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चक्रवात 'ओखी' ने ली 8 की जान, 80 मछुआरे लापता, परिजनों का आरोप सरकार ने समय से नहीं बताया

चक्रवात 'ओखी' ने ली 8 की जान, 80 मछुआरे लापता, परिजनों का आरोप सरकार ने समय से नहीं बताया चेन्नईः बंगाल की खाड़ी में हवा का दबाव बना और दक्षिण भारत में एक बार फिर से चक्रवाती तूफान ने दस्तक दे दी है. नतीजा यह हुआ कि चक्रवात 'ओखी' के कारण तमिलनाडु और केरल के दक्षिणी जिलों में मूसलाधार बारिश हो रही है. पेड़ गिर गए हैं और अब तक दोनों राज्यों में आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. आठ लोगों की मौत हो गई है और अस्सी मछुआरों के गायब होने की खबर है.. वहीं, तमिलनाडु के 4 नाविक और केरल की 13 बोट गायब हैं. बताया जा रहा है कि इन 13 बोट पर 38 लोग सवार थे.  

चक्रवात के मद्देनजर सर्च ऑपरेशन के लिए भारतीय नौसेना के 5 शि‍प कोच्चि से चले हैं. वहीं लक्ष्यद्वीप में 2 शि‍प को स्टैंडबाय पर रखा गया है. इसके अलावा पी8वन एयरक्राफ्ट और कोस्ट गार्ड भी रेस्क्यू और सर्च ऑपरेशन में लगे हैं.  

इस चक्रवात के कन्याकुमारी से 60 किलोमीटर दक्षिण में रहने के समय अगले 24 घंटे में भारी बारिश का अंदेशा जताया गया था. यह चक्रवाती तूफान लक्षद्वीप की ओर बढ़ रहा है और यह दो दिसंबर तक यहां पहुंच जाएगा.

भारतीय मौसम विज्ञान की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार 65-75 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवा चल रही है और दक्षिणी केरल में अगले 48 घंटों और दक्षिणी तमिलनाडु में 24 घंटों के भीतर इसके 85 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंचने की संभावना है.

चक्रवात ओखी के चलते कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने केरल का दो दिवसीय दौरा टाल दिया है. वो शुक्रवार को ही केरल रवाना होने वाले थे. कांग्रेस नेता को यहां ‘पदयोरुक्कम’ के समापन समारोह का उद्घाटन करने के लिए आना था.

केंद्र में भाजपा की सरकार और केरल में माकपा नीत एलडीएफ सरकार के खिलाफ कांग्रेस नीत यूडीएफ ने राज्यभर में इस तरह का अभियान चलाया है. राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथला ने एक फेसबुक पोस्ट में लिखा कि खराब मौसम की वजह से राहुल का दौरा टाल दिया गया है. उनके दौरे की आगामी तारीखों का जल्द ही ऐलान किया जाएगा.

दिल्ली में पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय में सचिव माधवन राजीवन ने कहा कि शुक्रवार को लक्षद्वीप में मूसलाधार बारिश हो सकती है और तेज हवाएं चल सकती हैं. उन्होंने कहा कि यह चक्रवात दो दिसंबर को लक्षद्वीप समूह पर पहुंच जाएगा.

तमिलनाडु की सरकार ने राज्य और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की टीमों को कन्याकुमारी जिले में तैनात किया है. इस जिले में बुधवार रात से ही मूसलाधार बारिश हो रही है. वहीं, मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने का निर्देश दिया गया है.

इससे पहले मौसम विभाग के साइक्लोन केंद्र की सीनियर साइंटिस्ट संगीता देवी ने कहा कि ओखी साइक्लोन से केरल के तटीय इलाकों में झमाझम बारिश होगी. साथ ही तमिलनाडु के दक्षिणी इलाके में जोरदार बारिश के साथ तेज हवाएं लोगों को परेशान कर सकती हैं. इस समय की बात करें, तो ओखी साइक्लोन केरल के तिरुवनंतपुरम से 70 किलोमीटर की दूरी से होकर गुजर रहा है.

मौसम विभाग के मुताबिक यह चक्रवात केरल तमिलनाडु की मुख्य भूमि को हिट नहीं कर रहा है. इसके उलट यह लक्षद्वीप की तरफ रुख कर रहा है. लक्षद्वीप में लोगों को सावधान रहने को कहा गया है.

साइक्लोन सेंटर के मुताबिक दक्षिण केरल और दक्षिण तमिलनाडु के तटीय इलाकों में 65 से लेकर 75 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं अगले 24 से 48 घंटे तक चलती रहेंगी लिहाजा लोगों को समंदर के तट से दूर रहने की चेतावनी दी गई है.

चक्रवाती तूफान के चलते इन इलाकों में अगले 12 घंटे से लेकर 48 घंटे तक समंदर की ऊंची-ऊंची लहरें उठेगी. मौसम विभाग ने दक्षिण केरल में अलपुझा कोट्टयम इडुक्की कोल्लम तिरुवनंतपुरम जिलों में नुकसान की आशंका जाहिर की है. इसके साथ इन जिलों से लगे हुए तमिलनाडु के कन्याकुमारी टूटूकुड़ी तिरुनेलवेली जिलों में भी मौसम के चलते नुकसान होने की आशंका जताई गई है.

साइक्लोन सेंटर का कहना है कि साइक्लोन ओखी 2 दिसंबर तक अरब सागर में रहेगा और उसके बाद खत्म हो जाएगा. अगले 24 घंटे में लक्षद्वीप के तमाम इलाकों में इस साइक्लोन के चलते झमाझम बारिश होगी और तेज हवाएं चलेंगी. लिहाजा यहां पर अगले 48 घंटों के लिए मछुआरों को समंदर में ना जाने की सलाह दी गई है.

हालात की समीक्षा के बाद केरल के मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी ने कहा कि मंत्रियों और वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों को प्रभावित जिलों में राहत कार्य की निगरानी का काम सौंपा गया है.

केरल की सरकार ने भी आधिकारिक मशीनरी को हाई अलर्ट पर रखा है और तट से 100 मीटर के दायरे में रहने वाले लोगों को दूसरे स्थान पर जाने का आदेश दिया है. राज्य सरकार ने नौसेना, तटरक्षक और वायु सेना से मदद भी मांगी है.

मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने तिरूवनंतपुरम, कोल्लम, अलपुझा और एर्नाकुलम तथा कुछ अन्य जिलों के जिलाधिकारियों से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए चर्चा की.

इससे पहले तमिलनाडु के कन्याकुमारी जिले में मूसलाधार बारिश और तेज हवाओं के कारण सामान्य जनजीवन पूरी तरह प्रभावित हो गया है. इलाके में जगह-जगह पेड़ और खंभे उखड़ गए हैं. जिला प्रशासन ने लोगों से घर से बाहर नहीं निकलने के लिए कहा है. जिले के विभिन्न हिस्सों में बिजली नहीं है और शैक्षिक संस्थान बंद हैं.

दक्षिण रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि यहां से चलने वाली और गुजरने वाली दो ट्रेन आंशिक रूप से या पूरी तरह रद्द कर दी गई हैं. वहीं, मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में भीषण बारिश होने का भी अनुमान जताया है.

फिलहाल स्थानीय प्रशासन उखड़े पेड़ों को हटाने का काम कर रहा है, ताकि यातायात को सुचारू किया जा सके. इस बीच दक्षिण तमिलनाडु के तिरूनेलवेली और तूतीकोरन और अन्य स्थानों पर भारी बारिश के साथ तेज हवाएं चलीं, जिससे जनजीवन प्रभावित रहा.
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