सीबीआइ क्राइम ब्रांच दिल्ली की विशेष शाखा करेगी व्यापमं की पड़ताल
जनता जनार्दन डेस्क ,
Jul 13, 2015, 13:28 pm IST
Keywords: Vyapam scam Madhya Pradesh Vyavsayik Pariksha Mandal Central Bureau of Investigation Madhya Pradesh Bhopal Shivraj Singh Chouhan Supreme Court of India व्यापमं घोटाला मध्य प्रदेश व्यावसायिक परीक्षा मंडल केंद्रीय जांच ब्यूरो मध्य प्रदेश भोपाल शिवराज सिंह चौहान भारत के सुप्रीम कोर्ट
भोपाल: सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक सोमवार को मध्य प्रदेश के व्यापमं (व्यावसायिक परीक्षा मंडल) घोटाले की जांच के लिए सीबीआई की टीम दिल्ली से भाेपाल पहुंच गई। टीम ने दस्तावेज इकठ्ठा करना शुरू कर दिया है। सीबीआई के ज्वाइंट डायरेक्टर और असम-मेघालय कैडर के 1986 बैच के आईपीएस अधिकारी आरपी अग्रवाल इस जांच टीम के मुखिया हैं। बताया जा रहा है कि उनकी टीम में 40 अफसर हैं।
सोमवार को एसटीएफ के एआईजी कमल मौर्य और राजेश सिंह चंदेल ने सीबीआई दफ्तर में घोटाले से जुड़े कुछ दस्तावेज सीबीआई को सौंपे। बताया जा रहा है कि एसटीएफ और सीबीआई अधिकारियों के बीच करीब एक घंटे बातचीत चली। शाम को सीबीआई की टीम एसटीएफ के एडीजी सुधीर साही से मिलकर पूरा काम अपने हाथ में ले लेगी। एजेंसी की दिल्ली स्थित ऐंटी-करप्शन जोन यूनिट को जांच सौंपी गई है, जो पूरे देश में कहीं भी जांच करने का अधिकार रखती है। यह अगस्टावेस्टलैंड और टेट्रा ट्रक्स जैसे कई बड़े घोटालों की जांच कर चुकी है। मुलायम सिंह यादव, मायावती और अन्य राजनेताओं के आय से अधित संपत्ति के केसों की जांच भी यही यूनिट कर रही है। व्यापम स्कैम की जांच टीम का नेतृत्व 1986 बैच के आईपीएस ऑफिसर आर.पी. अग्रवाल कर रहे हैं, जिनका कैडर असम-मेघालय है। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को व्यापम के तहत हुई भर्तियों, पीएमटी एग्जाम और 46 से ज्यादा मौतों से जुड़े सभी मामलों की जांच का निर्देश दिया है। सीबीआई कुछ दिनों में व्यापम भर्तियों से संबंधित फाइलें एसटीएफ से अपने कब्जे में ले लेगी। सीबीआई इस मामले में हुई मौतों को लेकर मध्य प्रदेश और अन्य राज्यों की पुलिस से भी मदद लेगी। मौत से जुड़े मामलों की जांच के दौरान सीबीआई की स्पेशल क्राइम यूनिट्स के डिटेक्टिव ऐंटी-करप्शन जोन के अधिकारियों की मदद करेंगे। स्पेशल क्राइम यूनिट आरुषि-हेमराज और भंवरी देवी मर्डर जैसे मामलों की जांच कर चुकी है। एक सीनियर अधिकारी ने बताया, 'शुरू में एक टीम बनाई गई है, जो सभी फाइलें अपने कब्जे में लेगी और देखेगी कि कुल कितने मामलों की जांच करनी होगी। हर पहलू पर नजर डालने के बाद यह टीम बताएगी कि घोटाले की जांच के लिए कितने जांचकर्ताओं को लगाने की जरूरत होगी।' सोनमवार को भोपाल पहुंचने वाली टीम यह भी देखेगी कि हर केस के लिए अलग एफआईआर दर्ज करनी है या एक जैसे मामलों के लिए संयुक्त एफआईआर करनी है। इसके बाद वह सीबीआई हेडक्वॉर्टर को रिपोर्ट करेगी। सीबीआई के प्रेस इन्फर्मेशन ऑफिसर आर.के. गौड़ ने कहा, 'सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आधार पर सीबीआई ने 40 सदस्यों की टीम बनाई है, जो व्यापम केसों की जांच अपने हाथ में लेगी। यह सोमवार को भोपाल पहुंचकर जांच की जिम्मेदारी लेने की प्रक्रिया शुरू कर देगी। उन्होंने कहा कि बाद में एक एसआईटी बनाई जाएगी। सीबीआई सूत्रों का कहना है कि यह 2013 में कुछ बेनाम या लोगों द्वारा की गई शिकायतों पर भी नजर डालेगी। |
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