इसरो के इतिहास रचने पर शुभकामनाओं का तांता, राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री ने दी बधाई
जनता जनार्दन संवाददाता ,
Feb 15, 2017, 13:09 pm IST
Keywords: ISRO Space capabilities Congratulations PSLV-C37 CARTOSAT satellite President Pranab Mukherjee PM Narendra Modi भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो श्री हरिकोटा इसरो को बधाई पीएसएलवी-C37 कारटोसैट सेटेलाइट
श्री हरिकोटा: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बुधवार सुबह श्री हरिकोटा से एक ही रॉकेट से 104 उपग्रहों को प्रक्षेपित कर इतिहास रच दिया है. इसके साथ ही सोशल मीडिया पर इसरो को बधाई देने का तांता लग गया है.
इसरो के इतिहास रचने के बाद देश भर से बधाई संदेश आए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी इसरो को बधाई दी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो और वैज्ञानिकों को इस सफलता के लिए बधाई दी है.'पीएम मोदी ने ट्वीट किया है, पीएसएलवी—C37 और कारटोसैट सेटेलाइट के साथ 103 नैनो सैटेलाइट के प्रक्षेपण के लिए इसरो को बधाई.' अगले ट्वीट में प्रधानमंत्री ने लिखा है, 'इसरो की एक और बड़ी कामयाबी, अंतरिक्ष में इस उपलब्धि के लिए भारतीय होने के नाते गर्व का मौका. वैज्ञानिकों को देश सलाम करता है.' इस ऐतिहासिक पल पर अभिनेता अमिताभ बच्चन ने भारतीय होने पर गर्व होने की बात कही है. अमिताभ ने अपने ट्वीट में लिखा है, 'भारतीय होने पर गर्व है.' पीएमओ में राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने ट्वीट किया है, 'केवल इसरो ही अंतरिक्ष में भारत का इतिहास लिख सकता है.' अगले ट्वीट में जितेंद्र सिंह ने प्रक्षेपण का वीडियो शेयर करते हुए लिखा है, 'टीम इसरो को बधाई.' मालूम हो कि इसरो ने श्रीहरिकोटा प्रक्षेपण केंद्र से बुधवार सुबह 9.28 बजे पीएसएलवी—C37 का प्रक्षेपण किया. भारत दुनिया का पहला देश बन गया है जिसने एक साथ 104 सेटेलाइट लांच किया है. इससे पहले रूस के पास सबसे अधिक उपग्रह छोड़ने का रिकॉर्ड था. रूस ने 37 उपग्रहों को एक साथ प्रक्षेपित कर यह मुकाम हासिल किया था. इसरो का खुद का रिकॉर्ड 23 सेटेलाइट एक साथ लांच करने का है, जो जून 2015 में किया गया था. |
क्या आप कोरोना संकट में केंद्र व राज्य सरकारों की कोशिशों से संतुष्ट हैं? |
|
हां
|
|
नहीं
|
|
बताना मुश्किल
|
|
|