भाजपा अब 'वन मैन शो' और 'टू मैन आर्मी' बन गई हैः सिन्हाद्वय का पीएम मोदी और शाह पर हमला
जनता जनार्दन संवाददाता ,
May 21, 2018, 10:13 am IST
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चंडीगढ़ः पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा और भाजपा सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने रविवार को बिना किसी का नाम लिए आरोप लगाया कि इस समय पार्टी (भाजपा) और देश की सरकार को केवल दो नेता कठपुतली की तरह चला रहे हैं. इन दोनों के आगे पार्टी के सभी नेता नेता नतमस्तक हैं. सब स्तुति में जुटे हैं जबकि मैं जो कुछ गलत हो रहा है, उसके खिलाफ खुलकर बोल रहा हूं.
शत्रुघ्न सिन्हा ने आरोप लगाया कि पार्टी में आंतरिक प्रजातंत्र पूरी तरह समाप्त हो गया है जो कभी अटलबिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी के समय में हुआ करता था। उन्होंने यहां तक कह डाला कि पार्टी ‘वन मैन शो’ और ‘टू मैन आर्मी’ बन चुकी है. उन्होंने कहा कि वह खुद भाजपा नहीं छोड़ेंगे. पार्टी चाहे तो उन्हें बेशक निकाल सकती है. पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने कहा कि मोदी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में जो-जो वायदे किए थे, वे सभी जुमले साबित हो रहे हैं इस बात को लेकर लोगों में निराशा है. ऐसे में 2019 का आम चुनाव भाजपा के लिए आसान नहीं होगा. आरोप लगाया कि कर्नाटक में भाजपा ने बहुमत साबित करने के लिए संविधान तक की परवाह नहीं की और दूसरे दलों के विधायकों के जोड़-तोड़ में जुटी थी. उन्होंने कहा कि भाजपा अब वह पार्टी नहीं रह गई है जो कि पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के समय में थी. पाकिस्तान के मुद्दे पर भी मोदी की हर पालिसी फेल हो रही है. पाकिस्तान ने पठानकोट मामले में भी पीएम मोदी को बेवकूफ बनाया. पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा और सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने पूर्व केंद्रीय मंत्री हरमोहन धवन को भाजपा नहीं छोड़ने की सलाह दी जबकि धवन पार्टी छोड़ने के लिए तैयार थे. दोनों नेताओं ने उन्हें पार्टी में ही रहकर शहरवासियों की समस्याएं उठाने की सलाह दी. पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने आगे कहा कि ‘देश के हालात इमजेंसी जैसे हो गए हैं. 70 वर्षों के इतिहास में सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठतम जजों को प्रेस कांफ्रेंस करनी पड़ी. लोकसभा का सत्र छोटा किया जा रहा है. विरोध करने वालों को किनारे लगाया जा रहा है. सीबीआई और ईडी का दुरुपयोग किया जा रहा है. सत्ता के लिए भाजपा किसी भी हद तक जाने को तैयार है. मैंने तो शत्रुघ्न सिन्हा को जेल जाने तक के लिए तैयार कर लिया है.’ शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा, " अगर सच कहना बगावत है तो मैं बागी हूं. व्यक्ति से बड़ी पार्टी है और पार्टी से बड़ा राष्ट्र है. मैं ताली का पात्र हूं गाली का नहीं. सही दिशा की ओर बढ़ो, बदनाम के साथ नहीं. यह सब बात दिल की बात कर रहा हूं. मन की बात तो किसी और की पेटेंट हो गई है. एक वर्ष में 365 दिन होते हैं लेकिन जीएसटी में अब तक 357 संशोधन हो चुके हैं. न खाऊंगा, न खाने दूंगा का नारा देने वाले आज कर्नाटक में विधायकों की खरीद-बिक्री की दुकान लगाकर बैठे थे. अंत में क्या हुआ, बदनामी ही हुई. पूर्व केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा इतने पर ही नहीं रुके. कर्नाटक में बीजेपी सरकार गिरने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर उन्होंने ट्वीट करके भी नया हमला बोला. उन्होंने कहा है अब प्रधानमंत्री को असली लोगों के असली और वास्तविक सवालों का जवाब देना चाहिए. उन्होंने ट्वीट किया, “महोदय… अब एक पूर्ण प्रेस प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करने का समय आ गया है, असली और वास्तविक नागरिकों से असली और वास्तविक प्रश्नों का उत्तर दें… सिर्फ सरकारी दरबारियों और चमचों से नहीं… जय हिंद!” अपने दूसरे ट्वीट में शत्रुघ्न सिन्हा ने लिखा, “महोदय। लोग क्यों कह रहे हैं कि तथाकथित गॉडफादर को इस्तीफा देना चाहिए या पार्टी को इस तरह की गड़बड़ी में लाने के लिए हटा दिया जाना चाहिए, क्योंकि उनलोगों ने धन, बल और सरकार की विशाल शक्ति का दुरुपयोग कर लोकतंत्र को मारने की कोशिश की है और पूरे भारत और दुनिया में पार्टी का नाम खराब किया है. सत्यमेव जयते! जय हिंद!” शत्रुघ्न सिन्हा के इस ट्वीट पर कई लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया भी जाहिर की. एक यूजर ने लिखा है, “इसमें नैतिक साहस और आत्मबल की आवश्यकता होती है मान्यवर.. अपने चार साल के शासनकाल में ऐसा साहस तो कभी दिखाया नहीं…. अधिनायकवादी चरित्र अपनी सुनाते हैं, आत्मग्लानी उन्हें आम जनता का सामना करने से डराती है, और ये कायरता उन्हें आक्रामक बनाती है. श्री मोदी फ़ासीवादी की नयी इतिहास लिखेगें.” दूसरे यूजर ने लिखा, “अरे सर ममता दीदी से भी सवाल करो की क्या वो लोकतंत्र की हत्या नहीं कर रही है? “Ballot Box” ग़ायब करवा के ज़बरदस्ती बूथ capturing करवा करके अपने candidate के ग़लत वोटिंग. हर जगह दंगा. ज़रा दीदी से बोलो press conference करें. है हिम्मत बोलने की??” एक अन्य यूजर ने लिखा है, “आप 2019 का चुनाव बड़े मार्जिन से हारेंगे, मंत्री तो दूर सांसद पद से भी हाथ धो लेंगे…” |
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