गोवा में मनोहर पर्रिकर के नाम पर सस्पेंस है बीजेपी की रणनीति का हिस्सा
जनता जनार्दन डेस्क ,
Jan 13, 2017, 11:56 am IST
Keywords: बीजेपी गोवा विधानसभा चुनाव 2017 मनोहर पर्रिकर BJP Manohar Parrikar Goa Assembly Polls 2017
नई दिल्ली: बीजेपी ने गोवा के विधानसभा चुनाव में बिना किसी सीएम उम्मीदवार के चुनाव मैदान में उतरने का फैसला किया हो, मगर राज्य के चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने यह कहकर सस्पेंस बना दिया है कि केंद्र से भी कोई नेता मुख्यमंत्री बनने के लिए भेजा जा सकता है.
पार्टी की चुनाव समिति ने गुरुवार को राज्य की 40 में से 29 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया है. राज्य के मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर का नाम इस सूची में सबसे पहले स्थान पर है, जो मंडरेम विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरेंगे, लेकिन पार्टी ने उन्हें मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित नहीं किया है. गुरुवार को पहले दिल्ली में और बाद में गोवा में पार्टी की दो प्रेस कॉंफ्रेंस में मुख्यमंत्री पद को लेकर साफतौर पर कुछ नहीं कहा गया. दिल्ली में स्वास्थ्य मंत्री और बीजेपी संसदीय बोर्ड के सचिव जेपी नड्डा ने कहा कि पार्टी ने यह फैसला नहीं किया है कि गोवा में मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा. वहीं गडकरी ने गोवा में यह कहकर सस्पेंस बना दिया कि या तो निर्वाचित विधायक अपने बीच से किसी को नेता चुनेंगे या कोई केंद्रीय मंत्री भी मुख्यमंत्री के तौर पर भेजा जा सकता है. इस तरह बीजेपी ने रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर के विकल्प को खुला रखने का संकेत गोवा के मतदाताओं को दिया है. दरअसल, बीजेपी नेतृत्व को लगता है कि गोवा में मौजूदा परिस्थितियों में लक्ष्मीकांत परसेकर का व्यक्तित्व वैसा करिश्माई नहीं है जैसा कि पर्रिकर का है. पार्टी ने इसीलिए इस रणनीति पर काम किया है कि सीएम उम्मीदवार को लेकर नाम पर सस्पेंस ही बना रहे. बीजेपी नेताओं ने कहा है कि राज्य में विधानसभा चुनाव के प्रचार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद सबसे ज्यादा पर्रिकर के चेहरे को ही प्रमुखता दी जाएगी. बीजेपी के लिए गोवा में कई मुसीबतें हैं. एक तो सरकार विरोधी असंतोष का सामना करना है. दूसरी तरफ आरएसएस के नेता सुभाष वेलिंगकर ने बगावत कर मुसीबत बढ़ा दी है. आम आदमी पार्टी के मैदान में उतरने से मुकाबला त्रिकोणीय बनता दिख रहा है. वहीं बीजेपी की सहयोगी रही एमजीपी ने चुनाव से ठीक पहले पार्टी से रिश्ता तोड़ दिया. बीजेपी को यह अहसास है कि आज की तारीख में उसके पास गोवा में पर्रिकर से बड़ा कोई चेहरा नहीं है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर्रिकर को रक्षा मंत्रालय में ही रखना चाहते हैं क्योंकि उनके करीबियों के मुताबिक बतौर रक्षा मंत्री पर्रिकर का रिकॉर्ड बेहतरीन माना जा रहा है, लेकिन पर्रिकर के बिना गोवा में बीजेपी की नैय्या पार लगना भी मुश्किल है. ऐसे में पर्रिकर को गोवा सीएम पद के लिए उम्मीदवार बता कर बीजेपी रणनीतिक तौर पर विरोधियों से आगे रहना चाहती है. |
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