जिसने रविवार को मौजूदा चैंपियन जर्मनी को हरा दिया. अब स्वीडन का सामना 23 जून को जर्मनी से होगा.

रूस आने वाली टीमों में केवल कोरिया, जर्मनी, ब्राजील, अर्जेंटीना और स्पेन ही ऐसी टीमें हैं, जिन्होंने 1986 के बाद से हर विश्व कप में भाग लिया है
वोट दें

क्या आप कोरोना संकट में केंद्र व राज्य सरकारों की कोशिशों से संतुष्ट हैं?

हां
नहीं
बताना मुश्किल