श्रमिकों की दैनिक मजदूरी वृद्धि मामला : श्रमिकों को भ्रमित ना करने का दल संगठनों से संघ का आहवान
राजु मिश्रा ,
Nov 08, 2017, 19:03 pm IST
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मोरानहाट: चाय श्रमिकों के दैनिक मजदूरी वृद्धि के संदर्भ में राज्य सरकार ने कदम उठाते हुए वित्तमंत्री डा. हिमंत विश्व शर्मा के अध्यक्षता में गठित एक केबिनेट उप समिति द्वारा बातचीत प्रारंभ करने के पुर्व ही चाय जनगोष्ठी के विभिन्न दल संगठनों द्वारा मामले को लेकर धरना, प्रदर्शन,आन्दोलन,मशाल जुलूस आदि कर भोलेभाले चाय श्रमिकों को भ्रमित किए जाने को लेकर मोरान शाखा चाय मजदूर संघ के सचिव लखेश्वर तांती ने इसका कड़ा प्रतिक्रिया व्याक्त किया है.
श्री तांती द्वारा हस्ताक्षरित विज्ञप्ति के अनुसार स्वाधीनता के बाद पहली बार श्रमिकों की मजदुरी निर्धारण को लेकर राज्य सरकार का आगे आना सराहनीय है 1966 से ही संघ तथा मालिक पक्ष की सीपीसीए के बीच श्रमिकों की मजदूरी को लेकर समझौते किए जाते रहे हैं,उस वक्त पुरुषों को 16 पैसे महिलाओं को 13 पैसे,युवक युवतियों को 8 पैसे बढ़कर 2.25 पैसे, 2.07 पैसा तथा 1.09 पैसे हुए. 2014 में हस्ताक्षरित समझौते के आगामी दिसंबर महिने में समाप्त होने के बाद नये वर्ष के पहले जनवरी से ही श्रमिकों को बढ़ाई गई मजदूरी दी जाएगी मगर आसा, आटसा तथा अन्य चाय जनगोष्ठी के अनजान दल संगठन श्रमिकों की दैनिक मजदूरी 300 / 350 / 400 किए जाने की मांग करते हुए संघ को दलाल आदि बता रहे है. आशचर्य की बात है कि तीन/चार वर्ष पुर्व से ही आटसा मजदूरी 300 रुपये किए जाने की मांग करता आ रहा है मगर अचानक वह 400 की मांग करने लगे साथ ही पचास वर्षों से मजदूरी का अंश स्वरूप पा रहे 52 पैसों वाला राशन,जलावन,चाय पत्ता आदि बंद करने की मांग कर श्रमिकों के हित के बिपरित काम कर रहा है जिससे सभी हतप्रभ है. श्री तांती ने कहा कि सभी चाय श्रमिकों की मजदुरी वृद्धि चाहते है मगर मामले को लेकर चाय श्रमिकों को भ्रमित ना करते हुए चाय उद्योग के भविष्य के सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए श्रमिकों को पहले की ही तरह राशन,जलावन, चायपत्ती, आदि अन्य सुविधाओं के साथ उचित और संतोषजनक मजदूरी वृद्धि हो इसपर कड़ी नजर रखने का उन्होंने सभी से आहवान किया. |
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