जम्मू-कश्मीर की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं महबूबा मुफ्ती, कैबिनेट ने ली शपथ

जम्मू-कश्मीर की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं महबूबा मुफ्ती, कैबिनेट ने ली शपथ
श्रीनगर/जम्मू: पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को जम्मू में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इसके साथ ही वे जम्मू-कश्मीर की पहली महिला सीएम बन गई हैं। महबूबा राज्य की 13वीं मुख्यमंत्री बनी हैं। राज्यपाल एनएन वोहरा उन्हें 13वें सीएम के तौर पर शपथ दिलवाई। पीडीपी-बीजेपी की इस सरकार में 22 एमएलए ने शपथ ली। बीजेपी विधायक दल के नेता डॉ. निर्मल सिंह डिप्टी सीएम बने। गौर हो कि मुफ्ती मोहम्मद सईद की मौत के बाद 9 जनवरी को राज्य में गवर्नर रूल लगा दिया गया था।

राज्यपाल एन एन वोहरा ने कल पीडीपी अध्यक्ष को राज्य में पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार का नेतृत्व करने और सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया था। आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा, ‘महबूबा मुफ्ती को सरकार बनाने के लिए राज्यपाल द्वारा इस बारे में उनकी पीडीपी और भाजपा से राज्य में सरकार के गठन के बारे में हुई चर्चा और उनके तथा राज्य भाजपा अध्यक्ष सत शर्मा से प्राप्त संदेश के बाद निमंत्रण दिया गया है।’

ऐसा कहा जा रहा है कि विचारधारा के स्तर पर एक दूसरे से विपरीत रूख रखने वाले ये दोनों दल अगर विवादों को दूर रखते हैं तो राज्य में पीडीपी-भाजपा सरकार सामान्य रूप से कामकाज कर सकती है। मुफ्ती मोहम्मद सईद का सात जनवरी को निधन हो गया था।

पीडीपी-भाजपा गठबंधन में सज्जाद लोन के नेतृत्व वाली पीपुल्स कांफ्रेंस भी एक घटक है और 87 सदस्यीय विधानसभा में इस गठबंधन के विधायकों की संख्या 56 है। विधानसभा में पीडीपी के 27 विधायक हैं जबकि भाजपा के 25 और पीपुल्स कांफ्रेंस के दो विधायक है और दो निर्दलीय इस गठबंधन का समर्थन कर रहे हैं।

वह राज्य की 13वीं मुख्यमंत्री बन गई हैं। उनके मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही राज्य में पिछले तीन माह से अधिक समय से चला आ रहा राज्यपाल का शासन खत्म हो गया।

महबूबा (56) ने साफ कर दिया है कि सरकार का ध्यान शांति, सुलह और राज्य के विकास पर होगा। शनिवार को महबूबा ने इस बात से इनकार किया था कि पीडीपी और भाजपा के बीच विभागों के बंटवारे को लेकर मतभेद है। उन्होंने कहा था, ‘‘विभागों को लेकर हमारे बीच क्या मतभेद होगा? यह गठबंधन सरकार है और हम अलग अलग निकाय नहीं हैं।

वहीं कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर की भावी मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के शपथ ग्रहण समारोह से दूर रहने का फैसला किया था। कांग्रेस ने कहा कि पीडीपी-भाजपा का गठबंधन ‘अपवित्र’ है।

कांग्रेस के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता रवींद्र शर्मा ने कहा, हमने भावी मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के शपथ ग्रहण समारोह से दूर रहने का फैसला किया है क्योंकि यह गठबंधन शुरू से अपवित्र है और उन्होंने एक बार फिर यह अपवित्र गठबंधन बनाया है।
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