Thursday, 28 March 2024  |   जनता जनार्दन को बुकमार्क बनाएं
आपका स्वागत [लॉग इन ] / [पंजीकरण]   
 

सिंहस्थ कुंभ: 'अक्षय तृतीया' पर दूसरे शाही स्नान में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब, साधु नाराज

जनता जनार्दन संवाददाता , May 09, 2016, 11:05 am IST
Keywords: Simhasth Kumbh 2016   Simhasth Kumbh Ujjain 2016   Simhasth Kumbh   Ujjain Kumbh   Ujjain Kumbh 2016   Akhshay Tritiya   उज्जैन कुंभ   सिंहस्थ कुंभ   दूसरा शाही   अक्षय तृतीया   
फ़ॉन्ट साइज :
सिंहस्थ कुंभ: 'अक्षय तृतीया' पर दूसरे शाही स्नान में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब, साधु नाराज उज्जैन: सिंहस्थ के दूसरे शाही स्नान पर हर तरफ श्रद्घालुओं का जनसैलाब उमड़ा हुआ है. परंपरा के मुताबिक सबसे पहले अखाड़े स्नान करते हैं और उसके बाद ही आम जन को स्नान करने की अनुमति मिलती है. उसी के तहत विभिन्न अखाड़ों के प्रतिनिधि स्नान कर रहे हैं.

अखाड़ों के स्नान के दौरान कुछ स्थानों पर सुरक्षा के नाम पर साधु-संतों को परेशानी का सामना करना पड़ा. इसी के चलते कई साधुओं ने रामघाट पर खुलकर अपनी नाराजगी जताई। जिले के प्रभारी मंत्री भूपेंद्र सिंह और पुलिस महानिरीक्षक वी. मधुकुमार इन साधुओं को मनाने में लगे हुए हैं, मगर साधु अपनी जिद पर अड़े हुए हैं.

दूसरे शाही स्नान पर सोमवार सुबह से ही अखाड़ा क्षेत्रों से निकली साधु-संतों की टोलियों से उज्जैन की हर सड़क पर धर्म और संस्कृति के रंग बिखर गए हैं. हाथ में भाला, पताकाएं लिए चल रहे साधु-संतों की टोलियां द्वारा 'जय महाकाल' और 'हर हर क्षिप्रा' के जयघोष से पूरा क्षेत्र भक्तिमय हो गया.

उज्जैन के प्रभारी मंत्री भूपेंद्र सिंह ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि पहले शाही स्नान और अब दूसरे शाही स्नान में भी सभी 13 अखाड़े स्नान कर रहे हैं. ऐसे कम ही मौके आए हैं जब सभी 13 अखाड़ों ने स्नान किया हो। दूसरे शाही स्नान में सिंह ने रिकॉर्ड श्रद्घालुओं के पहुंचने का दावा किया है.

सिंहस्थ का दूसरा शाही स्नान अक्षय तृतीया के दिन होने के कारण बड़ी संख्या में आमजन यहां पहुंचकर क्षिप्रा नदी में डुबकी लगाकर पुण्य अर्जित करना चाहते हैं. यही कारण है कि देश के विभिन्न स्थानों से हजारों श्रद्घालु रविवार की रात से ही उज्जैन पहुंचने लगे थे.

ज्ञात हो कि सिंहस्थ कुंभ की शुरुआत 22 अप्रैल को पहले शाही स्नान से हुई थी. इस शाही स्नान में हुई कुछ अव्यवस्थाओं के चलते साधु-संतों ने सख्त नाराजगी जताई थी। उसके बाद प्रशासन ने व्यवस्थाओं में सुधार का वादा किया था। उस वादे के मुताबिक ही व्यवस्थाओं मे सुधार किया गया है.

अखाड़ा परिषद के नरेंद्र गिरी ने भी कहा है कि पिछले शाही स्नान की तुलना में इस बार की व्यवस्थाएं बेहतर हैं. साधु-संतों को किसी तरह की असुविधा नहीं हो रही है.

दूसरे शाही स्नान में हिस्सा लेने राजस्थान के झुंझुनू जिले की कविता ने कहा, "हम अक्षय तृतीया के पर्व पर स्नान करने के लिए पांच दिन पहले ही उज्जैन आ गए थे. महाकाल भगवान के दर्शन करने की इच्छा थी, आज महाकाल भगवान के दर्शन कर जीवन पवित्र हो गया."

बिहार के रोहतास जिले से आए रविन्द्र सिंह, दिलीप कुमार और धनंजय पांडे ने बताया कि वे अपने परिवार सहित 20 अन्य लोगों के साथ उज्जैन आए हैं। मोक्षदायिनी क्षिप्रा में स्नान के बाद काफी भीड़ होने पर भी बड़ी सरलता से महाकाल के दर्शन हो गए।

मध्य प्रदेश के उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ कुंभ का आज दूसरा शाही स्नान है. आज अक्षय तृतीया भी है. जिसकी वजह से इस शाही स्नान में 50 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के जुटने की उम्मीद है. 13 अखाड़ों के साधु-संत सुबह 4 बजे से ही क्षिप्रा नदी में डुबकी लगा रहे हैं.

सिंहस्थ का दूसरा अमृत स्नान पुण्य पर्व 'अक्षय तृतीया' पर सोमवार अल सुबह से शुरू हो गया. अखाड़ों के साधुओं व संतों का स्नान प्रात: 4 बजे से शुरू हो गया, दोपहर 12 बजे तक चलेगा. दोपहर 12.40 के बाद रामघाट और दत्त अखाड़ा घाट पर आम श्रद्धालु स्नान कर सकेंगे। देर रात ही करीब 20 लाख श्रद्धालु उज्जैन पहुंचे चुके थे.

स्नान के दौरान अखाड़ा परिषद अध्यक्ष नरेंद्र गिरी, प्रभारी मंत्री भूपेंद्र सिंह, कलेक्टर कवींद्र कियावत और मेला अधिकारी अविनाश लवानिया भी मौजूद रहे. स्नान के लिए रथों पर सवार होकर जाते संतों के दर्शन को श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान पूर्व महापौर राधेश्याम उपाध्याय ने चार पीढ़ि‍यों के साथ संतों का स्वागत किया.

शिप्रा में डुबकी के लिए एक दिन पहले ही लाखों श्रद्धालु उज्जैन पहुंच चुके थे. मोक्षदायिनी शिप्रा नदी के तट पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है. मौसम विभाग ने तेज हवा और हल्की बारिश की आशंका जताई है.

18 घंटे अमृत सिद्धि योग

ज्योतिषाचार्यों के अनुसार इस बार अक्षय तृतीया पर अमृत सिद्धि योग का विशेष संयोग बन रहा है. सुबह 6 से रात 12 बजे तक स्नान का विशेष मुहूर्त रहेगा.

प्रवेश मार्गों पर चौकसी

दूसरे अमृत स्नान पर पुलिस चौकस हो गई है। सुरक्षा के लिहाज से सभी 6 प्रमुख रास्तों समेत अंदरूनी मार्गों पर चेकिंग की जा रही है. रविवार को शहर में प्रवेश करने वाली प्रत्येक गाड़ी की चेकिंग की गई.

शहर में प्रवेश के 6 प्रमुख रास्ते हैं. इनमें इंदौर, रतलाम, देवास, आगर, मक्सी व उन्हेल रोड प्रमुख है। सबसे ज्यादा इंदौर रोड से टै्रफिक आ रहा है। पुलिस अफसरों का कहना है कि इंदौर रोड से अन्य रास्तों की तुलना में सर्वाधिक वाहन शहर में प्रवेश कर रहे हैं. इसलिए इस मार्ग पर ज्यादा चौकसी है.

साधु-संतों के डुबकी लगाने का सिलसिला दोपहर 12 बजे तक जारी रहेगा। इसके बाद आम लोग क्षिप्रा नदी में शाही स्नान करेंगे। इस शाही स्नान को लेकर राज्य सरकार और सिंहस्थ कुंभ प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए है।
 
क्या है सिंहस्थ?
चार कुंभ मेलों में से एक सिंहस्थ है, जिसमें क्षिप्रा नदी में डुबकी लगाने की परंपरा है. मान्यता है कि समुद्र मंथन से निकला कुंभ क्षिप्रा में गिरा. यह अवसर तब बनता है, जब सूर्य मेष राशि में और बृहस्पति सिंह राशि में हो. हर 12 साल में बनता है यह योग.
महा कुंभ हरिद्वार, प्रयाग, उज्जैन और नासिक में लगता है.

अब इन तारीखों को स्नान

11 मई

शंकराचार्य जयंती पर्व स्नान

15 मई

वृषभ संक्रांति पर्व स्नान

17 मई

मोहिनी एकादशी पर्व स्नान

19 मई

प्रदोष पर्व स्नान

20 मई

नृसिंह जयंती पर्व स्नान

21 मई

पूर्णिमा अमृत स्नान

बारिश की संभावना

मौसम केंद्र भोपाल के निदेशक डॉ.अनुपम काश्यपि ने उज्जैन में आने वाले एक-दो दिन में बारिश होने की संभावना जताई है. उनका कहना है कि गरज-चमक के साथ बारिश के अलावा तेज हवाएं चल सकती हैं. उज्जैन से सटे जिलों में भी बादलों की आवाजाही रह सकती है.। तापमान बढ़ने के कारण बारिश की स्थिति बनी है.
अन्य संस्कृति लेख
वोट दें

क्या आप कोरोना संकट में केंद्र व राज्य सरकारों की कोशिशों से संतुष्ट हैं?

हां
नहीं
बताना मुश्किल