एक कदम स्वच्छ्ता की ओर : चंदौली से खास रिपोर्ट

एक कदम स्वच्छ्ता की ओर : चंदौली से खास रिपोर्ट
चंदौली: स्वच्छ भारत मिशन के लिए नक्सल प्रभावित चंदौली जनपद ने अनोखा प्रयोग शुरू किया है चंदौली जिला प्रशासन की ओर से ग्रामीण स्वच्छ्ता  के लिए खुद सेनेट्री नेपकिन का उत्पादन शुरू किया है.इस नैपकिन को परिषदीय और कस्तूरबा विद्यालयों के साथ ही जिले के स्वस्थ्य केंद्रों से महिलाओं और छात्राओं को निःशुल्क बितरित करने की योजना बनाई गई है.

"मेड इन चंदौली" की इस सेनेट्री नैपकिन को शीघ्र ही बाजार से काफी सस्ते कीमत पर खुले बाजार में भी उतारने  की तैयारी की गई है,जिससे नक्सल प्रभावित चंदौली जिले की महिलाओं को न सिर्फ स्वक्षता के प्रति जागरूक करने में मदद मिलेगी बल्कि उन्हें रोजगार के अवसर भी मुहैया हो सकेंगे. 
 
नक्सल प्रभावित चंदौली जिले की महिलाएं ग्रामीण स्वछता के संकल्प के साथ अपने और अपने जैसे ही अन्य महिलाओं और छात्राओं के लिए सेनेट्री नैपकिन बना रही है इन महिलाओं को कल तक इस नैपकिन के बहुत कुछ पता न हो लेकिन इनके खुद इस काम में लगने से इनमे ग्रामीण स्वच्छ्ता प्रति निश्चित रूप से जागरूकता आई है जिसे किसी योजना के सार्थक होने का शुभ संकेत माना जा सकता है। 
 
इस महत्तवाकांक्षी सेनेट्री नैपकिन यूनिट की शुरुआत चंदौली जिले के जिला प्रशासन ने स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण योजना के तहत की है जिसपर शुरूआती दौर में महज तीन से चार लाख रुपये का ब्यय किया गया योजना के अनुसार इस सेनेट्री नैपकिन को परिषदीय और कस्तूरबा विद्यालयों के साथ राष्ट्रिय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन यानि एन.आर.एच.एम के तहत स्वाथ्य केंद्रों को बिक्री कर इसे महिलाओं और छात्राओं को स्वच्छ्ता के प्रति जागरूक कर मुफ्त में बाटने की योजना बनाई गई है। 

इस योजना को लेकर नक्सल प्रभावित इस जिले के लोगो में जहां खासा उत्साह है वही लोग मार्केट में नामी गिरामी कंपनियों की मौजूदगी के बाबजूद इसके बेहद कम कीमत की वजह से इसके मार्केट में टीके होने को लेकर लोगो में जरा भी संसय नहीं है क्योकि इसके उत्पादन में पूरी तरह से स्थानीय  महिलाओं को ही लगाया गया है.
 
जिन पर इसे बनाने के साथ ही ग्रामीण महिलाओं को स्वक्षता के प्रति जागरूक करने की भी जिम्मेदारी सौंपी गई है जिसका वो पुरे उत्साह के साथ निर्वहन कर रही है। 
 
जिले के नवागत जिलाधिकारी कुमार प्रशांत की अगर माने तो इस योजना को शुरू करने का उद्देश्य ब्यापार करना नहीं बल्कि ग्रामीण स्वक्षता के प्रति लोगो को जागरूक करना है इस लिए इसे नो प्रॉफिट और नो लॉस पर बनाया जायेगा और सबकुछ ठीक -ठाक रहा तो आने वाले दिनों में नक्सल प्रभावित चंदौली जिले की हर मेडिकल स्टोरों पर भी बाजार से बेहद सस्ते  कीमत यानि मौजूदा नैपकिन की आधी कीमत पर ये सेनेट्री नैपकिन उपलब्ध हो जायेगा इसके लिए भी तैयारियां लगभग पूरी कर ली गई है। 
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