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हममें व भाजपा में अंतर यही कि वह नफरत फैलाते और हम प्यार करते हैं: कांग्रेस महाधिवेशन में बतौर अध्यक्ष पहले भाषण में राहुल गांधी

हममें व भाजपा में अंतर यही कि वह नफरत फैलाते और हम प्यार करते हैं: कांग्रेस महाधिवेशन में बतौर अध्यक्ष पहले भाषण में राहुल गांधी नई दिल्ली: कांग्रेस के महाधिवेशन में पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला. राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि मौजूदा वक्त में देश में गुस्सा फैलाया जा रहा है. बीजेपी बांटने की राजनीति कर रही है. राजनीतिक फायदे के लिए लोगों को आपस में लड़ाया जा रहा है.

बतौर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पहली बार पार्टी के महाधिवेशन में भाषण दिया. इससे पहले उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह, पूर्व लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार, यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी का अभिवादन किया.

राहुल ने कहा कि वह इस अधिवेशन में दो भाषण देंगे, इसलिए शुरुआती भाषण में वह थोड़ा बोलेंगे. उन्होंने कहा कि अपने समापन भाषण में वह महाधिवेशन में आए नेताओं की बातें सुन लेंगे उसके बाद विस्तार से अपनी बात रखेंगे.

राहुल गांधी ने उद्घाटन भाषण के दौरान कहा कि आज देश में गुस्सा फैलाया जा रहा है, देश को बांटा जा रहा है. हिंदुस्तान के एक व्यक्ति को दूसरे व्यक्ति से लड़वाया जा रहा है. हमारा काम जोड़ने का है. कांग्रेस का हाथ निशान ही देश को जोड़ कर रख सकता है.

उन्होंने एक तरह से बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि हम अपने सीनियर नेताओं को नहीं भूलते हैं. हमारे पार्टी के नेता जैसे सोनिया गांधी, मनमोहन सिंह पार्टी के लिए लड़ते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि यह महा अधिवेशन भविष्य की बात कर रहा है, बदलाव की बात कर रहा है.

उन्होंने कहा कि हमारा काम सीनियर नेताओं और युवाओं को जोड़ने का है, सबको राह दिखाने का काम है. कांग्रेस पार्टी अपने दिग्गज नेताओं और युवाओं के समर्थन से आगे बढ़ेगी. हम पीछे की बात नहीं भूलते हैं. हम सबको साथ लेकर चलते हैं. मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए राहुल ने कहा कि मोदी सरकार में लोगों को ये बात समझ नहीं आती किउन्हें रोजगार कब मिलेगा, किसानों को उनके हक कब मिलेंगे?

राहुल ने कहा कि देश को सिर्फ कांग्रेस पार्टी ही रास्ता दिखा सकती है. कांग्रेस पार्टी में और विपक्ष में क्या फर्क है? एक फर्क है कि वह गुस्से का प्रयोग करते हैं, हम प्यार का और भाईचारे का प्रयोग करते हैं. उन्होंने कहा कि चाहे कुछ भी हो जाए, ये देश हम सबका है, हर जात का है, हर धर्म का है. कांग्रेस पार्टी जो भी करेगी, वह सबके लिए करेगी. किसी को पीछे नहीं छोड़ेगी. धन्यवाद.

उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने हमेशा देश को जोड़ने की बात की है. हाथ के निशान की ताकत से ही देश को आगे बढ़ाया जा सकता है. राहुल ने कहा कि पार्टी नए तरीके से आगे बढ़ेगी, युवा लोग पार्टी को चलाएंगे लेकिन सीनियर नेताओं को साथ में लेकर ही पार्टी आगे बढ़ेगी.

राहुल ने कहा कि देश को सिर्फ कांग्रेस पार्टी ही रास्ता दिखा सकती है. जब किसान, मजदूर, गरीब लोग मोदी सरकार की तरफ देखते हैं तो उन्हें रास्ता नहीं दिखता है. बीजेपी वाले गुस्से का प्रयोग करते हैं, लेकिन हमारी पार्टी प्यार से आगे बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि ये देश हर किसी का है, हर धर्म वाले का है.  

सचिन पायलट ने कहा- राहुल गांधी के नेतृत्व में हमने उपचुनावों में जीत हासिल की है. हमें चुनौती देने वाले देख लें. अब हम राज्यों में सरकार बनाने के साथ-साथ 2019 का चुनाव भी जीतेंगे.

अधिवेशन में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कांग्रेस की सरकारों ने देश में विकास का काफी काम किया. उन्होंने कहा कि देश में आज अनाज की खदानें हैं, इसरो की शुरुआत, कंप्यूटर सब कांग्रेस के राज में ही हुआ है. उन्होंने कहा कि जो लोग अंधे हैं उन्हें विकास नहीं दिखेगा. खड़गे ने कहा कि सिर्फ चाय वाला होने से कुछ नहीं होता, देश के लिए कुछ करना भी पड़ता है. आज देश में हर कोई परेशान है.

खड़गे ने कहा कि पिछले काफी समय से मैं चुनकर आ रहा हूं, क्योंकि कांग्रेस पार्टी मेरा साथ देती है. अगर कांग्रेस को कोई हरा सकता है, तो सिर्फ कांग्रेस पार्टी ही हरा सकती है. उन्होंने कहा कि कभी-कभी हमारी पार्टी के अंदर ही अलग होते हैं. एक-दूसरे को हराने की कोशिश करते हैं, मुख्यमंत्री बनने की कोशिश करते हैं. या फिर मंत्री बनने की सोचते हैं. हमें ये सब छोड़कर आगे बढ़ना होगा.

उन्होंने कहा कि यूपी के सीएम कर्नाटक में प्रचार कर रहे हैं, लेकिन अपना घर नहीं संभल रहा है. कांग्रेस पार्टी कर्नाटक में सरकार बनाएगी. जिस तरह बीजेपी और आरएसएस के लोग घर-घर जाकर प्रचार करते हैं, उसी तरह हमें भी काम करना होगा.

राहुल गांधी के शुरुआती भाषण के साथ कांग्रेस अधिवेशन का आगाज़ हुआ. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित किया. अधिवेशन में कांग्रेस के दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि दी गई.

कार्यक्रम में अजय माकन ने कहा कि पिछले एक दशक में राहुल गांधी दलितों और पिछड़ों की आवाज़ बन गए हैं. माकन ने कहा कि देश की सांस्कृतिक धरोहर की रक्षा करना अब राहुल गांधी के हाथ में है.

राहुल गांधी के कांग्रेस के महाधिवेशन में दिए गए पहले भाषण की 5 खास बातें

1. देश को सिर्फ कांग्रेस पार्टी ही रास्ता दिखा सकती है. कांग्रेस पार्टी प्यार और भाईचारे का प्रयोग करती है, जबकि विपक्ष क्रोध का इस्तेमाल करती है. कांग्रेस पार्टी देश के प्रत्येक व्यक्ति के लिए काम करेगी.

2. कांग्रेस पार्टी की परंपरा हमारे अतीत और विरासत को भूले बिना परिवर्तन को गले लगाने की है.

3. हाथ का प्रतीक कांग्रेस पार्टी का प्रतीक है. यह एक प्रतीक है जो देश को एक साथ रखता है, हमें रास्ता दिखाता है और यही हाथ भारत देश को आगे बढ़ाएगा.

4. देश में विभाजन, घृणा और गुस्सा का प्रसार हो रहा है और हमारा काम है कि हम भारत को एकताबद्ध और एकजुट करें. कांग्रेस पार्टी अपने दिग्गज नेताओं और युवाओं के समर्थन से आगे बढ़ेगी, मेरा काम उन्हें साथ ले चलना है.

5. जब युवा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरफ देखते हैं तो वह आगे का रास्ता नहीं देख पाते, कांग्रेस अकेली ऐसी पार्टी है जो देश को आगे ले जा सकती है.

अधिवेशन के दौरान मंच पर कोई भी नेता मौजूद नहीं रहेगा. पार्टी संदेश देना चाह रही है कि ये नेतृत्व नहीं बल्कि कार्यकर्ताओं का अधिवेशन है. अधिवेशन में बूथ और जिला स्तर के कार्यकर्ताओं को राजनीतिक प्रस्ताव पर बोलने का मौका मिलेगा. राहुल के भाषण के बाद ए.के. एंटनी राजनीतिक प्रस्ताव पेश करेंगे. इन प्रस्तावों में ईवीएम से बैलेट पर चुनाव, आरएसएस और बीजेपी देश के लिए नुकसानदेह, 2019 के लिए कांग्रेस की राजनीतिक दिशा पर चर्चा होगी.

पार्टी के 84वें महाधिवेशन से पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में इस विषय पर समिति की बैठक हुई. इसमें पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी, लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद, वरिष्ठ नेता एके एंटनी, जनार्दन द्विवेदी और पार्टी के प्रदेश इकाइयों के अध्यक्ष सहित कई नेताओं ने हिस्सा लिया.

पार्टी के मीडिया विभाग के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने बैठक के बाद संवाददाताओं को बताया कि इन चारों प्रस्तावों को चिंतन बैठक में अंतिम रूप दिया गया. उन्होंने कहा कि महाधिवेशन में कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं के विचार जानने के बाद उनके अनुरूप इनमें संशोधन करने के बाद ही पारित किया जाएगा.

महाधिवेशन का समापन भी कांग्रेस अध्यक्ष के भाषण से होगा, जिसमें वह आगामी चुनावों के लिए पार्टी की योजनाओं की दिशा तय करेंगे. सूत्रों ने कहा कि राजनीतिक प्रस्ताव में समान विचारों वाली पार्टियों के साथ गठबंधन करने के बारे में पार्टी की योजना का संकेत मिलेगा.

कांग्रेस बीजेपी को सत्ता से बाहर करने के लिए विपक्षी दलों का एक बड़ा मोर्चा बनाने का प्रयास करना चाहती है. संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रात्रि भोज में 20 विपक्षी दलों के नेताओं को बुलाकर इस दिशा में पहल की है.

सुरजेवाला ने कहा, ‘इस बार अन्य सत्रों की तुलना में महाधिवेशन अलग होगा क्योंकि कांग्रेस अध्यक्ष नेताओं की तुलना में कार्यकर्ताओं को प्राथमिकता देना चाहते हैं.’ कांग्रेस प्रमुख की बजाए ध्यान कार्यकर्ताओं पर केंद्रित होगा, जिन्हें पार्टी की भावी रणनीति के बारे में बोलने का मौका दिया जाएगा. महाधिवेशन को संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी भी संबोधित करेंगी.

बैठक में महाधिवेशन के दौरान पारित किए जाने वाले चार प्रस्तावों पर विचार-विमर्श किया गया. इनमें राजनीतिक, आर्थिक, विदेशी मामलों तथा कृषि, बेरोजगारी एवं गरीबी उन्मूलन के प्रस्ताव शामिल हैं. पार्टी हर क्षेत्र पर अपना दृष्टिकोण रखेगी और वर्तमान परिदृश्य से उसकी तुलना करेगी.

अधिवेशन शुरू होने से पहले राहुल ने ट्वीट कर सभी कार्यकर्ताओं का स्वागत किया. अधिवेशन से ठीक पहले राहुल ने अपना ट्विटर अकाउंट @OfficeOfRG से बदलकर @RahulGandhi कर लिया. कांग्रेस ने अधिवेशन शुरू होने से पहले मोदी सरकार के खिलाफ 5 बुकलेट जारी की हैं. इन बुकलेट को कार्यकर्ताओं के बीच बांटा जाएगा.

इन मुद्दों पर है बुकलेट -

1.  युवा, नौकरी, महिला, अल्पसंख्यक

2. अर्थव्यवस्था

3. राष्ट्रीय सुरक्षा

4. मोदी सरकार की लूट

5. किसानों के मुद्दों पर
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