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13 मार्च से पूरी तरह खत्म हो जाएगी निकासी की सीमा

13 मार्च से पूरी तरह खत्म हो जाएगी निकासी की सीमा नई दिल्ली: देश में नोटबंदी के बाद नकद निकासी पर लागू की गई पाबंदी जल्द ही खत्म होने वाली है. रिजर्व बैंक के गर्वनर उर्जित पटेल ने बुधवार को यह ऐलान किया है.

मौद्रिक समीक्षा नीति की घोषणा करते हुए आरबीआई गवर्नर ने बताया कि बचत खाते ने कैश निकालने की सीमा दो चरणों में धीरे-धीरे खत्म कर दी जाएगी.

उन्होंने बताया कि 20 फरवरी से कैश निकासी की सीमा को हफ्ते में 24 हजार रुपये से बढ़ाकर 50 हजार रुपये कर दिया जाएगा. वहीं 13 मार्च के बाच नकद निकासी पर लगी यह सीमा पूरी तरह खत्म कर दी जाएगी.

इस घोषणा के साथ आरबीआई ने बताया कि 27 जनवरी तक 9.92 लाख करोड़ रुपये मूल्य के करेंसी नोट सर्कुलेशन में डाले गए हैं.

उल्लेखनीय है कि केंद्रीय बैंक ने हाल ही में एटीएम से निकासी सीमा को बढ़ाकर 10,000 रुपए प्रतिदिन कर दिया था लेकिन बचत बैंक खातों के लिए 24,000 रुपए की साप्ताहिक निकासी सीमा को बनाए रखा था. 8 नवंबर को पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा नोटबंदी की घोषणा किए जाने के बाद बैंक खातों से पैसे की निकासी सीमित कर दी गई थी.

नोटबंदी के बाद एटीएम से 2000 रुपए रोजाना निकालने की अनुमति थी, जिसे बाद में बढ़ाकर 2500 रुपए किया गया था. इस सीमा को 31 दिसंबर 2016 को रिवाइज किया गया और 1 जनवरी 2017 से लागू नियम के मुताबिक एटीएम से निकासी की सीमा बढ़ाकर 4500 प्रतिदिन कर दी गई थी.

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा था कि बाजार की स्थिति का आकलन करने के बाद रिजर्व बैंक कैश निकासी पर लगी पाबंदियों को हटा लेगा.

बता दें कि नोटबंदी के बाद नए नोटों की किल्लत की वजह से बैंक खाते से हफ्ते भर में अधिकतम 24 हजार रुपये की सीमा तय कर रखी थी. कैश निकासी की इस सीमा से बाजार में कारोबार कम होने की शिकायत आ रही थी और इस वजह कई जानकार मंदी की ओर भी इशारा कर रहे थे.

शायद इन्हीं आशंकाओं के मद्देनजर आरबीआई ने जीडीपी विकास दर का अनुमान पिछले साल के 7.4 फीसदी से घटाकर इस साल 6.9% कर दिया.
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