22 अप्रैल यानि की 'अर्थ डे'

22 अप्रैल यानि की 'अर्थ डे' नई दिल्ली: इतिहास में आज के दिन, 22 अप्रैल को घटी कुछ प्रमुख घटनाओं में शामिल हैं पृथ्वी दिवस यानी 'अर्थ डे' की शुरुआत। पृथ्वी पर मौजूद पेड़-पौधों और जीव-जन्तुओं को बचाने और दुनियाभर में पर्यावरण के प्रति जागरुकता बढ़ाने के लक्ष्य के साथ 22 अप्रैल 1970 को पहली बार अमरीका में 'अर्थ डे' मनाया गया। इस दिन को मनाने का मकसद था राजनीतिक स्तर पर पर्यावरण संरक्षण संबंधी नीतियों को अमल में लाने के लिए दबाव बनाना।
 
'अर्थ डे' सेलिब्रेशन
22 अप्रैल 1990 में 'अर्थ डे' के बीसवें जन्मदिन पर 141 देशों में दो करोड़ से ज़्यादा लोगों ने हिस्सा लिया था।तब से आज तक हर साल इस दिन दुनियाभर में पर्यावरण प्रेमी और सरकारें धरती को बचाने की प्रतिबद्धता दोहराते हैं और एकजुट होते हैं।
 
कैसे होती है धरा प्रदूषित
हर साल 22 अप्रैल को अर्थ डे यानी पृथ्वी दिवस मनाया जाता है। हर साल पृथ्वी को साफ रखने की कसमें भी खाई जाती हैं। मगर हालात नहीं बदल रहे हैं।

पृथ्वी पर हवा और पानी, सब प्रदूषित हो चुका है। जानिए हर दिन हम धरा को कैसे बर्बाद कर रहे हैं...
1. 6 अरब किलोग्राम कूड़ा रोज समंदर में डाला जाता है।
 
2. भारत हर साल प्रदूषण की वजह से 2 लाख करोड़ रुपये का नुकसान उठा रहा है।
 
3. हर 8 सेकंड में एक बच्चा गंदा पानी पीने से मर जाता है।
 
4. 10 लाख टन तेल की शिपिंग के दौरान 1 टन तेल समंदर में बह जाता है।
 
5. मुंबई की हवा में सांस लेना 100 सिगरेट पीने के बराबर है।
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