महात्मा बनाम मोदी के विज वाले बयान पर राहुल का व्यंग्य हिटलर, मुसोलिनी भी बड़े ब्रांड
जनता जनार्दन संवाददाता ,
Jan 14, 2017, 18:17 pm IST
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नई दिल्लीः खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग के कैलेंडर पर महात्मा गांधी की जगह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो छापे जाने का विवाद दिनोदिन गहराता जा रहा है. खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग ने जहां इसपर सफाई दी है कि पहले भी कैलेंडर पर महात्मा गांधी की तस्वीर कई बार नहीं छपी है.
कांग्रेस उपाध्यक्ष के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से इस मुद्दे पर ऐसा ट्वीट किया गया है जो कि और बड़े सियासी विवाद को जन्म दे सकता है. राहुल ने मोदी को बड़ा ब्रांड बताने वाले अनिल विज के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया में हिटलर और मुसोलिनी का जिक्र किया है. राहुल गांधी के ऑफिस के ट्विटर हैंडल @OfficeOfRG से उस खबर को ट्वीट किया गया है जिसमें अनिल विज द्वारा मोदी को गांधी से बड़ा ब्रांड बताने की बात कही गई है. इस खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा गया है कि हिटलर और मुसोलिनी भी बहुत पावरफुल ब्रांड थे. जाहिर सी बात है कि राहुल की ओर से पीएम मोदी की तुलना हिटलर और मुसोलिनी से की जा रही है. गौरतलब है कि आज सुबह ही हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने बयान दिया था कि गांधी के नाम की वजह से खादी डूब रही थी इसलिए अगर खादी ग्रामोद्योग उनकी बजाय मोदी का फोटो अपने कैलेंडर और डायरी पर इस्तेमाल करता है तो इसमें कुछ भी गलत नहीं हैं. विज ने तो यहां तक कहा कि नोटों से भी गांधी की फोटो हटाई जाएगी, हालांकि बाद में उन्होंने इस बयान को वापस ले लिया. यह नया नहीं है. वहीं नरेंद्र मोदी सरकार के लिए हरियाणा के भाजपा विधायक और मंत्री अनिल विज का विवादित बयान नया बखेड़ा खड़ा कर सकता है. अनिल विज ने कहा कि अच्छा हुआ कि गांधी की तस्वीर खादी आयोग के कैलेंडर से हट गया. धीरे-धीरे नोट से भी गांधी गायब हो जायेंगे. हालांकि मामले के तूल पकड़ते ही हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस बयान को विज का निजी बयान बताया. भाजपा ने भी इसे पार्टी का बयान मानने से इंकार किया है. दूसरी ओर अनिल विज ने बयान वापस ले लिया है. विज का बयान ऐसे समय में आया है कि नरेंद्र मोदी का चरखा चलाने वाली तसवीर खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग के कैलेंडर में छापे जाने के बाद विपक्ष लगातार हमले कर रहा है. विपक्ष ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया है कि मोदी सरकार महात्मा गांधी की जगह खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग पर नरेंद्र मोदी की तसवीर छापकर राजनीतिक लाभ लेना चाहती है. यह राष्ट्रपिता का अपमान है. विज इतने पर ही नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा कि जब से खादी के साथ गांधी का नाम जुड़ा है, खादी उठ ही नहीं सकी. खादी डूब गयी. गांधी का ऐसा नाम है कि जिस दिन से नोट पर छपी है तसवीर उसी दिन से नोट की डिवैल्यूएशन हो गयी है. अनिल विज ने आगे कहा कि खादी आयोग के कैलेंडर पर अच्छा हुआ की मोदी की फोटो लगायी है. मोदी ज्यादा बड़ा ब्रांड नेम हैं. मोदी के प्रचार के बाद खादी की बिक्री में 14 फीसदी का इजाफा हुआ है. नोट पर गांधी जी की तसवीर के सवाल पर विज ने कहा कि वहां (नोट के उपर से) से भी धीरे-धीरे हट जायेगा. गौरतलब है कि खादी ग्रामोद्योग के कैलेंडर और डायरी पर इस साल महात्मा गांधी की बजाय चरखे के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तसवीर छपी है. विपक्ष इसे मुद्दा बना रहा है और खुद बीजेपी सफाई दे रही है कि गांधी को कोई रिप्लेस नहीं कर सकता. लेकिन अब हरियाणा में बीजेपी के वरिष्ठ नेता और खट्टर सरकार में मंत्री अनिल विज ने महात्मा गांधी पर एक के बाद एक कई आपत्तिजनक बयान दिये. भारतीय जनता पार्टी और हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार ने इस बयान की निंदा की है और बयान का खंडन किया है. विज के बयान के बाद उन्होंने एक ट्विट कर अपना बयान वापस ले लिया है. विज के बयान पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) के 2017 के कैलेंडर और डायरी में महात्मा गांधी की जगह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर छपने पर निशाना साधा है. लालू ने गांधी की तस्वीर को हटाकर प्रधानमंत्री की तस्वीर लगाने पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर निशाना साधते हुए शुक्रवार रात ट्वीट कर कहा, 'हे राम! आरएसएस गैंग ने पहले तो गांधी जी हत्या की और अब ये लोग पूरी तरह उनके विचारों की भी हत्या करने में जुट गये हैं.' लालू ने प्रतिक्रिया में कहा कि ये (अनिल विज) भारत मां के नालायक बेटे हैं. यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है. |
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