एनटीपीसी ऊंचाहार प्लांट में बड़ा हादसा: बॉयलर फटने से 12 की मौत, 100 से ज्यादा मजदूर जख्मी

एनटीपीसी ऊंचाहार प्लांट में बड़ा हादसा: बॉयलर फटने से 12 की मौत, 100 से ज्यादा मजदूर  जख्मी रायबरेली: एनटीपीसी की रायबरेली स्थित ऊंचाहार प्लांट में बॉयलर फटने से कोहराम मच गया. जोरदार धमाके और उससे लगी आग से 100 से ज्यादा मजदूर बुरी तरह झुलस गए. फिलहाल रायबरेली के सीएमओ ने 12 लोगों की मौत की पुष्टि की है. घायलों की इतनी ज्यादा तादाद को देखते हुए रायबरेली और आसपास से एंबुलेंस मंगाई गई है.

रायबरेली के जिला अस्पताल के अलावा लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर, लोहिया अस्पताल और सिविल अस्पताल को अलर्ट पर रखा गया है. सभी डॉक्टर्स और पैरामेडिकल स्टाफ को तुरंत ड्यूटी पर पहुंचने को कहा गया है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने मॉरीशस से प्रमुख सचिव गृह को हादसे के पीडि़तों को हरसंभव मदद पहुंचाने का निर्देश दिया है.

हादसा बुधवार शाम करीब 4 बजे एनटीपीसी ऊंचाहार की 500 मेगावाट की छठी में यूनिट हुआ. बताया जाता है कि उस वक्त यूनिट और आसपास 200 से ज्यादा मजदूर काम कर रहे थे. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, बॉयलर में विस्फोट होते ही वहां पर भीषण आग लग गई. सब कुछ इतना अचानक हुआ कि किसी को भी संभलने का मौका नहीं मिला. हादसे की सूचना मिलने पर पहुंची फायर टेंडर्स ने जब आग पर काबू पाया तो वहां का नजारा देख लोगों के होश उड़ गए. यूनिट में जगह-जगह बुरी तरह झुलसे हुए मजदूर पड़े हुए थे.

कर्मचारियों ने आनन-फानन में घायलों को इलाज के लिए एनटीपीसी हॉस्पिटल पहुंचाया.

अधिकारियों ने शहर और आसपास के जिलों से एंबुलेंस मंगाकर घायलों को जिला अस्पताल भेजना शुरू किया. गंभीर रूप से घायलों को लखनऊ रेफर किया गया है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 50-50 हजार रुपये और मामूली रूप से घायलों को 25-25 हजार रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है. फिलवक्त हादसे वाली जगह को सील कर दिया गया है.

नाम न छापने की शर्त पर एक इंजीनियर ने बताया कि 500 मेगावाट की यूनिट सही तरीके से कमीशन नहीं हुई थी और ईडी बनने के चक्कर में बॉयलर को मैन्युअल चालू करा दिया गया. तीन साल में इस यूनिट का काम पूरा होना था लेकिन, जल्दबाजी में इसे 2.5 साल में ही चालू करा दिया गया.
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