अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन को लाया गया भारत

अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन को लाया गया भारत नई दिल्ली: पिछले 27 साल से फरार रहे अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन को सीबीआई अधिकारियों के नेतृत्व वाला एक संयुक्त दल आज तड़के इंडोनेशिया से भारत ले आया ताकि उसके खिलाफ दिल्ली और मुंबई में दर्ज हत्या, रंगदारी और नशीले पदार्थों की तस्करी के 70 से ज्यादा मामलों में मुकदमा चलाया जा सके।

भारत के सबसे अधिक वांछित अपराधियों में से एक छोटा राजन का असली नाम राजेंद्र सदाशिव निकालजे है। पालम तकनीकी क्षेत्र में विमान के उतरने के कुछ ही समय बाद राजन को सीधे सीबीआई के मुख्यालय ले जाया गया। अवरोधकों से घिरे सीबीआई मुख्यालय में अधिकारियों के एक दल ने उससे पूछताछ शुरू कर दी है।

एक संक्षिप्त बयान में सीबीआई के प्रवक्ता ने कहा कि राजन को सफलतापूर्वक इंडोनेशिया से भारत ले आया गया है। उन्होंने कहा, ‘वह सीबीआई-इंटरपोल की हिरासत में है। कानूनी औपचारिकताएं चल रही हैं।

राजन के भारत पहुंचने के बाद काफी गहमागहमी रही क्योंकि मीडिया की भारी मौजूदगी की संभावना को ध्यान में रखते हुए सीबीआई उसे मीडियाकर्मियों की नजरों से बचाकर ले जाने में सफल रही।

एजेंसी के सूत्रों ने कहा कि सुरक्षा कारणों के चलते राजन को दिल्ली की अदालत में ले जाए जाने की संभावना नहीं है। इसके बजाय उसकी रिमांड के लिए एक मजिस्ट्रेट को सीबीआई मुख्यालय लाया जाएगा। सूत्रों ने यह भी कहा कि उसकी अनिवार्य चिकित्सा जांच भी की जाएगी।

छोटा राजन को राष्ट्रीय राजधानी में रखे जाने की संभावना है, जहां विभिन्न जांच एजेंसियों के अधिकारी उससे उसके उन दावों के बारे में पूछताछ करेंगे जिनमें वह अपने पास भारत के सर्वाधिक वांछित (मोस्ट वांटेड) आतंकवादी दाउद इब्राहिम के ठिकाने के संबंध में और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ दाउद के रिश्तों के संबंध में कई अन्य साक्ष्य होने की बात कहता रहा है।

भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को दाउद और उसके सहयोगियों की गतिविधियों के बारे में कथित तौर पर सूचित करने वाले राजन को भारतीय वायुसेना के गल्फस्ट्रीम-3 विमान में इंडोनेशिया के बाली से यहां लाया गया।

सूत्रों ने कहा कि भारत राजन का प्रत्यर्पण जल्द से जल्द करवा लेना चाहता था और उसने उसकी गिरफ्तारी के तत्काल बाद ही इंडोनेशिया के अधिकारियों से इस बारे में अनुरोध किया था।

हालांकि बाली स्थित अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को, पास के एक पर्वत पर स्थित ज्वालामुखी से गुबार निकलने के कारण बंद कर दिया गया था, जिसके चलते राजन का प्रत्यर्पण एक दिन के लिए टल गया था।

राजन को लेकर आ रहे विमान के उड़ान भरने के तुरंत बाद, इंडोनेशिया में भारत के राजदूत गुरजीत सिंह ने ट्वीट किया, ‘छोटा राजन को सफलतापूर्वक भारत प्रत्यर्पित कर दिया गया। बाली हवाईअड्डे के बंद होने के कारण हो रही देरी समाप्त हुई। सहयोग के लिए इंडोनेशिया का शुक्रिया।’

राजन हत्या, रंगदारी, तस्करी और मादक पदाथरें की तस्करी सहित 75 से ज्यादा मामलों में वांछित है। मुंबई पुलिस के पास उसके खिलाफ लगभग 70 मामले दर्ज हैं, जिनमें से 20 मामले हत्या के हैं।

चार मामले आतंकी एवं विध्वंसक गतिविधियां (रोकथाम) कानून के, एक मामला आतंकवाद रोकथाम कानून का और 20 से ज्यादा मामले कठोर कानून महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम के तहत दर्ज हैं।

दिल्ली पुलिस के पास राजन के खिलाफ छह मामले दर्ज हैं। एक समय पर राजन भगोड़े अंडरवर्ल्ड डॉन दाउद का करीबी सहयोगी था लेकिन वर्ष 1993 के मुंबई विस्फोटों की साजिश से पहले ये दोनों अलग हो गए थे।

वर्ष 2000 में दाउद के गुर्गों ने बैंकॉक के एक होटल में राजन का पता लगा लिया था और उस पर जानलेवा हमला किया था लेकिन वह होटल की पहली मंजिल से कूदकर नाटकीय ढंग से बच निकलने में सफल रहा था। राजन वर्ष 1988 में भारत से भागकर दुबई चला गया था।
वोट दें

क्या आप कोरोना संकट में केंद्र व राज्य सरकारों की कोशिशों से संतुष्ट हैं?

हां
नहीं
बताना मुश्किल