ओआरओपी: पूर्व सैन्यकर्मियों ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल का किया फैसला

ओआरओपी: पूर्व सैन्यकर्मियों ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल का किया फैसला नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से वन रैंक वन पेंशन (ओआरओपी) पर दिए आश्वासन से निराश पूर्व सैन्यकर्मियों ने रविवार को ऐलान किया कि वह आगामी 24 अगस्त से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल करेंगे।

‘युनाइटेड फ्रंट ऑफ मूवमेंट ऑफ एक्स-सर्विसमेन’ के मीडिया सलाहकार कर्नल (सेवानिवृत्त) अनिल कौल ने कहा, ‘पूर्व सैन्यकर्मियों का समूह आगामी 24 अगस्त से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू करेगा।’ ओरओपी की मांग को लेकर पूर्व सैन्यकर्मियों का प्रदर्शन आज 63वें दिन में प्रवेश कर गया।

प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से दिए अपने भाषण में ओआरओपी को लेकर कोई स्पष्ट समयसीमा का उल्लेख नहीं किया था, हालांकि उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इसको लेकर बातचीत आखिरी चरण में है।

मोदी की ओर से समयसीमा नहीं बताए जाने को लेकर पूर्व सैन्यकर्मियों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और अपने प्रदर्शन करने तेज करने का फैसला किया।

उधर, ओआरओपी की मांग को लेकर स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रपति के जलपान कार्यक्रम में नहीं पहुंचने वाले आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक कर्नल (सेवानिवृत) देविंदर सहरावत ने प्रणब मुखर्जी को पत्र लिखकर पूर्व सैनिकों की ओर से उनके हस्तक्षेप की मांग की है।

सहरावत ने सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर राष्ट्रपति को कल भेजे पत्र में कहा, ‘मुझे भारी मन से आपको बताना पड़ रहा है कि पूर्व सैनिक सड़कों पर बदहाल हैं और पुलिस एवं नगरपालिका परिषद के अधिकारियों के हाथों अन्यायपूर्ण एवं अपमानजनक बर्ताव से गुजर रहे हैं क्योंकि वे ओआरओपी की अपनी यथोचित मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।’

उन्होंने लिखा है, ‘मेरी धृष्टता माफ कीजिए, लेकिन वे इस मामले में आपके हस्तक्षेप की आशा करते हैं।’ पूर्व सैनिक राष्ट्रीय राजधानी के जंतर-मंतर और देश के अन्य हिस्सों में ओआरओपी के तत्काल क्रियान्वयन की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
वोट दें

क्या आप कोरोना संकट में केंद्र व राज्य सरकारों की कोशिशों से संतुष्ट हैं?

हां
नहीं
बताना मुश्किल