जब नहीं थे 'क्रिकेट के भगवान', तब लिया था टॉम ऑल्टर ने पहला...?
जनता जनार्दन डेस्क ,
Sep 30, 2017, 16:21 pm IST
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नई दिल्ली: भारत के अपने 'अंग्रेज एक्टर' यानी अपने लुक्स के चलते फिल्मों में अक्सर अंग्रेज की भूमिका निभाने वाले एक्टर टॉम ऑल्टर के पिता कई दशक पहले अमेरिका से मसूरी आकर बसे थे और वह ईसाई मिशनरीज थे. इसी के बाद से ऑल्टर परिवार मसूरी का होकर रह गया. शुक्रवार को जैसे ही टॉम के निधन की खबर आई, सिर्फ फिल्मी दुनिया में ही नहीं बल्कि मसूरी में भी शोक छा गया. टॉम का जन्म मसूरी में ही 22 जून, 1950 को लंढौर में हुआ था. न्यूज एजेंसी एएनएआई के अनुसार मुंबई में टॉम ऑल्टर का अंतिम संस्कार शुरू हो चुका है. उनके शव को वर्ली के शमशान घाट में ले जाया गया है. पद्मश्री सम्मान पाने वाले एक्टर टॉम की मौत कैंसर के चलते हुई है. वह लंबे समय से स्किन कैंसर से जूझ रहे थे. शुक्रवार सुबह उवनकी 67 वर्ष की आयु में मौत हो गई.
और टॉम ने लिया यूं सचिन का इंटरव्यू टॉम सिर्फ फिल्मी दुनिया में ही नहीं, बल्कि पत्रकारिता में भी काम किया था. टॉम ही वह पत्रकार थे जिन्होंने पहली बार सचिन का इंटरव्यू टीवी पर दिखाया था. बता दें कि टॉम ऑल्टर ने साल 1980 से लेकर 1990 तक स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट के तौर पर काम किया है. वह पहले जर्नलिस्ट थे, जिन्होंने टीवी पर सचिन तेंडुलकर का इंटरव्यू लिया था जो क्रिकेट में कदम रखने को तैयार थे. 'चरस' से की थी फिल्मी सफर की शुरुआत उनकी पहली हिंदी फिल्म रामानंद सागर की ‘चरस’ 1976 में रिलीज हुयी थी. उनकी कुछ बेहद पसंद की गई फिल्मों में ‘आशिकी’, ‘परिंदा’ ‘सरदार पटेल’ और ‘गांधी’ शामिल हैं. टेलीविजन की दुनिया में ऑल्टर ने ‘भारत एक खोज’ से ले कर ‘शक्तिमान’ तक में काम किया. उन्होंने बंगाली, असमिया और तेलुगू सिनेमा में भी काम किया. वह एक क्रिकेट प्रेमी भी थे. उन्होंने कई खेल पत्रिकाओं के लिए लेख भी लिखे थे. उनकी आखिरी फिल्म ‘सरगोशियां’ थी, जिसमें उन्होंने आलोकनाथ और फरीदा जलाल के साथ काम किया था. यह फिल्म इस साल मई में रिलीज हुयी थी. परिजनों की तरफ से जारी एक बयान के अनुसार, ‘‘बहुत दुख के साथ सूचित करना पड़ रहा है कि अभिनेता, लेखक, निर्देशक, पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित पति और पिता टाम ऑल्टर का शुक्रवार रात परिवार और करीबी परिजनों के उपस्थिति में निधन हो गया. इस समय हम उनकी गोपनीयता का सम्मान करने की मांग करते हैं.' |
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