प्रणब दा, आप मेरे पितातुल्य रहेः प्रधानमंत्री मोदी ने मुखर्जी को लिखा था दिल छू लेने वाला खत

जनता जनार्दन संवाददाता , Aug 03, 2017, 17:57 pm IST
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प्रणब दा, आप मेरे पितातुल्य रहेः प्रधानमंत्री मोदी ने मुखर्जी को लिखा था दिल छू लेने वाला खत नई दिल्ली: भारत के 13वें राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो गया जिसके बाद तीन अगस्त यानी आज प्रणब मुखर्जी ने ट्विटर पर एक चिट्ठी शेयर की.  इसमें उन्होंने जानकारी दी कि राष्ट्रपति कार्यालय में उनके आखिरी दिन उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चिट्ठी मिली थी जिसने उनका दिल छू लिया.

मुखर्जी के इस ट्वीट को नरेंद्र मोदी ने रिट्विट भी किया. प्रणब मुखर्जी ने पीएम मोदी द्वारा उन्हें लिखी चिट्ठी की तस्वीर ट्विटर पर शेयर की है.

मुखर्जी ने अपने ट्विटर वॉल पर लिखा कि, “राष्ट्रपति के तौर पर कार्यालय में मेरे आखिरी दिन मुझे पीएम नरेंद्र मोदी की चिट्ठी मिली जिसने मेरे दिल को छू लिया! आप सबसे साझा कर रहा हूं. शेयर किये गये पत्र में नजर आ रहा है कि पीएम मोदी ने पत्र में तत्कालीन राष्ट्रपति को “प्रिय प्रणब दा” कहकर संबोधित किया है.

दो पन्नों के इस पत्र पर 24 जुलाई 2017 की तारीख अंकित है. पीएम मोदी ने पत्र में प्रणब मुखर्जी को उनके “विशिष्ट जीवन यात्रा के नये चरण” के लिए शुभकामना दी है.

पीएम मोदी ने लिखा है, “तीन साल पहले मैं जब नयी दिल्ली आया तो मैं बाहरी था. मेरे समक्ष बड़ा और चुनौतीपूर्ण लक्ष्य था. इस दौर में आप मेरे लिए पितातुल्य और मार्गदर्शक की भूमिका में रहे... आपकी मेधा, ज्ञान दिशा-निर्देश और निजी स्नेह से मुझे आत्मविश्वास और शक्ति प्रदान की.

प्रधानमंत्री मोदी ने पत्र में विभिन्न मुद्दों पर प्रणब मुखर्जी के ज्ञान और दृष्टि की तारीफ की है. प्रधानमंत्री मोदी ने पत्र में लिखा है, “आपके अथाह ज्ञान के बारे में सब जानते हैं. चाहे वो राजनीति हो या अर्थशास्त्र या विदेश नीति या राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दे हों, मैं विभिन्न विषयों से जुड़ी आपकी अंतरदृष्टि से सदैव चकित होता था और होता हूं...”

प्रधानमंत्री मोदी ने पत्र में इस बात को भी उल्लिखित किया है कि वह और प्रणब मुखर्जी अलग-अलग राजनीतिक दलों और जीवनधाराओं से यहां तक पहुंचे हैं.

प्रधानमंत्री मोदी ने लिखा है, “प्रणब दा, हमारी राजनीतिक यात्रा अगल-अलग राजनीतिक दलों के जरिए हुई है. कई मौकों पर हमारी विचारधारा मेल नहीं खायी. हमारे जीवन अनुभव भी अलग हैं. मेरे पास केवल मेरे राज्य का प्रशासनिक अनुभव था जबकि आपके पास कई दशकों का राष्ट्रीय राजनीति और नीति का अनुभव मौजूद था, फिर भी हम आपसी सामंजस्य के साथ काम कर पाये.”

प्रधानमंत्री मोदी ने पत्र में प्रणब मुखर्जी को उस पीढ़ी का नेता बताया है जिसके लिए राजनीति का मकसद केवल समाजसेवा था. प्रणब मुखर्जी को प्रधानमंत्री मोदी ने पत्र के माध्‍यम से भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी और आगे लिखा, “राष्ट्रपति जी, ये मेरे लिए गर्व की बात है कि मुझे आपके प्रधानमंत्री के तौर पर काम करने का मौका मिला.”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पूर्व राष्‍ट्रपति को लिखी गई चिट्ठी पर मुखर्जी की बेटी, शर्मिष्‍ठा ने भी प्रतिक्रिया दी है. शर्मिष्‍ठा ने मोदी के ट्वीट को कोट करते हुए लिखा, "एक बेटी की ओर से आपको धन्‍यवाद श्रीमान नरेंद्र मोदी जी. मगर भारतीय राष्‍ट्रीय कांग्रेस की कार्यकत्री के तौर पर, मैं आपकी सरकार की जन-विरोधी नीतियों की आलोचना करती रहूंगी. यही लोकतंत्र की खूबसूरती है.”

आपको बता दें कि 25 जुलाई को रामनाथ कोविंद ने देश के 14वें राष्ट्रपति के तौर पर पद की शपथ ली.
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