सिंगापुर की कंपनी स्कूट चेन्नई और अमृतसर के लिए शुरू करेगी उड़ान

सिंगापुर की कंपनी स्कूट चेन्नई और अमृतसर के लिए शुरू करेगी उड़ान नई दिल्ली: सिंगापुर की विमानन कंपनी स्कूट ने अगले महीने से चेन्नई और अमृतसर के लिए उड़ान सेवा शुरू कर भारतीय बाजार में कदम रखने की घोषणा की। इस तरह यह इस द्वीप नगर-राज्य की चौथी विमानन कंपनी है जिसने विश्व के सबसे अधिक तेजी से बढ़ते विमानन बाजार में कदम रखा है।

स्कूट के भारतीय कारोबार के प्रमुख भारत महादेवन ने कहा कि लंबी यात्रा की सेवा प्रदान करने वाली और कम किराए वाली सिंगापुर एयरलाइन्स की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी इस साल जयपुर के लिए भी उड़ान शुरू करेगी।

महादेवन ने कहा, ‘हम भारत में 24 मई से उड़ान शुरू करने वाले है। चेन्नई और अमृतसर दोनों शहरों के लिए उड़ान सेवा एक ही दिन शुरू करेगी। जयपुर के लिए सेवा दो अक्तूबर को शुरू की जाएगी।’ उन्होंने कहा, ‘हमारी विमानन कंपनी बहुत नयी है, सिर्फ चार साल पुरानी लेकिन हमारी भारतीय बाजार में हमेशा से रचि थी। पिछले साल जब से हमारे पास विमानों की आपूर्ति होने लगी तभी से हम भारतीय बाजार पर निगाह रखे हुए हैं। पिछले की शुरआत से यहां परिचालन शुरू करने के लिए हमने जमीनी स्तर पर काम करना शुरू किया।’

महादेवन ने कहा कि चेन्नई के लिए रोजाना उड़ान सेवा उपलब्ध होगी जबकि अमृतसर और जयपुर के लिए शुरआत में हफ्ते में तीन दिन उड़ान की व्यवस्था होगी। स्कूट इंडिया का परिचालन बोइंग 787 ड्रीमलाइनर के जरिए होगा और सेवा दो खंडों - इकॉनामी और प्रीमियम इकॉनामी - में उपलब्ध होगी।

स्कूट के मुख्य कार्यकारी कैंपबेल विल्सन ने कहा, ‘स्कूट भारत के यात्रियों के लिए अपने बेहतरीन मूल्य और सेवा प्रस्तुत करने के संबंध में उत्साहित है जो सिंगापुर हब के जरिए हमारे नेटवर्क के तहत आने वाले महत्वपूर्ण गंतव्य के लिए उड़ान भर सकेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘चेन्नई में हमारी उड़ान सेवा एसआईए समूह की मौजूदा सेवाओं का पूरक होगी जबकि स्कूट की अमृतसर और जयपुर के लिए स्कूट की नयी सेवा से यात्री स्वर्ण मंत्री और गुलाबी शहर की यात्रा कर पाएंगे।’ महादेवन ने कहा कि चेन्नई और जयपुर के लिए 335 सीटों वाला 787-800 विमान जबकि अमृतसर के लिए 375 सीटों वाले 787-900 विमान का उपयोग किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि विमानन कंपनी ने एक जुलाई से जयपुर और अमृतसर के लिए सप्ताह में चार दिन सेवा प्रदान करने की योजना बनाई है। महादेवन ने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि शहरों की संख्या के लिहाज से 2017 तक हमारा परिचालन दोगुना हो जाएगा।
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