जलीकट्टू प्रदर्शन में हिंसा, चेन्नई में जीवन अस्तव्यस्त
जनता जनार्दन संवाददाता ,
Jan 23, 2017, 20:08 pm IST
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चेन्नईः जलीकट्टू के समर्थन में चल रहा प्रदर्शन हिंसक हो गया है. अभी अभी ख़बर मिली है चेन्नई में मरीना बीच पर धरने पर बैठे प्रदर्शनकारियों ने आइस हाउस थाने में आग लगा दी है और थाने में रखी लगभग 25 गाडियों को आग के हवाले कर दिया है.
इसके अलावा प्रदर्शनकारियों ने टायर जलाकर आइस हाउस थाने में भी फेंकना शुरू कर दी, इससे वहां आग लग गयी. आगजनी की वजह से सभी गाडियां जलकर खाक हो गयी है. मरीना बीच पर अफरातफरी का माहौल है, और पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को काबू में करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसूगैस के गोले फेंके हैं. दरअसल पुलिस मरीना बीच पर जमे इन प्रदर्शनकारियों को हटाने की कोशिश कर रही थी इस दौरान प्रदर्शनकारी उग्र हो गये और उन्होंने पत्थरबाजी शुरू कर दी. प्रदर्शनकारियों की पत्थरबाजी में लगभग 22 पुलिसकर्मी घायल हो गये हैं. पुलिस ने लगभग 150 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया है. राज्य के दूसरे हिस्सों से भी हिंसा की ऐसी ही ख़बरें आयी हैं. मदुरै के कई इलाक़ों में पुलिस ने धारा-144 लगा दी है. रविवार को पुलिस और प्रशासन की निगरानी में कई जगह जलीकट्टू का आयोजन किया गया था. लेकिन प्रदर्शनकारी जलीकट्टू पर स्थायी कानून की मांग को लेकर अभी भी मरीना बीच पर धरने पर बैठे हैं. सीएम पन्नीरसेल्वम ने प्रदर्शन कर रहे लोगों को कल ही आश्वासन दिया था कि आज इस संबंध में विधानसभा में विधेयक पेश किया जाएगा. आज शाम को ही तमिलनाडु विधानसभा ने इस विधेयक को मंजूरी भी दे दी है. पर इधर प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जबतक जलीकट्टू पर कानून नहीं बन जाता है वे धरने पर बैठे ही रहेंगे. |
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