नोटबंदी पर भारत बंद: सरकार ने लताड़ा, संसद में हंगामा, विपक्ष मना रहा 'जन आक्रोश दिवस'

जनता जनार्दन संवाददाता , Nov 28, 2016, 13:59 pm IST
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नोटबंदी पर भारत बंद: सरकार ने लताड़ा, संसद में हंगामा, विपक्ष मना रहा 'जन आक्रोश दिवस' नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 500 और 1000 रुपए के पुराने नोट बंद करने के फैसले पर संसद में एकजुट विपक्षी पार्टियां सड़क पर बंट गई है.

इस बीच समूचे देश में विपक्ष भारत बंद मना रहा है. त्रिपुरा और केरल में जनजीवन अस्त-व्यस्त है. हालांकि कांग्रेस ने भारत बंद से किनारा करते हुए एलान किया है कि वह सिर्फ जन आक्रोश दिवस मनाएगी.

संसद के शीतकालीन सत्र के नौवें दिन सोमवार को भी सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से चलने में मुश्किल आ रही है. सोमवार को भी सदन शुरू होते ही नोटबंदी के मसले पर हंगामे की भेंट चढ़ गया.

विपक्षी दलों के नेता नोटबंदी के मसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सदन में बयान देने की मांग कर रहे हैं.

नोटबंदी पर विपक्षी दलों के हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के करीब 20 मिनट बाद दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित हो गया.

वहीं इसी मुद्दे पर हंगामे के कारण राज्यसभा की बैठक 11 बज कर करीब 10 मिनट पर आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी गई.

नोटबंदी के मसले पर सरकार के खिलाफ विपक्ष के कई दलों ने कांग्रेस की अगुवाई में जन आक्रोश रैली का आयोजन किया है.

पहले इसे भारत बंद बताया जा रहा था, लेकिन कई दलों ने इससे किनारा कर लिया. इसके बाद इसे सिर्फ विरोध प्रदर्शन तक ही सीमित कर दिया गया.

सदन के बाहर बसपा प्रमुख मायावती ने पीएम मोदी पर जवाब देने से भागने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि हम नोटबंदी के खिलाफ लगातार प्रदर्शन करते रहेंगे. पीएम मोदी के इस मनमाने फैसले से गरीबों को दिक्कत हुई है.

इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस सांसद डॉ. मनमोहन सिंह नोटबंदी के सरकारी फैसले को संगठित और वैधानिक लूट करार दे चुके हैं.

वहीं वित्त मंत्री अरुण जेटली ने उनके आरोप नकारते हुए कहा था कि विपक्ष जरूर बहसों से बचने के लिए बहाने तलाश रही है.

कांग्रेस के अलावा नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू और ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी ने भी भारत बंद से खुद को दूर रखा.

हालांकि वाम दलों ने भारत बंद का समर्थन किया है और केरल, त्रिपुरा, बंगाल और बिहार जैसे राज्यों में यह दल विरोध-प्रदर्शन कर रहा है। दूसरी ओर कई विपक्षी पार्टियां भी अपने-अपने प्रभाव क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन कर रही है.

वाम दलों ने पश्चिम बंगाल में 12 घंटे का बंद बुलाया है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, अभी तक कोई बड़ी घटना नहीं हुई है हालांकि जिलों से छिटपुट घटनाओं की खबर है. बंगाल के अलावा त्रिपुरा, केरल और बिहार के कई जगहों से वाम दलों की प्रदर्शन की खबरें है.

दूसरी ओर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बंद का विरोध किया है. उन्होंने कहा, सोमवार को हम नोटबंदी के खिलाफ विरोध मार्च निकालेंगे.

टीएमसी का कहना है कि जब लोग पहले ही नगदी की कमी के कारण कई समस्याओं का सामना कर रहे हैं ऐसे में वह उन्हें और तकलीफ देने के खिलाफ है.

नोटबंदी के खिलाफ वामदलों ने सोमवार को बिहार बंद बुलाया. इसका असर आज सुबह पटना के डाकबंगला चौराहे से एआईटीयूसी के कार्यकर्ताओं ने गांधी मैदान तक मार्च निकालकर देखने को मिला। वहीं, तारेगना स्टेशन पर ट्रेन को रोक बंद के समर्थकों ने अपना रोष जताया.

एआई एस एफ और जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पटना में राजेंद्रनगर टर्मिनल पर ट्रेन को रोकी. सीतामढ़ी में बंदी को लेकर कांग्रेसी सड़क पर उतर विरोध जताते नजर आए.

जेडीयू ने आज विपक्षी पार्टियों की ओर से किए जाने वाले विरोध प्रदर्शन और 30 नवंबर को पटना में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर से दिए जाने वाले धरने में हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया है. जेडीयू अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नोटबंदी का स्वागत किया है.

ओड़िशा में सत्ताधारी बीजू जनता दल (बीजद) भी विरोध प्रदर्शनों में हिस्सा नहीं लेगा. पार्टी के प्रमुख और राज्य के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने नोटबंदी के फैसले का समर्थन किया है.
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