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पतंजलि लाएगी नए डेयरी प्रोडक्ट्स, जानवरों का भी बनाएगी आहार

पतंजलि लाएगी नए डेयरी प्रोडक्ट्स, जानवरों का भी बनाएगी आहार
चंडीगढ़: बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि ने विस्तार का नया रोडमैप बनाया है। कंपनी नैचुरल मेडिसिन, नैचुरल फूड, नैचुरल कॉस्मेटिक्स, डेयरी प्रॉडक्ट्स और कैटल फूड पर फोकस करेगी। कंपनी डेयरी प्रॉडक्ट्स, कैटल फीड और प्राकृतिक खाद पर फोकस बढ़ाएगी। 
 
इसके जरिए कंपनी अगले साल 10000 करोड़ रुपए का टर्नओवर हासिल करना चाहती है। डेयरी प्रॉडक्ट के लिए कंपनी 3-4 प्लांट लगाएगी। इसके अलावा कंपनी माइक्रो न्यट्रिएंट वाले प्राकृतिक खाद और नैचुरल कैटल फीड भी बाजार में उतारेगी।
 
योग गुरू रामदेव ने रविवार को कहा कि पतंजलि फर्म जल्दी ही नए डेयरी उत्पाद, पशु आहार और प्राकृतिक खाद पेश करेगी। कंपनी ने अगले साल तक कुल 10,000 करोड़ रुपये के कारोबार का लक्ष्य रखा है। रामदेव ने कहा, ‘हम दूध जैसे और डेयरी उत्पाद लाएंगे। 
 
हम 3-4 डेयरी परियोजनाएं स्थापित करेंगे ताकि किसानों को सशक्त बनाया जाए और लोगों को बिना मिलावट वाले सामान मिले।’ उन्होंने कहा कि पतंजलि समूह प्राकृतिक औषधि, प्राकृतिक खाद्य पदार्थ, डेयरी उत्पाद, पशु चारा तथा प्राकृतिक खाद जैसे छह क्षेत्रों पर ध्यान देगी।
 
रामदेव ने कहा, ‘हमारा कारोबार अगले वर्ष 10,000 करोड़ रुपये का पहुंच जाएगा।’ उन्होंने कहा, ‘हम पशु आहार लेकर आएंगे जिसमें कोई यूरिया नहीं होगा। इससे मवेशियों को लाभ होगा।
 
 रामदेव ने दावा किया कि मवेशियों को जो आहार दिया जाता है, उसमें 1-4 प्रतिशत यूरिया होता है जिससे देश में 50 प्रतिशत गायों पर विपरीत प्रभाव पड़ता है।
 
योगगुरू ने यह भी कहा कि पंतजलि समूह फसलों के लिये प्राकृतिक खाद भी लाएगा जिसमें सूक्ष्म खनिज, विटामिन आदि होंगे। उन्होंने कहा कि पंतजलि समूह अस्वास्थ्यवर्धक उत्पाद बाजार में नहीं लाएगा। 
 
रामदेव ने कहा कि मैं कभी भी बाजार में मांस, शराब, मांसाहारी उत्पाद जैसे अस्वास्थ्यवर्धक उत्पाद बाजार में नहीं लाउंगा ये सभी उत्पाद नुकसानदायक हैं।
 
पतंजलि के सरसों तेल के विज्ञापन को लेकर आलोचना के बारे में रामदेव ने कहा कि विज्ञापन को रोक दिया गया है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पतंजलि का किसी घरेलू ब्रांड के अधिग्रहण का कोई इरादा नहीं है। 
 
रामदेव ने कहा कि आटा, दवा, चावल जैसे 250 से अधिक उत्पाद ‘न-लाभ-न-नुकसान’ (नो प्रॉफिट-नो लॉस) के आधार पर बेचे जा रहे हैं।
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