Saturday, 20 April 2024  |   जनता जनार्दन को बुकमार्क बनाएं
आपका स्वागत [लॉग इन ] / [पंजीकरण]   
 

सड़क हादसों में हो कमी, किए जाएं कड़े उपायः नितिन गडकरी

सड़क हादसों में हो कमी, किए जाएं कड़े उपायः नितिन गडकरी नई दिल्ली: केन्द्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग तथा जहाजरानी मंत्री नितिन गडकरी ने देश में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में कमी लाने के लिए परिणाम उऩ्मुख योजना बनाये जाने की आवश्यकता पर बल दिया है.

नई दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा परिसंघ द्वारा आयोजित दो दिन के क्षेत्रीय सम्मेलन का उद्धाटन करते हुए उऩ्होंने सड़क सुरक्षा के मुद्दे से निपटने के लिए बहुस्तरीय दृष्टिकोण की जरूरत बताई.

उन्होंने कहा कि ऐसी सड़कें बनाई जानी चाहिए, जो सुरक्षित हों और जिनमें समुचित स्थानों पर कर्ब हों और पैदलचालकों के लिए भूमिगत पारपथ और सुरक्षा की व्यवस्थाएं हों। श्री गड़करी ने कहा कि वाहन उद्योगों को अपने वाहनों में सुरक्षा के प्रभावी उपाय सुनिश्चित करने होंगे.

उन्होंने सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जनता को उनकी भूमिका के बारे में शिक्षित करने के महत्व पर जोर दिया और कहा कि ऐसे जागरूकता अभियानों में जानी-मानी हस्तियों को भी शामिल किया जा सकता है।

गडकरी ने कहा कि प्रस्तावित संशोधित मोटर वाहन अधिनियम प्रभावी और पारदर्शी तरीके से भारतीय सड़कों को सुरक्षित बनाने में मददगार सिद्ध होगा।

इस अवसर पर सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के सचिव विजय छिब्बर ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं से देश में बहुत मानवीय, सामाजिक और आर्थिक नुकसान होता है। सड़क सुरक्षा को और प्रभावी बनाने के विभिन्न उपायों का उल्लेख करते हुए  छिब्बर ने कहा कि सरकार ने सड़क सुरक्षा कोष बनाया है.

सड़क सुरक्षा अब कंपंनियों की सामाजिक जिम्मेदारी में भी शामिल है। इसके लिए आधुनिक ड्राइविंग स्कूल और स्वचालित वाहन निरीक्षण केन्द्र स्थापित किये जा रहे हैं और जनता विशेष तौर पर बच्चों में सड़क पर व्यवहार और अनुशासन के बारे में जागरूकता लाई जा रही है। उन्होंने संशोधित मोटरवाहन अधिनियम लाए जाने की आवश्यकता पर भी बल दिया।

अंतर्राष्ट्रीय सड़क परिसंघ के भारतीय अध्याय ने दो दिन के सम्मेलन का आयोजन किया है। इसका विषय है कि सड़क की कई पहलः स्थिति और भविष्य का मार्ग। संयुक्त राष्ट्र ने 2011-2020 के दशक की समाप्ति तक सड़क दुर्घटनाओं में पचास प्रतिशत कमी लाने का लक्ष्य निर्धारित किया है।

इस सम्मेलन का उद्देश्य इस दशक के मध्य में किये गये कार्य का मूल्यांकन करना और नीतिगत स्तर और कार्यान्वयन में रही कमियों को दूर करना है। सम्मेलन के विषय पर कई तकनीकी सत्र आयोजित किये जा रहे हैं।

ये सत्र सड़क सुरक्षा कार्रवाई दशक, सड़क सुरक्षा प्रबंधन, सुरक्षित सड़कें और आवागमन , सुरक्षित वाहन, सुरक्षित सड़कों का इस्तेमाल करने वाले, सड़क क्षतिग्रस्त होने के बाद कार्रवाई और सड़क सुरक्षा के लिए धनराशि और निगरानी तथा मूल्याकंन विषयों पर आयोजित किये जाएंगे।

इस अवसर पर सड़क सुरक्षा पुरस्कार भी प्रदान किये गये। पूर्वोत्तर और पर्वतीय राज्यों में से मेघालय, केन्द्र शासित प्रदेशों में से लक्षद्वीप और अन्य सभी राज्यों में से पश्चिम बंगाल को पुरस्कृत किया गया।
वोट दें

क्या आप कोरोना संकट में केंद्र व राज्य सरकारों की कोशिशों से संतुष्ट हैं?

हां
नहीं
बताना मुश्किल