लालू का आरोप सीबीआई छापा मोदी की सियासी चाल, मंत्री नायडू ने कहा, भाजपा का कोई हाथ नहीं

लालू का आरोप सीबीआई छापा मोदी की सियासी चाल, मंत्री नायडू ने कहा, भाजपा का कोई हाथ नहीं नई दिल्ली: सीबीआई द्वारा लालू यादव के ठिकानों पर मारे गए छापों के बाद लालू यादव ने भाजपा और आरएसएस पर आरोप लगाए हैं. वहीं दूसरी तरफ केंद्रीय मंत्री वैंकेया नायडू ने कहा है कि इस पूरी कार्रवाई में केंद्र का कोई हाथ नहीं है.

खबरों के अनुसार शुक्रवार को इस मामले में बयान देते हुए केंद्रीय सूचना व तकनीक मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि भाजपा के खिलाफ आरोप लगाना इन दिनों विपक्ष का फैशन बन गया है.

उन्होंने यह स्पष्ट किया है कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के घर चल रहे सीबीआई छापे में केंद्र सरकार की कोई भूमिका नहीं है.

उन्होंने नई दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि "मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि लालू यादव के मामले में सरकार का कोई रोल नहीं है. अपने ऊपर लगे आरोपों का सामना करने और और उसका डटकर जवाब देने के बजाय कुछ विपक्षी पार्टियों का भाजपा और सरकार पर राजनीतिक आरोप लगाना फैशन बन गया है."

नायडू ने आगे कहा कि मुझे उम्मीद है कि "लोगों को जल्द ही ये समझ आ जाएगा कि ये पार्टियां सरकार के उपर आरोप लगाकर अपने उपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को छुपाने की कोशिश कर रही है.

"लालू प्रसाद यादव पर आरोप सरकार के द्वारा नहीं लगाए गए हैं, बल्कि ये काफी पहले से चले आ रहे हैं, कानून अपना काम कर रही है." इसके पहले भाजपा नेता सुशील मोदी ने कहा कि "जनता दल (युनाईटेड) ने सबसे पहले लालू यादव के डिलाइट मार्केटिंग अनियमितताओं को उजागर किया था."

बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व राजद मुखिया लालू प्रसाद यादव ने कहा कि वह भाजपा की गीदड़ भभकी से डरने वाले नहीं हैं. मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है. यह भी मालूम नहीं कि मामला क्या है. सीबीआई से तुरंत केस भी हो जाता है और छापे भी पड़ने लगते हैं. लालू ने कहा मैंने जो भी किया वह कानून के दायरे में किया. उन्होंने कहा, मैंने कुछ गलत नहीं किया, कार्रवाई सियासी साजिश है.

रांची सीबीआई कोर्ट से बाहर निकलते ही यादव ने कहा कि भाजपा और आरएसएस वाले हमें झुकाना चाहते हैं इसलिए छापेमारी की गई है. मोदी सरकार पटना में 27 को होने वाली आरजेडी की रैली को फ्लॉप करना चाहती है, इसलिए सीबीआई के माध्यम से लगातार हमले हो रहे हैं.

उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह हर उस आदमी पर हमला करवा रहे हैं जो गरीबों की बात करता है या उनका विरोध करता है.

लालू ने कहा कि मैं सीबीआई से डरने वाला नहीं हूं. आधी जिदंगी मेरी इनसे लड़ते हुए ही बीती है. सीबीआई जहां बुलाएगी वहां मैं उपलब्ध हो जाऊंगा।

उन्होंने कहा कि आईआरसीटीसी एक स्वतंत्र एजेंसी है. उसके अधिकारी को बोला है कि एफआईआर दर्ज कराओ. मैं बताना चाहता हूं हम भाजपा और मोदी को हटा कर दम लेंगे. किसी का भी अहंकार सफल नहीं हुआ.  

राजद प्रमुख ने कहा, इसी निर्णय के तहत 2006 में कुछ होटलों को, जो बुरी हालत में थे, उनके लिए ओपन टेंडर किया गया. इन होटलों को डेवलप करने के लिए आईआरसीटीसी ने 15 साल के लीज पर दिया है.

इन होटलों की जो आमदनी होगी, उसमें से लाइसेंस फीस देनी होगी. होटल नहीं चला पाने पर आईआरसीटीसी इसे वापस ले लेगा. टाटा ने भी ओपन टेंडर के आधार पर आईआरसीटीसी से चलाने के लिए होटल लिया है.

लालू प्रसाद ने बताया कि आईआरसीटीसी को लाइसेंस फीस के रूप में एक करोड़ रुपए मिल रहे हैं. शेष बातें एग्रीमेंट में हो, वो अलग है. हमारे खिलाफ रेल मंत्री के रूप में कोई गड़बड़ी बता दे तो लालू यादव को जो सजा होगी कबूल करेगा.

पूर्व रेल मंत्री ने कहा कि अभी रेलवे में जितना के़टरिंग हो रहा है, वो प्राइवेट लोगों को दे दिया गया है. ये लोग रेलवे का निजीकरण करने जा रहे हैं.

मालूम हो कि, सीबीआई ने होटल मेंटेनेंस कॉंट्रैक्ट अवॉर्ड संबंधित मामले में आज लालू यादव के पटना, दिल्ली, गुड़गांव और दूसरे जगहों सहित 12 लोकेशंस पर छापे मारे. ये तब के मामले हैं जब लालू यादव केंद्रीय रेल मंत्री थे.

मामले में निजी कंपनियों को स्टेशंन के नजदीक रेलवे होटल सर्विस चालू करने के लिए अवॉर्ड टेंडर करने के आरोपों की भी जांच सीबीआई कर रही है.

आयकर विभाग द्वारा लालू यादव की बेटी मीसा यादव और उनके पति शैलेष कुमार खिलाफ नई दिल्ली और दूसरे क्षेत्र में भ्रष्टाचार के आरोप के एक सप्ताह के बाद सीबीआई ने ये छापे डाले हैं.

अपने सहयोगी के खिलाफ दर्ज सीबीआई मामलों के मद्देनजर, नीतीश कुमार ने राजगीर में एक बैठक के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को बुलाया है.
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