भारी बारिश की वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वाराणसी दौरा रद्द

भारी बारिश की वजह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वाराणसी दौरा रद्द वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वाराणसी दौरा दूसरी बार भी रद्द हो गया है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने वाराणसी में बताया कि डीरेका स्थित सभास्थल पर करंट लगने से एक मजदूर की मौत को देखते हुए प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम रद्द करने का फैसला किया।

गौरतलब है कि वाराणसी में आज होने वाली मोदी की रैली के सभास्थल पर मंच बनाते समय उतरे करंट से एक मजदूर की मौत हो गई है। इस घटना से प्रशासन सकते में हैं। बारिश के कारण करंट उतरने से यह हादसा हुआ।

मोदी आज अपने चुनाव क्षेत्र वाराणसी में देश के सबसे बड़े ट्रॉमा सेंटर के उद्घाटन के अलावा प्रमुख सड़कों एवं चौबीसों घंटे बिजली आपूर्ति की व्यवस्था से जुड़ी अरबों रुपये की कई विकास परियोजनाओं का शुभारंभ और शिलान्यास करने वाले थे। लेकिन मौसम ने उनके कार्यक्रमों में एक बार फिर बाधा खड़ी कर दी थी। कल रात से रुक-रुक हो रही बारिश सुबह तेज हो गई थी।

गौरतलब है कि 28 जून को मोदी का वाराणसी दौरा भारी वर्षा के कारण रद्द करना पडा था। पिछली बार से सीख लेते हुए प्रशासन द्वारा मोदी की आज की यात्रा को बारिश से बचाने के लिए ऐसे पुख्ता इंतजाम किये गए थे, जिनके चलते बारिश आज शायद ही उनका उनका रास्ता रोक पाये। मोदी के कार्यक्रम स्थलों में आधुनिक तकनीक से एल्यूमीनियम के हल्के खम्भों एवं विशेष किस्म की चादरों से वॉटर प्रूफ पंडाल बनाए गए हैं और पानी निकासी की समुचित व्यवस्था की गई थी।

गत 28 जून को लगातार बारिश के चलते डीरेका मैदान में पानी भर गया था और वॉटर प्रूफ पंडाल के इंतजाम भी नाकाफी साबित हुए थे, जिससे प्रधानमंत्री को ऐन वक्त पर अपना कार्यक्रम रद्द करना पड़ा था। वाराणसी के जिलाधिकारी प्रांजल यादव ने बताया कि पिछली बार प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के ठीक पहले हुई बारिश से सबक लेकर इस बार तमाम इंतजाम किये गए थे, जिससे आज यहां उनके कार्यक्रमों को लेकर किसी प्रकार का संदेह नहीं किया जा सकता था।

उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रमों के मद्देजनर पुख्ता इंतजाम किए गए थे। सुरक्षा के चाकचौबंद इंतजाम और बारिश के मद्देनजर सभा स्थल पर वॉटर प्रूफ पंडाल में पर्याप्त रोशनी और एईडी स्क्रीन लगाए गए थे, ताकि यहां आने वाले लोग मोदी का भाषण अच्छी तरह से सुन सकें।

गौरतलब है कि अपने 4 घंटे 35 मिनट के प्रवास के दौरान वह 1,462 करोड़ रुपये की लागत वाली तीन परियोजनाओं का शिलान्यास एवं एक का लोकार्पण करने वाले थे। इसमें देशव्यापी समेकित बिजली विकास परियोजना (आईपीडीएस) भी है।

प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी की तीसरी बनारस यात्रा को लेकर लोगों में बहुत उत्सुकता थी, क्योंकि बीते 28 जून को भारी बारिश के कारण उन्हें अपनी यात्रा रद्द करनी पड़ी थी। हालांकि कल रात से ही बनारस में भारी बारिश हो रही थी। इस बार भी मौसम को लेकर कयासबाजी चल रही थी।

प्रधानमंत्री के आगमन एवं प्रस्थान का शिड्यूल लगभग वही था जो 28 जून को था। अंतर यह है कि 28 जून को उन्हें विशाखापप्तनम से आना था, जबकि इस बार नई दिल्ली से आ रहे थे। प्रधानमंत्री को गुरुवार को दोपहर 3:10 बजे नई दिल्ली से बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचना था। यहां राज्यपाल राम नाईक और मुख्यमंत्री अखिलेश यादव उनकी आगवानी करते। मुख्यमंत्री वहीं से लखनऊ लौटने का कार्यक्रम था।

बाबतपुर एयरपोर्ट से प्रधानमंत्री हेलीकॉप्टर से 3:35 बजे बीएचयू हेलीपैड पहुंचने वाले थे। यहां ट्रामा सेंटर का उद्घाटन करने के बाद सड़क मार्ग से 4.35 बजे डीरेका के केन्द्रीय मैदान पहुंचने का कार्यक्रम था। यहां उन्हें आईपीडीएस के अलावा रिंग रोड एवं वाराणसी-सुल्तानपुर फोर लेन का शिलान्यास करना था। आईपीडीएस के तहत शहर में प्रस्तावित चौक व कज्जाकपुरा उपकेन्द्रों का भी लोकार्पण था। लोकार्पण के बाद प्रधानमंत्री जनसभा को संबोधित करते और बाबतपुर लौट जाते।

इन परियोजनाओं का शिलान्यास
इंटीग्रेटेड पॉवर डेवलपमेंट प्रोजेक्ट : लागत 572 करोड़
रिंग रोड : लागत 292 करोड़
वाराणसी-बाबतपुर एनएच-56 फोरलेन : लागत 453 करोड़

लोकार्पण
बीएचयू ट्रामा सेंटर : लागत 130 करोड़
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