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चिल्ड्रेंस डे 2016: गूगल ने पेश किया 11 साल की अन्विता का डूडल

चिल्ड्रेंस डे 2016: गूगल ने पेश किया 11 साल की अन्विता का डूडल नई दिल्लीः क्या आज आपने गूगल करते वक्त डूडल पर ध्यान दिया? हर रोज की तरह साधारण न होकर आज रंगबिरंगा है गूगल का डूडल. ऐसा इसलिए है क्योंकि 14 नवंबर भारत में चिल्ड्रेंस डे के रूप में मनाया जाता है और गूगल इंडिया ने आज अपने डूडल को इस इवेंट के नाम समर्पित किया है.

गौरतलब है कि 14 नवंबर भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू का जन्मदिवस है और भारत में इसे चिल्ड्रेंस डे के रूप में मनाया जाता है.

गूगल इंडिया के इस डूडल की खास बात यह है कि इसे पुणे की रहने वाली एक 11 साल की लड़की अंविता प्रशांत तैलंग ने ड्रा किया है.

अंविता ने इस साल ‘डूडल 4 गूगल’ प्रतियोगिता भी जीता था। अंविता ने गूगल इंडिया को अपने द्वारा डिजाइन किया गया डूडल भेजा था, जिसकी थीम थी “If I could teach anyone anything, it would be”। अंविता ने अपने इस डूडल ड्रॉइंग में जीवन के हर पल का आनंद उठाने का संदेश दिया है.

पुणे के बलेवाड़ी स्थित विबग्योर हाई स्कूल में छठवीं क्लास की छात्रा अंविता को ड्रॉइंग बहुत पसंद है और वो अपनी इस कला को किसी बड़े प्लेटफॉर्म पर प्रदर्शित करना चाह रही थीं.

अंविता के मुताबिक उन्होंने जो डूडल डिजाइन किया उसके पीछे उनकी सोच थी कि जिंदगी में हमें छोटी और साधारण चीजों को भी अहमियत देनी चाहिए क्योंकि ये छोटी और साधारण चीजें भी खुशी का बड़ा कारण हो सकती हैं. अंविता का मानना है कि लोगों को जिंदगी में खुश रहने के लिए प्रतिस्पर्धा को महत्व नहीं देना चाहिए.

अंविता जैसा सोचती हैं उसी तरह उन्होंने डूडल डिजाइन किया. डूडल में बच्चे खुशी के साथ मस्ती कर रहे हैं, पेड़ों से लटक रहे हैं, उड़ रहे हैं, तैर रहे हैं, पानी के साथ खेल रहे हैं, गुब्बारे और पतंगों के साथ मजे कर रहे हैं.

उन्होंने डूडल में प्रकृति को भी महत्व दिया है और हरियाली को जगह दी है. जैसा कि हम सब जानते हैं भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू बच्चों को बहुत प्यार करते थे और इस वजह से 14 नवंबर को उनके जन्मदिवस के दिन भारत में बाल दिवस के रूप में मनाने का निर्णय किया गया था। इस दिन देशभर के स्कूलों में नेहरू की याद में तरह तरह के प्रोग्राम आयोजित किए जाते हैं.
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