केरल के पादरी ने कहाः जींस, टी-शर्ट पहनने वाली लड़कियों को समुद्र में डूबा देना चाहिए

जनता जनार्दन संवाददाता , Feb 28, 2017, 13:28 pm IST
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केरल के पादरी ने कहाः जींस, टी-शर्ट पहनने वाली लड़कियों को समुद्र में डूबा देना चाहिए तिरुवनंतपुरम: दिल्ली के रामजस कॉलेज मामले को लेकर गरमाई देश की राजनीति के बीच केरल के एक पादरी द्वारा लड़कियों के पहनावे को लेकर जारी विवादित फरमान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.

वीडियो में फरमान जारी करने वाले पादरी ने लड़कियों के जींस, टी-शर्ट पहनने को शर्मनाक बताया है. पादरी का कहना है कि जो महिलाएं ऐसे कपड़े पहनती हैं, उन्हें समुद्र में डूबा देना चाहिए.

पादरी की यह बात एक वीडियो के द्वारा सामने आयी है. यह वीडियो जैसमिन पीके नाम की लड़की ने फेसबुक पर शेयर किया था. पादरी ने कहा कि महिलाएं इस प्रकार के कपड़े सिर्फ पुरुषों को उकसाने के लिए पहनती हैं.

पादरी ने कहा कि जब मैं किसी चर्च जाता हूं और अगर मैं अपने सामने कुछ महिलाओं को खड़ा देखता हूं, तो लगता है कि चर्च से बाहर चला जाऊं.

यह वीडियो करीब 12 महीने पुराना है, लेकिन फेसबुक पर शेयर होने के बाद से यह दोबारा वायरल हो रहा है. वीडियो में पादरी कह रहा है कि महिलाएं यह सब कुछ आकर्षण के लिए करती हैं, वह पवित्र जगहों पर भी जींस, टी-शर्ट, शर्ट, ट्राउजर और फोन के साथ जाती हैं.

मुझे नहीं पता कि चर्च में इन चीजों की क्या जरूरत है. गौरतलब है कि इससे पहले पिछले साल तिरुवंतपुरम गर्वनमेंट मेडिकल कॉलेज में भी एमबीबीएस के स्टूडेंट्स के लिए जींस, टी-शर्ट पहनने पर रोक लगा दी थी.

पादरी का यह शर्मनाक बयान यही नहीं खत्म होता है बल्कि वह आगे कहता है कि महिलाएं इस तरह के कपड़े सिर्फ पुरुषों को उकसाने के लिए पहनती हैं.

जैसमिन पीके नाम की लड़की ने फेसबुक पर इस पादरी का यह वीडियो शेयर किया है जिसमें वह कहते हुए सुनाई दे रहा है कि इस तरह के कपड़े पहनने वाली लड़कियों और महिलाओं के शरीर से पत्थर बांधकर उन्हें समुद्र में फेंक देना चाहिए. जब मैं किसी चर्च में प्रार्थना के लिए जाता हूं, खासकर पवित्र मास के लिए जाता हूं तो अपने सामने खड़ी कुछ महिलाओं के कारण मैं महसूस करता हूं चर्च से बाहर चला जाऊं.

पादरी ने कहा कि महिलाएं यह सब सिर्फ आकर्षण का केंद्र बनने के लिए करती हैं, यहां तक की चर्च जैसे स्थान पर भी. वह आकर्षण पाने के लिए जींस, टी-शर्ट, शर्ट, ट्राउजर पहनकर जाती हैं. मोबाइल फोन उनके हाथ में होता है, बाल खूले रहते हैं. मुझे समझ नहीं आता है कि इन सब चीजों की चर्च में क्या जरुरत है.

वह आगे कहता है कि क्या कैथोलिक चर्च आपको पुरुषों के कपड़े पहनने की अनुमति देता है? चर्च को जाने दो. क्या पवित्र बाइबिल आपको इसकी इजाजत देती है?

मैं आपको बताना चाहूंगा कि बाइबिल क्या कहती है- मर्द को महिलाओं के कपड़े नहीं पहनने चाहिए और महिलाओं को पुरुषों के कपड़े नहीं पहनने चाहिए. अगर आप ऐसा करते हो तो आप भगवान का अपमान करते हो. अगर आप गॉड के खिलाफ जाते हो तो आपका दया क्यों चाहिए.

इस वीडियो को शालोम टीवी से लिया गया है, लेकिन यह वीडियो को 12 महीने पहले ही यू-ट्यूब पर डाला गया था.

आपको बता दें कि बीते साल के अंत में तिरुवंतपुरम गर्वनेंट मेडिकल कॉलेज ने एमबीबीएस के स्टूडेंट्स के लिए जींस, टी-शर्ट और लेगिंग पहनना बैन कर दिया था. साथ ही कॉलेज कैंपस में सफेद ओवरकोट पहनना और हर वक्त अपना आई कार्ड डिस्प्ले करना भी अनिवार्य कर दिया था। इसे लेकर छात्रों ने विरोध किया था.
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