वाराणसी के लल्लापुरा में अवैध पटाखा फैक्ट्री में धमाका, 5 की मौत

वाराणसी के लल्लापुरा में अवैध पटाखा फैक्ट्री में धमाका, 5 की मौत वाराणसी: वाराणसी के लल्लापुरा में चल रही अवैध पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट के बाद मौत का आंकड़ा बढ़कर पांच हो गया है, चार घायल हैं.

लल्लापुरा स्थित मकान में बीती रात हुए धमाके के बाद कुल पांच लोगों की मौत की पुष्टि हो गई है. घटना के बाद एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू आपरेशन चलाया और कुल पांच शव निकाले.

इसके साथ ही घर में अवैध रूप से बनने वाले पटाखों की भी पुष्टि हो गई. पुलिस अब कार्रवाई की बात कह रही है. घर में गैस सिलेंडर में भी आग लग गई थी, जिसे फायर ब्रिगेड के दस्ते ने बुझा दिया.

जानकारी के अनुसार जिस जगह धमाका हुआ है वहां सपा का बोर्ड लगा हुआ था, जिस पर महानगर सचिव शकील अहमद लिखा था.

यह विस्फोट पटाखों के ढेर में हुआ. विस्फोट इतना तेज था कि घर की छत तहस-नहस हो गई. इसके अलावा पड़ोस के मकानों की बाउंड्री वॉल भी गिर गईं.

शुरुआत में बचावकर्मियों को मकान की मालिक शबनम (50) और उसके काम करने वाली मनताशा (17) घायल स्थिति में मिले.

घर में गैस सिलेंडर से आग भी लग गई थी जिसपर फायर ब्रिगेड की गाड़ी ने काबू पाया. इसी आग ने बारूद को भी चपेट में ले लिया था। सूचना के बाद स्थानीय पुलिस व एसएसपी नितिन तिवारी मौके पर पहुंचे.

बताया कि बम निरोधक दस्ते ने जांच शुरू कर दी है. मरने वालों में 32 वर्षीय सरफराज की शिनाख्त हो सकी है जबकि दो महिलाओं की शिनाख्त होना बाकी है. यह मकान स्वर्गीय मो हनीफ के नाम है.

दो मंजिले इस मकान में चार भाइयों सईद, हनीफ, हमीद व खुर्शीद का परिवार व दो किराएदार रहते हैं. शकील अहमद इन भाइयों का भांजा है। घर में अवैध पटाखा बनाने का काम होता है.

दीपावली के समय घर में ही जोर शोर से पटाखा बनाने का काम चल रहा था. भारी मात्रा में बारूद भी था. विस्फोट में घायल लड़की ने बताया कि वह अपनी बहन के साथ ऊपर के कमरे में पढ़ रही थी जबकि मां नीचे खाना बना रहीं थीं.

इसी बीच जबरदस्त धमाका हुआ. धमाके के बाद गिरी छत के मलबे में सईद की पत्नी शबनम दब गई. पुलिस ने मलबा हटवा कर महिला को बाहर निकाला. धमाके में शबनम के अलावा 15 वर्षीय सानिया, 15 वर्षीय मनतसा व पड़ोस के 35 वर्षीय मुमताज घायल हो गए.

इस घटना से इलाके में दहशत का माहौल कायम हो गया. आनन फानन घायलों को उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया। घटना में पड़ोसी का मकान भी क्षतिग्रस्त हो गया.

आधी रात के आस-पास मलबा हटाने के दौरान एक-एक कर तीन शव मिलने से हड़कंप मच गया.

पुलिस प्रशासन ने एनडीआरएफ को भी मदद के लिए बुला लिया. आधीरात बाद भी मलबे से धुआं उठ रहा था और शवों की आशंका पर तलाश अभियान जारी था. फिलहाल पुलिस दो किराएदारों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.

हादसे में सरफराज, आमना, शबनम, जेबा और निम्मो की मौत हो गयी है। इनमे शबनम, जेबा और निम्मो आपस में बहनें और आमना की बेटी हैं. आमना के पति का पहले ही इंतकाल हो चुका है। हादसे में आमना का पूरा परिवार खत्म हो गया है.
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