2000 रुपए के नोट में कुछ खास नहीं, पाकिस्तान से बंगलादेश होते हुए भारत पहुंचने लगे नकली नोट

जनता जनार्दन डेस्क , Feb 13, 2017, 16:40 pm IST
Keywords: Fake Rs 2000 notes   Fake notes   India-Bangladesh border   National Investigation Agency   NIA   Border Security Force   BSF   Fake notes from Pakistan   नोटबंदी   रुपए 2000   रुपए 2000 के नोट   पाकिस्तान   नकली नोट  
फ़ॉन्ट साइज :
2000 रुपए के नोट में कुछ खास नहीं, पाकिस्तान से बंगलादेश होते हुए भारत पहुंचने लगे नकली नोट नई दिल्लीः कालेधन को खत्म करने के लिए ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में नोटबंदी जैसा बड़ा फैसला लिया. इसके बाद रुपए 2000 और रुपए 500 के नोट ये कहते हुए जारी किए गए कि इनके सिक्युरिटी फीचर्स को कॉपी करना आसान नहीं होगा.

पर ऐसा हुआ नहीं. सचाई यह है कि पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान ने 2000 रुपए के नकली नोट बहुत जल्दी बना लिए और भारत में उन्हें खपाना भी शुरू कर दिए हैं. बोर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) और नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने हाल ही में नकली नोट बरामद किए थे. इन नकली नोटों को भारत-बंगलादेश बॉर्डर के जरिए भारत भेजा गया.

जानकारी के मुताबिक, तस्कर असली नोट के 17 में से 11 सिक्युरिटी फीचर्स कॉपी करने में कामयाब हो गए हैं. इसमें वाटरमार्क, अशोक स्तंभ और आरबीआई गवर्नर के हस्ताक्षर भी शामिल हैं. हालांकि जाली नोटों की प्रिंटिंग और पेपर की गुणवत्ता खराब है. इससे अब नकली नोटों को पहचानना मुश्किल हो गया है. जांच से जुड़े अधिकारियों ने आशंका जाहिर की है जल्द ही ये नकली नोट भारतीय बाजार में पहुंच सकते हैं.

एनआईए और बीएसएफ के अफसर और जवान भारत-बंगलादेश बॉर्डर से अब तक कई लोगों को जाली नोटों के साथ पकड़ चुके हैं. ताजा मामला 8 फरवरी का बताया जा रहा है.

सूत्रों के मुताबिक, 8 फरवरी को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में अजीजुर रहमान नामक शख्स को 2000 के 40 नकली नोटों के साथ पकड़ा गया था। पूछताछ में उसने खुलासा किया कि जाली नोटों को आईएसआई की मदद से पाक में छापा गया है, जिन्हें बंगलादेश सीमा से भारत में लाया गया. हर 2000 के नोट के लिए तस्करों को 500-600 रुपए देने होते थे.

भारत प्रतिभूति मुद्रण तथा मुद्रा निर्माण निगम लिमिटेड (एसपीएमसीआईएल) के अधिकारियों की मानें तो नए नोटों के फीचर्स पुराने 1000 और 500 के नोटों के समान ही हैं.

नोटों की प्रिटिंग से जुड़े सीनियर अधिकारी का कहना है कि नए नोटों में पुराने नोटों के मुकाबले सुरक्षा के लिए कोई नया फीचर नहीं दिया गया है, क्योंकि ऐसा करने के लिए वक्त चाहिए होता है और नए नोटों की छपाई के लिए वक्त बहुत कम था.

खुफिया विभाग से जानकारी मिलने के बाद सीमावर्ती इलाकों से डेढ़ महीने में अब तक लगभग 4 करोड़ रुपए की नकली करेंसी पकड़ी गई है.
वोट दें

क्या आप कोरोना संकट में केंद्र व राज्य सरकारों की कोशिशों से संतुष्ट हैं?

हां
नहीं
बताना मुश्किल