रियायतों पर बात बनने के बाद ही भारत में iphone बनाना शुरू करेगा ऐपल

जनता जनार्दन डेस्क , Feb 06, 2017, 11:50 am IST
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रियायतों पर बात बनने के बाद ही भारत में iphone बनाना शुरू करेगा ऐपल नई दिल्ली: बेंगलुरु में आईफोन का प्रॉडक्शन शुरू करने के लिए ऐपल इंक और एक संभावित मैन्युफैक्चरिंग पार्टनर के बीच कोई औपचारिक करार तभी होगा, जब ऐपल को केंद्र सरकार से अपने इन्वेस्टमेंट के लिए टैक्स रियायतें मिल जाएं। इस घटनाक्रम से वाकिफ एक उच्च पदस्थ सरकारी अफसर ने बताया, 'ऐपल इस योजना पर तब तक काम शुरू नहीं करेगा, जब तक कि उसकी भारत सरकार के साथ डील पूरी नहीं हो जाती।' यह बात साफ नहीं हो पाई है कि दोनों पक्षों के बीच बातचीत किस लेवल पर पहुंची है।

अमेरिकी कंपनी ऐपल ने भारत में एक पार्टनर के जरिए मैन्युफैक्चरिंग शुरू करने के लिए सोर्सिंग और टैक्स रियायतों की मांग सरकार से की है। ऐपल का भारत में मार्केट शेयर 5 फीसदी से कम है और लोकल मैन्युफैक्चरिंग से कंपनी को देश में अपने स्टोर्स खोलने में मदद मिलेगी। चीन में ग्रोथ के सुस्त होने के बाद दुनिया के सबसे तेजी से आगे बढ़ रहे स्मार्टफोन मार्केट्स में भारत आगे हो गया है।

कर्नाटक के इन्फॉर्मेशन टेक्नॉलजी डिपार्टमेंट ने गुरुवार को एक स्टेटमेंट में संकेत दिया था कि ऐपल ने बेंगलुरु में प्रॉडक्शन शुरू करने का फैसला किया है। राज्य के आईटी मिनिस्टर प्रियांक खड़गे ने कहा था कि ताइवानी कंपनी विस्ट्रॉन कॉर्प ऐपल के लिए बेंगलुरु में आईफोन बनाएगी। विस्ट्रॉन की एक इंडियन यूनिट के जरिए बेंगलुरु के पीन्या औद्योगिक उपनगरीय इलाके में इकाई है। कंपनी तेजी से अपनी मैन्युफैक्चरिंग कपैसिटी बढ़ा रही है ताकि ऐपल के साथ जल्द डील की जा सके। सरकारी अधिकारी ने कहा कि ताइवानी फर्म ऐपल से हरी झंडी मिलने के बाद अपना इन्वेस्टमेंट बढ़ा रही है।

विस्ट्रॉन शुरुआत में आईफोन की असेंबलिंग पर फोकस करेगी, लेकिन इंडिया में ऐपल के लिए गेमचेंजर सिचुएशन तब आएगी, जब मैन्युफैक्चरर अगले चरण की मैन्युफैक्चरिंग शुरू करेगी जिसमें कंपोनेंट्स की खरीदारी लोकल मार्केट से शुरू हो जाएगी। सरकारी अफसरों के मुताबिक, विस्ट्रॉन की आईफोन मैन्युफैक्चरिंग का दूसरा चरण ज्यादा अहम है क्योंकि इससे न सिर्फ इंडियन कंपोनेंट मेकर्स को मदद मिलेगी, बल्कि इसके बाद एपल अपने स्मार्टफोन को बेंगलुरु से विदेशी मार्केट्स में भी भेजना शुरू कर देगी। खड़गे ने कहा था कि कर्नाटक आईफोन समेत उच्च दर्जे की मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देना चाहता है। उन्होंने कहा था, 'हम बड़े इन्वेस्टमेंट्स को जरूरी इनसेंटिव्स और रियायतें देने के लिए तैयार हैं।'

ऐपल ने अभी तक कर्नाटक में कोई आधिकारिक ऐप्लिकेशन नहीं दी है। इसकी वजह यह है कि वह थर्ड पार्टी मैन्युफैक्चरर्स के साथ काम करने के लिए जानी जाती है। सरकार को लग रहा है कि बेंगलुरु में आईफोन की मैन्युफैक्चरिंग अगले कुछ महीनों में शुरू हो जाएगी। कर्नाटक कुछ रियायतें भी दे सकता है और इन्वेस्टर्स राज्य की इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम डिजाइन और मैन्युफैक्चरिंग पॉलिसी का गहराई से अध्ययन कर रहे हैं।
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