Saturday, 20 April 2024  |   जनता जनार्दन को बुकमार्क बनाएं
आपका स्वागत [लॉग इन ] / [पंजीकरण]   
 

बंगला विवाद: सुशील मोदी ने तेजस्वी से कहा- बिना नुकसान पहुंचाए बंगला वापस दो

बंगला विवाद: सुशील मोदी ने तेजस्वी से कहा- बिना नुकसान पहुंचाए बंगला वापस दो पटना: बिहार में सरकारी बंगला इन दिनों विवाद का कारण बना हुआ है। दरअसल यह विवाद पूर्व उपमुख्यमंत्री और वर्तमान उपमुख्यमंत्री के बीच का है जिसमें बंगले को लेकर संग्राम छिड़ा हुआ है। बंगला विवाद पर कल तेजस्वी के पिता और राजद अध्यक्ष लालू यादव ने कहा था कि तेजस्वी को बंगले का मोह नहीं है, सुशील मोदी को जहां मन हो, वहां रहें।

दरअसल, पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव को आवंटित बंगले को आगे भी जारी रखे जाने की गुहार को राज्य सरकार ने खारिज कर दिया है। इसके बाद वर्तमान उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बिना कोई 'क्षति' पहुंचाए बंगला जल्द खाली करने को कहा है।

बिहार की पिछली महागठबंधन सरकार में उपमुख्यमंत्री रहे तेजस्वी को 5 देशरत्न मार्ग का बंगला आवंटित था जिसे अब गत जुलाई महीने में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नीत राजग की नई सरकार में उपमुख्यमंत्री बनाए गए सुशील मोदी को आवंटित किया है।

नीतीश सरकार ने गत सप्ताह तेजस्वी के उस गुहार को खारिज कर दिया था, जिसमें उन्हें आवंटित बंगला को आगे भी जारी रखने की मांग की गई थी। सुशील मोदी ने सोमवार को पत्रकारों से कहा कि पूर्व उपमुख्यमंत्री की गुहार को अब राज्य सरकार ने खारिज कर दिया है जितना जल्दी हो सके उन्हें बंगला खाली कर देना चाहिए क्योंकि उन्हें सरकारी कार्य करने में कठिनाई हो रही है।

इससे पहले तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार को इस बंगले से जुड़ा एक पत्र भेजा था। तेजस्वी ने नीतीश को लिखा कि उन्हें उसी बंगले में रहने दिया जाए जहां वह रहते हैं, लेकिन नीतीश ने तेजस्वी का निवेदन ठुकरा दिया था।

गौरतलब है कि तेजस्वी यादव का मौजूदा निवास 5, सर्कुलर रोड अब उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी को आवंटित किया गया है। तेजस्वी ने राज्य के उप मुख्यमंत्री और भवन निर्माण मंत्री रहने के दौरान इस मकान के रखरखाव और इसकी साज-सज्जा पर काफी बड़ी रकम खर्च की थी और उन्हें शायद सरकार और खासकर यह मकान हाथ से जाने का अंदाजा भी नहीं था।

तेजस्वी ने बंगला विवाद के बाद कहा था कि मैं अपने माता-पिता के साथ रह लूंगा और मुझे किसी बंगले की जरूरत नहीं है।
वोट दें

क्या आप कोरोना संकट में केंद्र व राज्य सरकारों की कोशिशों से संतुष्ट हैं?

हां
नहीं
बताना मुश्किल