प्रद्युम्न के मर्डर के बाद आज खुला रायन स्कूल, डरे-सहमे कदमों से पहुंचे स्टूडेंट्स

प्रद्युम्न के मर्डर के बाद आज खुला रायन स्कूल, डरे-सहमे कदमों से पहुंचे स्टूडेंट्स गुरुग्राम: गुरुग्राम के रायन इंटरनेशनल स्कूल में सात साल के छात्र प्रद्युम्न ठाकुर की हत्या के 10 दिनों बाद सोमवार को स्कूल खुले. स्कूल में पहुंचे जी न्यूज के रिपोर्टरों के साथ बातचीत में अभिभावकों और स्टूडेंट्स ने बताया कि उनके मन में डर है. वे घबराए हुए हैं, लेकिन सिलेबस में पिछड़ रहे हैं इसलिए स्कूल जा रहे हैं. अभिभावकों ने बताया कि आज सुबह बच्चे पूछ रहे थे कि क्या मैं स्कूल का टॉयलेट यूज करूंगा, क्या मैं पानी पीने के लिए क्लासरूम से बाहर जाऊंगा आदि इसी तरह के सवाल उनके मन में थे. हालांकि अभिभावकों ने बच्चों को समझाया कि वे स्कूल में सामान्य दिनों की तरह जाएं. वहां उन्हें घबराने की जरूरत नहीं है. यहां गौर करने वाली बात यह है कि अगले तीन महीने तक  गुरुग्राम का रायन इंटरनेशनल स्कूल हरियाणा सरकार की निगरानी में होगी.

स्कूल में डिप्टी कमिश्नर की तैनाती कर दी गई है. स्कूल में सादी ड्रेस में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं. स्कूल के कुछ गार्ड्स को बदल दिया गया है. हालांकि ज्यादातर स्टॉफ पुराने ही हैं. स्कूल के खोले जाने पर प्रद्युम्न ठाकुर के पिता वरुण चंद्र ठाकुर ने कहा कि स्कूल खुलने से वहां मौजूद साक्ष्य और न्याय संबंधी सारे सबूत खत्म हो जाएंगे. इसीलिए स्कूल को तब तक बंद रखा जाए, जब तक सीबीआई प्रारंभिक जांच नहीं कर लेती.

'सबूत नष्ट हो सकते हैं'
वरुण के वकील सुशील टेकरीवाल ने कहा, रायन स्कूल खुलने से वहां मौजूद साक्ष्य और न्याय संबंधी सबूत नष्ट हो जाएंगे. इसके खत्म होने से केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की जांच सीधे तौर पर प्रभावित होगी. लिहाजा, स्कूल को तत्काल प्रभाव से बंद रखा जाना चाहिए जब तक कि सीबीआई अपनी प्रारंभिक जांच पूरी नहीं कर लेती.' टेकरीवाल ने कहा कि यह आशंका रविवार को प्रद्युम्न के पिता वरुण ठाकुर ने व्यक्त की है.

8 सितंबर को प्रद्युम्न की हत्या कर दी गई थी
उल्लेखनीय है कि कक्षा दो के छात्र प्रद्युम्न की आठ सितंबर को टॉयलेट में गला काटकर नृशंस हत्या कर दी गई थी. बस के एक कंडक्टर को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है और पुलिस ने बस कंडक्टर अशोक कुमार (42) को इस हत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया है. पुलिस का कहना है कि अशोक ने बच्चे का यौन शोषण करने की कोशिश की, जिसमें विफल रहने पर उसने बच्चे की चाकू से गला काटकर हत्या कर दी.

प्रद्युम्न के पिता 8 सितंबर की सुबह बेटे को स्कूल पहुंचाकर घर लौटे और एक घंटा बाद ही उसे स्कूल के टॉयलेट में खून से लथपथ, मृत पाया गया था. इस घटना के बाद समूचे देश में स्कूलों की सुरक्षा व्यवस्था और बच्चों की सुरक्षा राष्ट्रीय मुद्दा बन गई है. हरियाणा सहित कई राज्यों में चल रहे रायन स्कूल के बाहर अभिभावकों और आक्रोशित लोगों ने प्रदर्शन किया था.
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