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कोहरा रोक न सका योगी को, मुख्यमंत्री ने 'बाल स्वच्छता रथ' को वाराणसी में दिखाया हरी झंडी

अमिय पाण्डेय , Jan 05, 2018, 13:09 pm IST
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कोहरा रोक न सका योगी को, मुख्यमंत्री ने 'बाल स्वच्छता रथ' को वाराणसी में दिखाया हरी झंडी वाराणसीः आसमान घने कोहरे से ढका था और चिलचिलाती ठंडी हवा जब हाड़ कंपा देने के लिए आतुर थी, तब भी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिमाग में केवल राज्य की स्वच्छता और सफाई अभियान का खाका तैर रहा था. यही वजह थी कि आज सुबह पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत उन्होंने वाराणसी में स्वच्छता रथ को हरि झंडी दिखा कर रवाना किया.

मुख्यमंत्री ने इस कार्यक्रम की शुरुआत के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी को चुना. इस "बाल स्वच्छता रथ" के चलाए जाने के कई कारण हैं. जिनमें खास हैं-
1) प्रायः यह देखा गया है कि स्कूल अथवा आंगनवाड़ी में या तो शौचालय बने नहीं होते या बने होते हैं तो बहुत अच्छी इस स्थिति में नहीं होते
2) इसके अलावा सुरक्षा एवं मान सम्मान की दृष्टि से महिला एवं पुरुषों के शौचालय अलग अलग नहीं होते
3) या फिर शौचालयों में गंदगी रहती है तथा हाथ धोने की उचित व्यवस्था नहीं रहती है
4) इन्हीं सब कारणों से स्कूल की बच्चियां स्कूल जाने से कतराती हैं
5) इसके अलावा महिला शिक्षिकाएं सही समय से शौच ना जाने के कारण अनेक बीमारियों की शिकार भी कुछ समय बाद होने लगती हैं
6) कई सारी स्टडीज में यह भी निकल कर आया है कि स्कूल में शौचालय ना होना बच्चियों के स्कूल ना जाने अथवा बीच में स्कूल छोड़ देने का कारण होता है

अतः इन सभी कमियों को दूर करने एवं स्वच्छ भारत मिशन को एक नया आयाम देने की दृष्टि से बाल स्वच्छता रथ जनपद वाराणसी में जिला स्वच्छता समिति द्वारा चलाया जा रहा है, ताकि स्कूल तथा आंगनवाड़ी शौचालय की गुणवत्ता तथा उनके इस्तेमाल में सुधार लाया जा सके....

"बाल स्वच्छता रथ" का उद्देश्य-
1) स्कूलों तथा आंगनवाड़ियों में शौचालय का निर्माण ग्राम सभा निधि से करवाना
2) शौचालयों की गुणवत्ता बरकरार रखना
3) शौचालय में साफ-सफाई बरकरार रखना
4) महिला तथा पुरुष के लिए प्रथक प्रथक शौचालय की व्यवस्था रखना
4) शौचालयों के अंदर सभी तरह की सुविधाएं जैसे कि पानी के लिए बाल्टी मग , खूंटिया कपड़े के लिए तथा हैंड वाशिंग फैसिलिटी मेंटेन करना
5) बच्चों को साबुन से हाथ धोने के लिए प्रेरित करना तथा उनमें स्वच्छता के प्रति जागरूकता जगाना
6) प्रधान सचिव तथा प्रधानाध्यापक की स्वच्छता के प्रति जवाबदेही तय करना...



मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरफ से स्वच्छता को लेकर किया गया यह अनोखा प्रयास है, जिसकी सर्वत्र सराहना हो रही है. समूचा पूर्वांचल मुख्यमंत्री के एजेंडे में सबसे ऊपर है. शायद इसीलिए गोरखपुर से लेकर वाराणसी तक की रंगत बदल रही है.

वाराणसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अपना संसदीय क्षेत्र है. इसलिए भी मुख्यमंत्री इसके विकास में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहते. ज्यादातर योजनाओं की निगरानी वह खुद करते हैं. इसीलिए जिले में मुख्यमंत्री के चहेते अफसर तैनात हैं. वाराणसी के मुख्य विकास अधिकारी सुनील वर्मा का कहना है कि वह हर हाल में मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के इस ड्रीम प्रोजेक्ट को करेंगे पूरा


पहली बार कोई सीएम यों निकला सड़क पर...

रात में जब पारा ७-८ डिग्री सेल्सियस पर लोगों को कंपकपा, ठिठुरा रहा था तब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अचानक शहर देखने निकल पड़े. यह उनके पूर्व निर्धारित कार्यक्रम का हिस्सा नहीं था. योगी का काफिला वीरान सड़कों पर विभिन्न प्रोजेक्टों का जायजा ले रहा था चाहे वो दीनापुर का एसटीपी हो, अलाईपुर का रेन बसेरा, कैंट का फ्लाईओवर, मंडुआडीह का आरओबी हो या भारत माता का मंदिर हो. मुख्यमंत्री हर जगह आम लोगों के विचार और अफसरों को निर्देश देते नजर आए.
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